चंडीगढ़: सीबीआई ने रिश्वतखोरी से जुड़े एक भ्रष्टाचार के मामले में पंजाब पुलिस के रोपड़ रेंज के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) हरचरण सिंह भुल्लर को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी गुरुवार को हुई। कई मीडिया रिपोर्ट के हवाले से सामने आई जानकारी के अनुसार यह गिरफ्तारी दोपहर में पंजाब के मोहाली स्थित उनके कार्यालय में हुई।
सीबीआई अधिकारियों ने उन्हें राज्य के फतेहगढ़ साहिब जिले के मंडी गोबिंदगढ़ में एक व्यापारी द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के बाद कथित तौर पर 5 लाख रुपये लेते हुए पकड़ा। भुल्लर ने कथित तौर पर कबाड़ के व्यापारी के खिलाफ चल रहे एक मामले के सिलसिले में 5 लाख रुपये की मांग की थी। भुल्लर के अलावा सीबीआई ने इसी ऑपरेशन के तहत एक अन्य व्यक्ति को भी हिरासत में लिया है।
पंचकूला भी ले जाए गए गिरफ्तार DIG
सीबीआई ने भुल्लर के कार्यालय, घर और एक अन्य स्थान पर तलाशी ली है। गिरफ्तार अधिकारी को कुछ घंटे के लिए हरियाणा के पंचकूला भी ले जाया गया। छापेमारी दल ने निष्पक्षता बनाए रखने के लिए यह सुनिश्चित किया कि ऑपरेशन में पंजाब पुलिस का कोई भी जवान शामिल न हो।
सीबीआई ने तलाशी के दौरान गिरफ्तार डीआईजी के घर से 5 करोड़ कैश और 1.5 किलो की ज्वेलरी भी जब्त की है। इनकी तस्वीरें सीबीआई की ओर से जारी की गई है।

भुल्लर पंजाब के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मेहल सिंह भुल्लर के बेटे हैं। उन्होंने 27 नवंबर, 2024 को (पटियाला रेंज के डीआईजी के रूप में सेवा देने के बाद) रोपड़ रेंज के डीआईजी का पदभार ग्रहण किया था।

पंजाब पुलिस सेवा (पीपीएस) के प्रारंभिक स्तर के अधिकारी रहे भुल्लर को बाद में भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) में शामिल किया गया और 2007 बैच की वरिष्ठता प्रदान की गई थी।
भुल्लर ने एक विशेष जाँच दल का नेतृत्व भी किया था जिसने शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया से ड्रग तस्करी के आरोपों में पूछताछ की थी। फिलहाल पंजाब के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी इस पूरे मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं। ताजा मामले में अभी और विस्तृत जानकारी का इंतजार है।
रोपड़ और चंडीगढ़ पुलिस की तनातनी भी है सुर्खियों में
बहरहाल, रोपड़ रेंज के डीआईजी की गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है जब एक दिन पहले ही रोपड़ पुलिस और चंडीगढ़ पुलिस के बीच नवनीत चतुर्वेदी नाम के व्यक्ति की गिरफ्तारी को लेकर तनातनी देखने को मिली थी। चतुर्वेदी ने खुद को जनता पार्टी का अध्यक्ष बताया था और पंजाब से राज्य सभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र भी दाखिल किया था।
रोपड़ पुलिस ने चतुर्वेदी पर जालसाजी के आरोप में मामला दर्ज किया था। इससे पहले कई आप विधायकों ने दावा किया था कि चतुर्वेदी ने नामांकन पत्रों पर उनके जाली हस्ताक्षर किए हैं। रोपड़ पुलिस ने मंगलवार को जब चतुर्वेदी को गिरफ्तार करने की कोशिश की, तो चंडीगढ़ पुलिस ने उन्हें सौंपने से इनकार कर दिया था, जिससे गिरफ्तारी रुक गई।
हालांकि, रोपड़ की एक अदालत ने हस्तक्षेप किया और चंडीगढ़ पुलिस को चतुर्वेदी को रोपड़ पुलिस को सौंपने का निर्देश दिया। अदालत ने चंडीगढ़ पुलिस को रोपड़ पुलिस को चतुर्वेदी के खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारंट की तामील नहीं करने देने के लिए भी फटकार लगाई थी।