नई दिल्ली: कांग्रेस की शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने सोमवार को महाराष्ट्र की पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) रश्मि शुक्ला का तबादला कर दिया। कांग्रेस ने चुनाव आयोग से रश्मि शुक्ला की शिकायत की थी जिसमें आगामी विधानसभा चुनाव में शुक्ला पर विपक्ष के प्रति पक्षपाती होने का आरोप लगाया था।
मुंबई पुलिस कमिश्नर बने कार्यवाहक डीजीपी
महाराष्ट्र के डीजीपी रश्मि शुक्ला के तबादले के बाद मुंबई पुलिस कमिश्नर विवेक फंसालकर को कार्यवाहक डीजीपी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। यह अस्थायी व्यवस्था तब तक रहेगी जब तक कि नए डीजीपी की स्थायी नियुक्ति नहीं हो जाती। मुख्य सचिव को निर्देश दिया गया है कि वे 5 नवंबर तक तीन वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों की सूची प्रस्तुत करें, जिससे स्थायी डीजीपी का चयन किया जा सके।
नाना पटोले ने चुनाव आयोग को लिखा था पत्र
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने चुनाव आयोग को पत्र लिख डीजीपी की शिकायत की थी। इसमें कहा गया था कि “कृपया रश्मि शुक्ला को महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक के पद से हटाने के संबंध में हमारे पिछले पत्र दिनांक 24 सितंबर 2024 और 4 अक्टूबर 2024 का संदर्भ लें। महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने 27 सितंबर 2024 को चुनाव आयोग के साथ हुई बैठक में इस अनुरोध को दोहराया था।”
चुनाव आयोग की कार्रवाई के बाद नाना पटोले ने उसे एक और पत्र भेजा जिसमें उन्होंने यह मांग की है कि चुनाव संपन्न होने तक शुक्ला को किसी अन्य पद पर नियुक्त न किया जाए।
पटोले ने अपने पत्र में कहा, “मैं चुनाव आयोग का आभार व्यक्त करता हूँ कि आपने डीजीपी रश्मि शुक्ला को उनके पद से हटाने के हमारे अनुरोध पर तुरंत विचार कर उचित कार्रवाई की। यह निर्णय चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखने के आपके संकल्प को दर्शाता है।”
पत्र में आगे कहा गया, “उपरोक्त को ध्यान में रखते हुए, मैं चुनाव आयोग से सम्मानपूर्वक निवेदन करता हूँ कि चुनाव प्रक्रिया में जनता के विश्वास को बनाए रखने और कानूनी ढांचे का पालन करते हुए डीजीपी रश्मि शुक्ला को किसी अन्य पद पर नियुक्त न किया जाए।”
कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला पर लगाए थे ये आरोप
महाराष्ट्र कांग्रेस ने डीजीपी शुक्ला पर विभिन्न पुलिस आयुक्तों और पुलिस अधीक्षकों को विपक्षी नेताओं के खिलाफ फर्जी मामले दर्ज करने का निर्देश देने का भी आरोप लगाया था। राज्य में विधानसभा चुनावों की घोषणा और समीक्षा बैठकों के दौरान, मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने अधिकारियों को न केवल निष्पक्ष और तटस्थ रहने, बल्कि अपने कर्तव्यों का पालन करते समय गैर-पक्षपाती दिखने की भी सख्त चेतावनी दी थी।
कौन हैं रश्मि शुक्ला?
रश्मि शुक्ला 1988 बैच की एक वरिष्ठ और प्रतिष्ठित आईपीएस अधिकारी हैं, जो महाराष्ट्र राज्य की पहली महिला डीजीपी बनीं। इसी वर्ष 4 जनवरी को उन्हें महाराष्ट्र के डीजीपी के रूप में नियुक्त किया गया था। डीजीपी का पद संभालने से पहले वह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) में महानिदेशक (डीजी) के रूप में कार्यरत थीं।
जून में उनकी सेवानिवृत्ति की संभावना थी, लेकिन राज्य सरकार ने उनकी सेवाओं को एक्सटेंशन देकर उन्हें कार्यकाल बढ़ा दिया था। रश्मि शुक्ला का नाम महाविकास अघाड़ी (एमवीए) के नेताओं के फोन टेपिंग विवाद में सामने आया था, जिसमें उनकी भूमिका को लेकर कई सवाल उठे थे। हालांकि, इस मामले की जांच के बाद उन्हें क्लीन चिट प्रदान कर दी गई थी।