हैदराबादः  अल्लू अर्जुन को संध्या थिएटर मामले में तेलंगाना हाई कोर्ट से अंतरिम जमानत मिल गई है। हैदराबाद की एक निचली अदालत ने अभिनेता को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। हाई कोर्ट ने अल्लू अर्जुन को अंतरिम जमानत देते हुए कहा कि वह अभिनेता है क्या केवल इसलिए उसके साथ ऐसा सलूक किया जाएगा। इसमें कुछ भी तथ्य नहीं है। उसे जीने और आजाद रहने का अधिकार है। गौरतलब है कि इस भगदड़ में एक महिला, रेवती, की मौत हो गई थी।

पीड़िता का पति केस वापस लेने को तैयार

इस बीच रेवती के पति भास्कर ने अल्लू अर्जुन के खिलाफ केस वापस लेने की बात कही है। अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी के बाद मीडिया को दिए बयान में भास्कर ने कहा, “मैं केस वापस लेने के लिए तैयार हूं। मेरी पत्नी की मौत से अल्लू अर्जुन का कोई लेना-देना नहीं है। पुलिस ने मुझे उनकी गिरफ्तारी के बारे में नहीं बताया, मुझे यह खबर अस्पताल में टीवी से मिली।” उन्होंने यह भी कहा कि वे केवल अपने बेटे की जिद पर फिल्म देखने गए थे। गौरतलब है कि अल्लू अर्जुन ने पीड़ित परिवार को 25 लाख रुपये मुआवजे का ऐलान किया है। माना जा रहा है कि पीड़ित परिवार इसी कारण केस वापस लेने पर विचार कर रहा हैं।

क्या है मामला?

पुष्पा 2 के रिलीज से एक दिन पहले यानी 4 दिसंबर की रात, हैदराबाद के व्यस्त आरटीसी क्रॉसरोड्स स्थित संध्या थिएटर में इसकी स्क्रीनिंग रखी गई थी। अभिनेता पर आरोप है कि बिना कोई जानकारी दिए वह सिनेमाघर पहुंच गए थे। उन्हें देखकर भारी संख्या में पहुंची भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ मच गई थी। इसी दौरान भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई, जिसमें रेवती की दम घुटने से मौत हो गई। वहीं उसका बेटा घायल हो गया जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

पुलिस ने बताया कि मृतक महिला के परिवार की शिकायत पर अल्लू अर्जुन, उनकी सुरक्षा टीम और थिएटर प्रबंधन के खिलाफ चीकडपल्ली पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 105 और 118(1) के तहत मामला दर्ज किया गया है। घटना के बाद पुलिस ने थिएटर के मालिक, वरिष्ठ प्रबंधक, और लोअर बालकनी के प्रभारी सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया।

वहीं, शुक्रवार सुबह पुलिस ने भारी सुरक्षा के बीच अल्लू अर्जुन को उनके घर से गिरफ्तार किया। उन्हें चिक्काडपल्ली पुलिस स्टेशन ले जाया गया और वहां पूछताछ के बाद मेडिकल जांच के लिए उस्मानिया जनरल अस्पताल ले जाया गया। इसके बाद निचली अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। चूंकि अल्लू अर्जुन ने हाई कोर्ट में एफआईआर को रद्द करने के लिए याचिका दायर की थी, गिरफ्तारी के बाद इसपर सुनवाई हुई और अदालत ने उन्हें अंतरिम जमानत दे दी।

बीजेपी नेताओं की प्रतिक्रिया

भाजपा नेता टी. राजा सिंह ने अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी पर नाराजगी जताते हुए कहा था कि यह घटना पुलिस की नाकामी है। उन्होंने आरोप लगाया कि अल्लू अर्जुन और थिएटर के मालिकों ने पुलिस को समय पर सूचना दी थी, लेकिन सुरक्षा व्यवस्था करने में सरकार असफल रही। उन्होंने मुख्यमंत्री को निशाने पर लेते हुए कहा, “कांग्रेस सरकार में कानून व्यवस्था पूरी तरह से विफल हो चुकी है।”

केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता बंदी संजय ने अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी को “गलत प्रबंधन और अभिनेता के प्रति अपमानजनक व्यवहार” बताया था। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “अल्लू अर्जुन जैसे राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेता, जिन्होंने भारतीय सिनेमा को वैश्विक पहचान दिलाई है, के साथ ऐसा बर्ताव अस्वीकार्य है।” उन्होंने इस घटना को कांग्रेस सरकार की विफलता करार दिया और उचित व्यवस्था न होने के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया।

 वरुण धवन ने कहा, एक व्यक्ति को दोष देना सही नहीं

बॉलीवुड अभिनेता वरुण धवन ने भी अल्लू अर्जुन का समर्थन करते हुए कहा कि किसी एक व्यक्ति को इस घटना के लिए दोष देना सही नहीं है। उन्होंने कहा, “यह घटना भीड़ नियंत्रण में विफलता का परिणाम है, न कि अल्लू अर्जुन की उपस्थिति का।”