बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रीति जिंटा चर्चा में है। खबर आई कि न्यू इंडिया कोऑपरेटिव बैंक की तरफ से प्रीति के 18 करोड़ रुपये माफ कर दिए गए हैं। हालांकि, प्रीति ने इस दावों को सिरे से नकार दिया है और झूठ बताया है। अब एक बार एक्ट्रेस ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। इस पोस्ट में उन्होंने कहा कि बहुत से लोग न्यूज़ के रूप में फैल फेक खबर की कहानी पर सबूत चाहते थे।
साथ ही एक्ट्रेस ने प्रेस काउंसिल ऑफ़ इंडिया को टैग करते लिखा कि ऐसे पत्रकारों पर ध्यान दें और उन्हें क्या सजा मिलनी चाहिए? इसके अलावा मुझे उन सभी लोगों से माफी चाहिए जिन्होंने मेरी प्रतिष्ठा को क्षति पहुंचाने और मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के लिए इस कहानी को फैलाया। आखिरकार पत्रकारिता ईमानदारी और जवाबदेही के बारे में होनी चाहिए। आलस और उत्पीड़न का बहाना नहीं। बस इतना ही कहना चाहती हूं।
A lot of people wanted proof about a Fake news story peddled as news by @suchetadalal . Here it is ⬇️ Now should the press council of India @PressCouncil_IN take note of such journalists & what should her punishment be ? Also I need an apology from everyone that carried this… https://t.co/7WVMI7OcXG
— Preity G Zinta (@realpreityzinta) February 27, 2025
प्रीति जिंटा ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया। इसमें उन्होंने उन खबरों का खंडन किया है, जिनमें केरल कांग्रेस की ओर से दावा किया जा रहा था कि बीजेपी की मदद से उन्होंने अपना 18 करोड़ का लोन माफ करवाया है। एक्ट्रेस ने इन खबरों को फेक बताया और पार्टी से कहा कि उन्हें शर्म आनी चाहिए। दरअसल, केरल कांग्रेस ने सोमवार को अपने एक्स हैंडल पर एक पोस्ट शेयर किया था। इसमें उन्होंने लिखा था, 'प्रीति जिंटा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट भाजपा को दे दिए और बदले में 18 करोड़ रुपए का लोन माफ करवा लिया। पिछले हफ्ते बैंक को नुकसान हुआ और अब जमाकर्ता अपने पैसों के लिए सड़क पर आ गए हैं।'
केरल कांग्रेस पर भड़कीं प्रीति जिंटा
अब केरल कांग्रेस की पोस्ट को री-पोस्ट करते हुए प्रीति ने कांग्रेस को जमकर लताड़ लगाई। उन्होंने लिखा- 'नहीं, मैं अपने सोशल मीडिया अकाउंट खुद ही चलाती हूं और आपको फेक न्यूज को बढ़ावा देने के लिए शर्म आनी चाहिए। मेरे लिए किसी ने कुछ भी माफ नहीं किया है और न ही कोई लोन माफ किया गया है। उन्होंने कहा, 'मैं हैरान हूं कि कोई राजनीतिक पार्टी या उनका प्रतिनिधि मेरे नाम और तस्वीरों का इस्तेमाल करके फेक न्यूज को बढ़ावा दे रहा है और बेबुनियाद गपशप और क्लिकबैट में लिप्त है। रिकॉर्ड के लिए एक लोन लिया गया था, जो पूरी तरह से चुका दिया गया था। इस बात को 10 साल से भी ज्यादा समय हो चुका है। उम्मीद है कि यह स्पष्ट हो जाएगा और मदद करेगा ताकि भविष्य में कोई गलतफहमी न हो।'
BJP की मदद से 18 करोड़ का लोन माफ करवाने का लगा था आरोप
दरअसल, प्रीति जिंटा को लेकर हाल ही में खबर आई थी कि न्यू इंडिया कोऑपरेटिव बैंक की तरफ से उनके 18 करोड़ रुपए माफ कर दिए गए थे। रिपोर्ट में कहा गया था कि 25 करोड़ के इस लोन में प्रीति जिंटा का भी नाम था, जिन्होंने 18 करोड़ रुपये लोन उठाया था। इस लोन को बिना उचित वसूली प्रक्रिया को फॉलो किए बगैर लोन को 'बट्टे अकाउंट' में डाल दिया गया। रिपोर्ट में आगे यह भी कहा गया है कि साल 2019 में करीब 80 कर्मचारियों को इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया था, जिसके कारण कर्मचारियों ने केंद्रीय बैंक से फोरेंसिक ऑडिट कराने, निदेशक मंडल को भंग करने और जिम्मेदार लोगों की व्यक्तिगत संपत्तियों से नुकसान की वसूली करने की रिक्वेस्ट की गई थी।