Cyclone Montha: आंध्रप्रदेश में काकीनाडा के पास मोंथा चक्रवात ने दस्तक देना शुरू कर दिया है। इसकी वजह से मछलीपट्टनम इलाके में बिजली की आपूर्ति पूरी तरह से बाधित हो गई है, जिससे वहां के निवासियों को अंधेरे में रहना पड़ रहा है। अधिकारियों का कहना है कि ये भीषण चक्रवाती तूफान अगले तीन चार घंटों तक जारी रहेगा। यहां पर 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल रही हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस दौरान बिना रुके संचार बनाए रखने के लिए आंध्र प्रदेश प्रशासन ने महत्वपूर्ण क्षेत्रों में 81 वायरलेस टावर और 21 बड़े लैंप लगाए हैं। वहीं, बचाव और पुनर्वास कार्यों के लिए अधिकारियों ने गिरे हुए पेड़ों को हटाने और संपर्क बहाल करने में मदद के लिए 1,447 अर्थमूवर, 321 ड्रोन और 1,040 चेनसॉ तैनात किए हैं। अधिकारियों ने तटीय और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों से मौसम में सुधार होने तक घर के अंदर रहने, यात्रा से बचने और सरकारी सलाह का पालन करने का आग्रह किया है।
आंध्र प्रदेश में भारी बारिश की आशंका
वहीं आंध्र प्रदेश आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (APMDMA) ने चक्रवात मोंथा के प्रभाव के चलते बुधवार, 28 अक्टूबर को कई जिलों में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है। 28 अक्तूबर की रात 8 बजे जारी IMD के लेटेस्ट बुलेटिन के मुताबिक, मोंथा बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-मध्य भाग में केंद्रित था। बीते छह घंटों से 17 किमी प्रति घंटे की गति से उत्तर और उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा था। चक्रवात मछलीपट्टनम से लगभग 110 किमी पूर्व, काकीनाडा से 100 किमी दक्षिण, विशाखापत्तनम से 220 किमी दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम और ओडिशा के गोपालपुर से 460 किमी दक्षिण-पश्चिम में स्थित था।
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आईएमडी ने कहा कि ये इसी दिशा में आगे बढ़ती रहेगी और मछलीपट्टनम तथा कलिंगपट्टनम के बीच काकीनाडा के आसपास एक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में आंध्र प्रदेश के तट को पार कर रही है। इसकी अधिकतम निरंतर हवा की गति 90-100 किमी प्रति घंटा है, जो बढ़कर 110 किमी प्रति घंटा हो सकती है। मौसम विभाग ने दोहराया कि तटीय आंध्र प्रदेश, रायलसीमा, तेलंगाना, दक्षिण छत्तीसगढ़ और ओडिशा में रात भर अत्यधिक भारी वर्षा, तूफानी हवाएं और तूफानी लहरें जारी रहने की संभावना है।
अश्विनी वैष्णव ने क्या कहा?
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पूर्वी तट पर चक्रवात मोंथा के प्रभाव की तैयारी के लिए मंडल, क्षेत्रीय और बोर्ड स्तर पर वॉर रूम सक्रिय कर दिए गए हैं। यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और रेल संचालन में रुकावट न हो, इसके लिए विजयवाड़ा, विशाखापत्तनम और गुंटूर में टीमों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। इसके साथ ही प्रमुख मंडलों में जरूरी संसाधन तैनात कर दिए गए हैं।
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि उन्होंने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू, ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और वरिष्ठ रेलवे अधिकारियों के साथ बातचीत की है ताकि समन्वय किया जा सके। उन्होंने आगे कहा कि चक्रवात के तट पर पहुंचने और मौसम की स्थिति सामान्य होने पर तत्काल पुनर्निर्माण कार्य करने के निर्णय लिए गए हैं।

