गाजीपुर: यूपी के गाजीपुर में समाजवादी पार्टी के सांसद अफजाल अंसारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। सपा सांसद ने गांजे को लेकर एक विवादित बयान दिया है। सांसद ने कहा है कि बहुत से लोग गांजा को भगवान का प्रसाद मानते हैं और इस धारणा के साथ इसका सेवन करते हैं।
सपा नेता के अनुसार, अगर गांजा प्रसाद है तो सरकार को इसे वैध कर देना चाहिए। ऐसे में उन्होंने कहा है कि भांग की तरह गांजे को भी सरकार लाइसेंस दे दे।
सांसद ने यह भी दावा किया है कि यूपी के कुंभ मेले में भारी संख्या में गांजे का सेवन होता है। उनके अनुसार, मेले में जितनी गांजे की आपूर्ति हो वह खत्म ही हो जाएगी। सपा नेता के बयान को लेकर कई साधु-संतों ने आपत्ति जताई है।
अंसारी के इस बयान को लेकर रविवार को बीएनएस की धारा 353(3) के तहत उनके खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। उनके खिलाफ गोराबाजार चौकी इंचार्ज राजकुमार शुक्ला ने मामला दर्ज किया है।
हालांकि अफजल ने बाद में अपने बयान पर सफाई भी दी है। सपा नेता ने कहा है कि उन्होंने किसी के धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए यह बयान नहीं दिया है।
सांसद ने कहा है कि उनके बयान का उद्देश्य गांजा की तस्करी और उनके क्षेत्र में नशीली दवाओं की समस्या की ओर ध्यान खिंचना था। उन्होंने आगे कहा है कि अगर उनके बयान से किसी को ठेस पहुंची है तो वे बिना शर्त माफी भी मांग रहे हैं।
सपा नेता ने कुंभ मेले को लेकर क्या कहा है
अफजल अंसारी ने यह बयान 27 सितंबर को दिया है। उन्होंने कहा देश में लाखो लोग गांजा पीते हैं और वे इसे भगवान का प्रसाद मानते हैं। उन्होंने सवाल करते हुए पूछा है कि अगर गांजा भगवान का प्रसाद है तो यह अवैध कैसे हो सकता है। नेता ने दावा किया है कि भारी संख्या में साधु-संत और महात्मा समाज भी गांजे का सेवन करता है।
पत्रकारों से बात करते हुए अफजल अंसारी ने कथित तौर पर कहा है कि आगामी कुम्भ मेला में अगर मालगाड़ी भरकर भी गांजा भेजा जाए तो वह भी वहां खत्म हो जाएगा। सांसद ने आगे यह भी दावा किया है कि राजधानी लखनऊ में बड़े-बड़े लोग गांजा पीते हैं।
अंसारी के अनुसार, शराब और भांग को अगर कानूनी दर्जा प्राप्त है तो फिर गांजे को क्यों नहीं। उन्होंने सरकार से भांग की तरह इसे भी लाइसेंस देने की बात कही है। नेता ने सवाल करते हुए कहा है, “भगवान का प्रसाद अवैध क्यों है भाई, यह दोहरी नीति क्यों? कानून में अवैध और पीने के लिए छूट।”
साधु-संतों ने दी है प्रतिक्रिया
अफजल अंसारी के बयान पर हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि सपा सांसद ने न केवल साधु संतों का अपमान किया है बल्कि उन्होंने सनातन संस्कृति को भी अपमानित किया है।
दास ने कुंभ मेले को लेकर उनके बयान की निंदा की है और उनकी गिरफ्तारी की भी मांग की है। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब सपा नेता ने कुछ बयान दिया हो और इसके लेकर विवाद न हुआ हो। इससे पहले भी उनके बयानों को लेकर कई बार विवाद हो चुका है।
अखिल भारतीय संत समिति के स्वामी जीतेंद्रानंद सरस्वती ने अंसारी की टिप्पणियों को अनुचित और अपमानजनक बताया है। उन्होंने कहा है कि सपा नेता को इस तरह के बयान से बचना चाहिए। सरस्वती ने आगे कहा है कि कुंभ मेला एक पवित्र आयोजन है और इसके बारे में कोई भी अपमानजनक टिप्पणी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।