नई दिल्लीः राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राफेल फाइटर जेट पर पायलट शिवांगी सिंह के साथ बुधवार, 29 अक्टूबर को 30 मिनट की एक उड़ान भरी। इस दौरान उन्होंने स्क्वाड्रन लीडर शिवांगी सिंह के साथ अंबाला एयर बेस पर एक तस्वीर ली जिसने पाकिस्तान झूठे दावों की पोल एक बार फिर से खोल दी।
पाकिस्तान ने पहले दावा किया था कि उसने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान राफेल पायलट को मार गिराया था और पकड़ लिया था।
पाकिस्तान के झूठे दावों की खुली पोल
शिवांगी सिंह भारतीय वायु सेना के गोल्डन एरोज स्क्वाड्रन की सदस्य हैं। उन्होंने इस साल मई में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के आतंकी ठिकानों पर की गई स्ट्राइक में राफेल विमान से उड़ान भरी थी।
29 वर्षीय शिवांगी ने वाराणसी से हैं और वह साल 2017 में वायु सेना में महिला फाइटर पायलट के दूसरे बैच में शामिल हुई थी। साल 2020 में राफेल उड़ान के लिए क्वालिफाई करने से पहले मिग-21 बाइसन को उड़ाया था। ऐसे में उनका दुनिया के सबसे पुराने फाइटर जेट में से एक मिग-21 से लेकर सबसे उन्नत राफेल उड़ाने का सफर भारत के वायु युद्ध नेतृत्व के बदलते स्वरूप को दर्शाता है।
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हाल ही में तमिलनाडु के तांबरम स्थित फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर्स स्कूल में भारतीय वायु सेना प्रशिक्षण कमान के एसएएसओ एयर मार्शल तेजबीर सिंह ने शिवांगी सिंह को सम्मानित किया था। यह सम्मान उन्हें 9 अक्टूबर 2025 को क्वालिफाइड फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर बैज प्राप्त करने के लिए दिया गया।
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान उनका (शिवांगी सिंह) का नाम सुर्खियों में था। पाकिस्तान ने इस दौरान झूठा दावा किया था कि भारत ने कई फाइटर जेट गंवाए हैं जिसमें एक राफेल भी था। पाकिस्तान ने यह भी दावा किया था कि सियालकोट के पास अपने एयरक्राफ्ट से निकलते वक्त उन्हें (शिवांगी) पकड़ लिया गया था।
इसके अलावा इस दौरान एक और छेड़छाड़ वाला वीडियो वायरल हुआ था जिसमें भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह को यह दावा करते दिखाया गया कि शिवांगी सिंह लापता हैं और वह अपने घर गई थीं। सरकार ने इस दावे का तुरंत खंडन किया था और पीआईबी फैक्ट चेक ने इस वीडियो को ” निराधार और मनगढ़ंत ” बताया था।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भरी उड़ान
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राफेल फाइटर के साथ हरियाणा के अंबाला एयरपोर्ट से ऐतिहासिक उड़ान भरी। इस दौरान एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने भी उसी बेस के एक अन्य विमान में उड़ान भरी।
इस उड़ान के साथ द्रौपदी मुर्मू भारत की पहली राष्ट्रपति बन गई हैं जिन्होंने भारतीय वायु सेना के दो विमानों से उड़ान भरी। इससे पहले साल 2023 में उन्होंने सुखोई-30 एमकेआई के साथ उड़ान भरी थी। यह उड़ान उन्होंने असम के तेजपुर वायु सेना के स्टेशन से भरी थी।
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मुर्मू ने अंबाला से उड़ान भरने के बाद एक नोट लिखा। उन्होंने लिखा कि शक्तिशाली राफेल विमान की इस पहली उड़ान ने मुझमें देश की रक्षा क्षमताओं के प्रति गर्व की नई भावना भर दी है। उन्होंने आगे कहा कि मैं इस सफल उड़ान के लिए भारतीय वायु सेना और वायु सेना स्टेशन अंबाला की पूरी टीम को बधाई देती हूं।

