नई दिल्ली: भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर और ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री पेनी वोंग की प्रेस कॉन्फ्रेंस को एक ऑस्ट्रेलियाई न्यूज पोर्टल पर दिखाए जाने पर कनाडा द्वारा पोर्टल को ब्लॉक कर दिया गया है। पोर्टल का नाम ‘ऑस्ट्रेलिया टुडे’ है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, भारत ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। कनाडा ने पोर्टल के सोशल मीडिया हैंडल्स और पेजों को ब्लॉक कर दिया है। भारत ने इस कार्रवाई को कनाडा की “बोलने की आजादी के प्रति पाखंड” करार दिया है।
भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) के प्रवक्ता रंधीर जयसवाल ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “यह हमारे लिए हैरान करने वाला है और यह कनाडा के नजरिए को दिखाता है कि वह बोलने की आजादी की बात तो करता है, लेकिन सच यह है कि वह उसे दबाने की कोशिश कर रहा है।”
गौरतलब है कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के एक बयान के कारण पिछले कुछ महीनों के भीतर भारत और कनाडा के रिश्ते में तनाव आया है। कनाडा द्वारा जहां भारत और उसके अधिकारियों पर कई तरह के आरोप लगाया गया है वहीं भारत कनाडा पर आतंकियों को समर्थन देने की बात कहते आ रहा है।
विदेश मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में क्या कहा था?
हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक विदेश मंत्री जयशंकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में तीन मुख्य मुद्दों पर कनाडा की आलोचना की थी। पहला, उन्होंने कहा कि कनाडा भारत के खिलाफ बिना ठोस प्रमाण के आरोप लगा रहा है।
दूसरा, उन्होंने कनाडा में भारतीय राजनयिकों की निगरानी को नकारात्मक और अस्वीकार्य बताया। तीसरा, उन्होंने कनाडा में भारत विरोधी तत्वों को राजनीतिक जगह दिए जाने पर चिंता जताई।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जयसवाल ने कहा, “आप खुद अनुमान लगा सकते हैं कि ऑस्ट्रेलिया टुडे चैनल को क्यों ब्लॉक किया गया। यह उन बिंदुओं पर की गई टिप्पणी के कारण हुआ है, जिनमें कनाडा पर गंभीर आरोप लगाए गए थे।”
ये भी पढ़ें: डोनाल्ड ट्रंप 2.0 में भारत के लिए व्यापार, H-1B वीजा, बाजार के क्या हैं मायने?
कनाडा में मंदिर पर हमले का भी मुद्दा उठा था
हिंदुस्तान टाइम्स में बताया गया है कि जयशंकर ने कनाडा में ब्राम्पटन के एक मंदिर पर हुए हमले का भी जिक्र किया था। उन्होंने इस घटना पर गहरी नाराजगी व्यक्त की थी। इस मुद्दे पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो दोनों ने विरोध जताया था।
ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग ने इस दौरान कनाडा में भारतीय राजनयिकों पर लगाए गए आरोपों पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “हमने कनाडा के आरोपों पर स्पष्ट रूप से चिंता जताई है और हमने कहा है कि हम कनाडा की न्यायिक प्रक्रिया का सम्मान करते हैं। हम भारत को अपना नजरिया बताते हैं और हम सभी देशों की संप्रभुता का सम्मान करते हैं।”
टाइम्स ऑफ इंडिया और अन्य मीडिया सूत्रों के मुताबिक भारत और कनाडा के बीच यह ताजा विवाद दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को दिखाता है। विशेष रूप से जब भारत के राजनयिकों के खिलाफ कथित निगरानी और भारत विरोधी तत्वों को कनाडा में पनाह देने के आरोप लगाए गए हैं।
भारत का कहना है कि कनाडा की कार्रवाई एक निश्चित एजेंडे को बढ़ावा देने का प्रयास है और यह आजादी के प्रति उसके पाखंड का नमूना है।
बता दें कि कनाडा में और भारत के बीच इस समय संबंध अच्छे नहीं हैं। भारत और कनाडा के बीच तनाव उस समय बढ़ा जब कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने सितंबर 2023 में भारत पर यह आरोप लगाया कि खालिस्तान आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंटों के हाथ होने का दावा किया था।
भारत ने इस आरोप को पूरी तरह से नकारते हुए इसे बेबुनियाद और अपमानजनक बताया था। इसके बाद दोनों देशों ने एक-दूसरे के राजदूतों को वापस बुला लिया, जिससे दोनों देशों के रिश्तों में और तनाव आ गया।
भारत का कहना है कि कनाडा में भारत विरोधी तत्वों को समर्थन दिया जा रहा है, जो दोनों देशों के रिश्तों के लिए एक बड़ी चुनौती बन चुका है।