Delhi Blast: भूटान की राजधानी थिंपू की दो दिवसीय राजकीय यात्रा पर गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को दिल्ली में लाल किले के पास हुए बम विस्फोट पर गहरा दुख व्यक्त किया। इस धमाके में 13 लोगों की मौत हुई है। प्रधानमंत्री ने हमलावरों को कड़ी चेतावनी देते हुए संकल्प लिया कि इस घटना के पीछे के साजिशकर्ताओं को बख्शा नहीं जाएगा और सभी जिम्मेदार लोगों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।
पीएम मोदी ने कहा कि मैं आज बहुत भारी मन से आपसे मुखातिब हूं। दिल्ली में कल शाम जो भयानक हादसा हुआ, उसने पूरे देश को झकझोर दिया है। मैं पीड़ित परिवारों के दुख को समझ सकता हूं। पूरा देश इस कठिन समय में उनके साथ खड़ा है।
प्रधानमंत्री ने बताया कि वे रातभर जांच एजेंसियों से लगातार संपर्क में थे। उन्होंने कहा, हमारी एजेंसियां इस साजिश की तह तक जाएंगी। जो भी लोग इसके पीछे हैं, उन्हें सख्त से सख्त सजा दी जाएगी। किसी को भी छोड़ा नहीं जाएगा।
दोषियों को मिलेगी सबसे सख्त सजाः राजनाथ सिंह
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी धमाके के जिम्मेदार लोगों को कड़ी चेतावनी दी। दिल्ली में आयोजित ‘दिल्ली डिफेंस डायलॉग’ कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि लाल किला धमाके के जिम्मेदार लोगों को कठोरतम सजा दी जाएगी।
राजनाथ सिंह ने कहा, मैं देश को आश्वस्त करना चाहता हूं कि जो भी इस कायराना हमले में शामिल हैं, उन्हें किसी भी हालत में नहीं छोड़ा जाएगा। सरकार इस मामले को बेहद गंभीरता से ले रही है।
रक्षामंत्री ने कहा कि जांच एजेंसियां तेज और व्यापक जांच कर रही हैं और इसके नतीजे जल्द ही सार्वजनिक किए जाएंगे। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई और नागरिकों से अपील की कि वे शांति बनाए रखें।
धमाके वाली कार कब-कब कहां गई, चौंकाने वाले खुलासे
दिल्ली के लाल किले के पास नेताजी सुभाष मार्ग पर सोमवार शाम हुई विस्फोटक घटना की जांच में चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। जांच एजेंसियों के मुताबिक, जिस सफेद हुंडई आई20 कार में धमाका हुआ, वह घटना से करीब दो घंटे पहले गोल्डन मस्जिद के बाहर पार्क की गई थी।
पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं, जिनसे कार की पूरी मूवमेंट का पता चला है। सीसीटीवी के मुताबिक, शाम करीब 4 बजे तीन लोग कार से दरियागंज मार्केट से गोल्डेन मस्जिद की पार्किंग की ओर बढ़े। बाद में कार ने पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास यू-टर्न लिया और लोअर सुभाष मार्ग की तरफ बढ़ी।
करीब शाम 6 बजकर 31 मिनट पर छत्ता रेल चौक के ट्रैफिक सिग्नल पर कार में विस्फोट हुआ। अधिकारियों के अनुसार, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि विस्फोट ट्रैफिक सिग्नल पर ही होना तय था या कार को लाल किले की दीवार से टकराने की योजना थी।
धमाके के लिए इस्तेमाल कार कई बार खरीदी-बेची गई
पुलिस जांच में यह बात सामने आई है कि कार कई बार खरीदी-बेची जा चुकी थी। वाहन का रजिस्ट्रेशन नंबर HR26CE7674 है, जिसे 2014 में गुरुग्राम निवासी मोहम्मद सलमान के नाम पर रजिस्टर किया गया था। बाद में सलमान ने कार देवेंद्र नामक व्यक्ति को बेची, जिसने इसे अंबाला के एक व्यक्ति को बेच दिया। फिलहाल कार का मौजूदा मालिक कौन है, इसकी कुछ जानकारी नहीं है।
हालांकि, हुंडई i20 कार के दो पूर्व मालिक- सलमान और देवेंद्र को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। जांच एजेंसियों ने पुलवामा का रहने वाला डॉ. उमर-उन-नबी को इस विस्फोट का मुख्य संदिग्ध बताया है और उसे हिरासत में लिया है। जांच में सामने आया कि वही सफेद हुंडई i20 कार चला रहा था। पुलिस सूत्रों के अनुसार, उमर का नाम फरीदाबाद में बरामद 2,900 किलो विस्फोटक के नेटवर्क से भी जुड़ रहा है।
धमाके के बाद गृह मंत्री अमित शाह घटनास्थल पर पहुंचे थे। उन्होंने कहा है कि हर एंगल से गहन जांच की जा रही है, किसी भी पहलू को नजरअंदाज नहीं किया जाएगा। विस्फोट की जांच में एनआईए, इंटेलिजेंस ब्यूरो और दिल्ली पुलिस की एंटी-टेरर यूनिट शामिल हैं। साथ ही अंबाला पुलिस ने भी समानांतर जांच शुरू कर दी है।
दिल्ली पुलिस ने इस मामले में गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) और विस्फोटक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। राजधानी में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। हवाई अड्डों, रेलवे स्टेशनों और बस टर्मिनलों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

