Thursday, October 30, 2025
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‘भारत के साथ एक ट्रेड डील करने जा रहा हूं…’, दक्षिण कोरिया में बोले डोनाल्ड ट्रंप

डोनाल्ड ट्रंप ने संकेत दिया है कि जल्द ही भारत और अमेरिका के बीच एक व्यापार समझौता हो सकता है। ट्रंप ने एक बार फिर पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ भी की और कहा कि दोनों नेताओं के बीच बहुत अच्छे संबंध हैं।

नई दिल्ली: डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को अपने एशिया टूर के आखिरी पड़ाव पर दक्षिण कोरिया में कहा कि अमेरिका और भारत लंबे समय से लंबित एक व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे। माना जा रहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति का यह बयान इस बात का संकेत है कि दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच समझौता जल्द हो सकता है।

वैसे, इस समझौते पर बातचीत महीनों से चल रही है, जिसमें यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध और भारत द्वारा रूस से तेल खरीदने को लेकर विवाद और टैरिफ को लेकर विवाद भी शामिल है। बातचीत को लेकर उतार-चढ़ाव की भी खबरें आती रही हैं।

बहरहाल, ट्रंप ने कहा, ‘… अगर आप भारत और पाकिस्तान को देखें, तो मैं भारत के साथ एक व्यापार समझौता करने जा रहा हूँ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति मेरे मन में गहरा सम्मान और प्रेम है… हमारे बीच बहुत अच्छे संबंध हैं।’

ट्रंप की ये सकारात्मक टिप्पणी पिछले हफ्ते के उन रिपोर्टों के बाद आई है जिनमें तीन प्रमुख मुद्दों में से दो पर प्रगति की बात कही गई है। इन दो मुद्दों में भारत द्वारा रियायती दरों पर रूसी तेल का निरंतर आयात और भारतीय वस्तुओं के आयात पर अमेरिका का 50 प्रतिशत ‘पारस्परिक’ टैरिफ, जिसमें उस तेल को खरीदने पर 25 प्रतिशत ‘जुर्माना’ भी शामिल है।

इसके अलावा भारत द्वारा अपने डेयरी और कृषि वस्तुओं के बाजार तक अमेरिका की पहुँच से इनकार के विषय को लेकर भी बातचीत रुकी हुई थी। भारत में किसी भी सरकार के लिए अपने वोटर बेस को देखते हुए ये सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा है, जिसे लेकर कोई भी प्रयोग संभवत: वो नहीं करना चाहेगी।

हालांकि, पिछले हफ्ते, रिपोर्टों में कहा गया था कि भारत द्वारा कथित तौर पर रूसी तेल की खरीद कम करने पर सहमति जताए जाने के बाद, अमेरिका टैरिफ को घटाकर 16 प्रतिशत करने पर सहमत हो गया है। यह ट्रंप और मोदी के बीच फोन पर बातचीत के बाद हुआ, हालाँकि दोनों पक्षों ने टैरिफ और तेल को लेकर समझौते की न तो कोई विस्तृत जानकारी दी और न ही इसकी आधिकारिक पुष्टि हो सकी है।

अमेरिकी मक्का और सोयामील आयात भी है मुद्दा

इस समझौते में गैर-आनुवंशिक रूप से संशोधित अमेरिकी मक्का और सोयामील के आयात में भी वृद्धि की बात हो सकती है। साथ ही इसमें टैरिफ और बाजार पहुँच की समय-समय पर समीक्षा की व्यवस्था भी शामिल हो सकती है।

भारत इथेनॉल उत्पादन बढ़ाने के लिए तेजी से मक्का की ओर रुख कर रहा है, लेकिन उसके नियम आयातित अनाज से बने इथेनॉल और आनुवंशिक रूप से संशोधित (जीएम) खाद्य फसलों पर प्रतिबंध लगाते हैं। अमेरिका में ज्यादातर जेनेटिकली मोडिफायज (जीएम) मक्का उगाया जाता है। हालाँकि कुछ किसान गैर-जीएम किस्में भी उगाते हैं।

ऐसी रिपोर्ट है कि अमेरिका लगातार भारत पर मक्का आयात की अनुमति देने का दबाव बना रहा है। उसका तर्क है कि अमेरिकी मक्का से बने इथेनॉल का इस्तेमाल सिर्फ पेट्रोल में मिलाने के लिए किया जा सकता है और इसे कृषि बाजारों में नहीं डाला जाएगा।

बहरहाल, इन लंबी वार्ताओं के बीच भारत सरकार ने हमेशा से ये रुख बनाए रखा है कि वह ऐसे किसी भी समझौते को स्वीकार नहीं करेगी जिससे करोड़ों छोटे भारतीय किसानों की आजीविका पर नकारात्मक प्रभाव पड़े। इस महीने की शुरुआत में, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि अमेरिका को किसी भी समझौते में भारत की इस संबंध में चिंताओं का सम्मान करना होगा। उन्होंने रूसी तेल खरीद पर 25 प्रतिशत टैरिफ को भी ‘अनुचित’ बताया था।

भारत-पाकिस्तान संघर्ष रूकवाने का भी दोहराया दावा

इस बीच ट्रंप ने 10 मई को भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम कराने के अपने दावे को भी दोहराया। नई दिल्ली की ओर से हालांकि इसका बार-बार खंडन किया जाता रहा है। ट्रंप ने संघर्षविराम पर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसा करके ‘सबसे अच्छे दिखने वाले व्यक्ति’ की भूमिका निभाई।

ट्रंप ने कहा, ‘ये दो परमाणु संपन्न देश हैं… और वे वास्तव में एक-दूसरे पर हमला कर रहे थे। इसलिए, मैंने प्रधानमंत्री मोदी को फोन किया और कहा, ‘हम आपके साथ व्यापार समझौता नहीं कर सकते… हम नहीं कर सकते। आप पाकिस्तान के साथ युद्ध शुरू कर रहे हैं।’

ट्रंप ने आगे कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी सबसे अच्छे दिखने वाले व्यक्ति हैं (लेकिन) वे बेहद सख्त हैं। लेकिन दो दिन बाद, उन्होंने (भारत और पाकिस्तान ने) मुझे फोन किया और कहा, ‘हम समझते हैं’। और उन्होंने लड़ाई बंद कर दी।’

विनीत कुमार
विनीत कुमार
पूर्व में IANS, आज तक, न्यूज नेशन और लोकमत मीडिया जैसी मीडिया संस्थानों लिए काम कर चुके हैं। सेंट जेवियर्स कॉलेज, रांची से मास कम्यूनिकेशन एंड वीडियो प्रोडक्शन की डिग्री। मीडिया प्रबंधन का डिप्लोमा कोर्स। जिंदगी का साथ निभाते चले जाने और हर फिक्र को धुएं में उड़ाने वाली फिलॉसफी में गहरा भरोसा...
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