कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ रिलीज से पहले विवादों में आ गई है। फिल्म को बैन करने की मांग उठ रही है। खासकर तेलंगाना और पंजाब में। पूर्व आईपीएस अधिकारी तेजदीप कौर मेनन के नेतृत्व में तेलंगाना सिख सोसाइटी के एक प्रतिनिधिमंडल ने तेलंगाना में फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। प्रतिनिधिमंडल ने राज्य सरकार के सलाहकार से मुलाकात कर फिल्म में सिख समुदाय के चित्रण पर चिंता जाहिर की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि इमरजेंसी सिख समुदाय को आतंकवादी और राष्ट्र-विरोधी के रूप में चित्रित करती है।
कंगना की ‘इमरजेंसी’ तेलंगाना में बैन हो सकती है
तेलंगाना सरकार के सलाहकार मोहम्मद अली शब्बीर ने कहा है कि राज्य सरकार कानूनी परामर्श के बाद कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ के रिलीज पर प्रतिबंध पर विचार करेगी। गुरुवार (29 अगस्त, 2024) को सचिवालय में शब्बीर के साथ एक बैठक में पूर्व आईपीएस अधिकारी तेजदीप कौर मेनन के नेतृत्व में 18 सदस्यों का एक प्रतिनिधिमंडल ने फिल्म में सिख समुदाय के चित्रण के बारे में चिंता व्यक्त की, जो तेलंगाना की आबादी का 2 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि फिल्म के जरिए सिख समुदाय की छवि खराब करने की कोशिश की गई है।
उधर, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (SGPC) और अकाल तख्त ने भी तत्काल प्रतिबंध लगाने की मांग की है, उनका आरोप है कि फिल्म सिखों का चरित्र हनन करने का प्रयास करती है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी की ओर से भी इसके लिए कंगना और फिल्म मेकर्स को लीगल नोटिस भेजा गया है। नोटिस के जरिए फिल्म में सिखों को गलत तरीके से दिखाने वाले सीन हटाने के लिए कहा गया है। इससे पहले इस फिल्म के खिलाफ पंजाब और हरियाणा कोर्ट में याचिका दायर कर पंजाब में इस फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग भी की गई है।
कंगना की इमरजेंसी को लेकर मध्य प्रदेश में भी सिख समुदाय द्वारा विरोध किए जाने की खबर है। खबरों की माने तों जबलपुर में सिख संगत ने काली पट्टी बांधकर इमरजेंसी फिल्म का विरोध जताया। उन्होंने कलेट्रेट पहुंचकर फिल्म पर प्रतिबंध लगाने को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। सिख संगत ने चेतावनी दी कि अगर फिल्म को रिलीज किया जाता है तो इसके खिलाफ व्यापक प्रदर्शन किया जाएगा।
ट्रेलर रिलीज होने के बाद से ही सिख समाज भड़का हुआ है
बता दें इमरजेंसी का ट्रेलर रिलीज होने के बाद से ही सिख समाज भड़का हुआ है। पंजाब के फरीदकोट लोकसभा सीट से सांसद सरबजीत सिंह खालसा ने कंगना की नई फिल्म के ट्रेलर पर आपत्ति जताई है। सिंह ने अपने फेसबुक पेज पर एक पोस्ट लिखा था जिसमें उन्होंने ‘इमरजेंसी’ में सिखों को गलत तरीके से चित्रित करने का मुद्दा उठाया। उन्होंने लिखा कि इस फिल्म से समाज में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने की आशंका है।
अगर इस फिल्म में सिखों को अलगाववादी या आतंकवादी के रूप में फिल्माया गया है तो यह एक गहरी साजिश है। यह फिल्म अन्य देशों में सिखों के प्रति नफरत पैदा करने का मनोवैज्ञानिक हमला है, जिस पर सरकार को पूर्व संज्ञान लेकर रोक लगानी चाहिए। देश में सिखों पर नफरत भरे हमलों की खबरें अक्सर सामने आती रहती हैं, ऐसे में यह फिल्म सिखों के प्रति नफरत फैलाने का काम करेगी।
सांसद के विरोध का समर्थन करते हुए एसजीपीसी ने भी फिल्म को लेकर विरोध जताया है। कमेटी की ओर से कहा गया है कि इस फिल्म के रिलीज होने से देश का माहौल खराब हो सकता है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में फिल्म के खिलाफ याचिका दायर की है और फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
इस फिल्म को कंगना रनौत ने खुद ही डायरेक्ट किया है। फिल्म का निर्माण और इसमें भूमिका भी खुद ही निभाई है। एक समाचार पत्र को दिए इंंटरव्यू में कंगना ने बताया कि फिल्म को प्रोड्यूस करने की वजह है। कंगना ने कहा कि मैं किसी प्रेशर में काम नहीं करना चाहती। इंडस्ट्री के प्रोड्यूसर कई बार एक्टर और डायरेक्टर पर दबाव बनाते हैं उनको सही से काम करने नहीं देते हैं। लेकिन मुझे ये सब नहीं चाहिए।
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ट्रेलर को लेकर पंजाब में विरोध को देखते हुए जब कंगना से सवाल किया गया तो उन्होंने तर्क दिया कि उड़ता पंजाब जैसी फिल्मों के माध्यम से दिखाया गया है कि पंजाब में क्या हो रहा है। पंजाब में जो हो रहा है उसे लेकर पूरा देश चिंतित है। धर्म परिवर्तन, ड्रग्स माफिया, खालिस्तानी गैंग। देश जानना चाहता है कि पंजाब में हो क्या रहा है। हमने एक फिल्म बनाई है। फिल्म अच्छी है या बुरी इसके लिए सेंसर बोर्ड है। एक कलाकार के तौर पर मुझे पर अटैक कर यह मेरी अभिव्यक्ति की आजादी छीनना चाहते हैं।
मेरी आवाज नहीं दबा पाएंगे
29 अगस्त को समाचार एजेंंसी आईएएनएस से बात करते हुए कंगना ने कहा था कि उनको बलात्कार की धमकियां मिल रही हैं। कंगनाने कहा, “कुछ लोगों ने हमारे सिर पर बंदूक तान दी है। बंदूकों से हम डरने वाले नहीं हैं। आज मुझे बलात्कार की धमकियां भी आ रही हैं, लेकिन इस तरह से वो मेरी आवाज नहीं दबा पाएंगे।”
कंगना की यह प्रतिक्रिया पंजाब के पूर्व सांसद और शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के प्रमुख सिमरनजीत सिंह मान की बलात्कार संबंधी टिप्पणी के जवाब में आई है, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि अभिनेत्री को बलात्कार का बहुत अनुभव है।
दरअसल, सिंह का यह विवादित बयान उस सवाल के जवाब में आया है, जब कंगना ने एक पॉडकास्ट के दौरान कहा था कि किसान आंदोलन के दौरान रेप होते थे। अगर केंद्र में भाजपा की शीर्ष नेतृत्व नहीं होता तो बांग्लादेश जैसे हालात यहां भी हो सकते थे। इस सवाल के जवाब में सिमरनजीत सिंह ने कहा कि आप उनसे पूछ सकते हैं कि रेप कैसे होता है, क्योंकि उन्हें तो अनुभव है।
मंजूरी के बावजूद सर्टिफिकेट नहीं दे रहा सेंसर बोर्डः कंगना
कंगना की इमरजेंसी ना सिर्फ सिख समुदाय का विरोध झेल रही है बल्कि इसके सर्टिफिकेशन को लेकर भी मामला पेचीदा हो गया है। कंगना ने अपनी निराशा व्यक्त करते हुए कहा, “सेंसर बोर्ड (सीबीएफसी) के साथ भी बहुत सारी समस्याएँ हैं। मुझे पूरा विश्वास था कि मुझे प्रमाणपत्र मिल जाएगा। लेकिन अब वे मुझे मेरा प्रमाणपत्र नहीं दे रहे हैं।” कंगना का कहना है कि सीबीएफसी बाहरी दबावों के कारण संकोच कर रहा है।
जरूरत पड़ी तो कोर्ट जाऊंगीः कंगना
कंगना ने कहा कि वह अपनी फिल्म की रिलीज के लिए सभी विरोध और दबाव का सामना करने के लिए तैयार हैं, वह डरेंगी नहीं। फिल्म की रिलीज में हो रही देरी पर उन्होंने बताया कि कुछ लोगों की आशंकाओं और असुरक्षाओं के कारण उनकी फिल्म ‘मुश्किलों’ में फंस गई थी। हालांकि, वह इस लड़ाई को निर्णायक मोड़ तक ले जाने के लिए तैयार थीं। कंगना ने कहा था कि मेरे जैसे कलाकार को डराया या चुप नहीं कराया जा सकता। मैं अपनी फिल्म के लिए लड़ूंगी और जरूरत पड़ने पर कोर्ट भी जाऊंगी।
कंगना ने आईएएनएस से कहा था कि एक कलाकार की रचनात्मक आजादी को कुचला नहीं जा सकता और उसकी फिल्म को रिलीज होने से नहीं रोका जा सकता। मैं गोलियों और धमकियों से डरने वालों में से नहीं हूं। वे मेरी आवाज नहीं दबा सकते।
कंगना रनौत दिवंगत प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर आधारित फिल्म ‘इमरजेंसी’ में मुख्य भूमिका निभा रही हैं। यह पहली फिल्म नहीं है जिसमें उन्होंने सिल्वर स्क्रीन पर एक राजनीतिक आइकन की भूमिका निभाई है। यह फिल्म 6 सितंबर को रिलीज होने वाली है। इससे पहले थलाइवी (2021 फिल्म) में उन्होंने अभिनेत्री से राजनेता बनी दिवंगत जे. जयललिता की भूमिका निभाई थी।