Zero ITR: भारत में आम धारणा है कि यदि आपकी सालाना आय टैक्स की सीमा से कम है (2.5 लाख रुपये से कम), तो इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) फाइल करना जरूरी नहीं। लेकिन यह सोच केवल तकनीकी रूप से सही है, व्यावहारिक रूप से नहीं।

वास्तव में, जीरो इनकम पर भी ITR फाइल करना कई ऐसे फायदे देता है जो भविष्य में आर्थिक रूप से बेहद काम आते हैं- चाहे बात लोन लेने की हो, वीजा आवेदन की या फिर टैक्स रिफंड की। यह न सिर्फ आपकी वित्तीय विश्वसनीयता को बढ़ाता है, बल्कि कई कानूनी और प्रशासनिक प्रक्रियाओं को भी आसान करता है। आइए जानते हैं इसके 7 प्रमुख फायदे:

1. फाइनेंशियल प्रूफ के रूप में इस्तेमाल

ITR एक आधिकारिक दस्तावेज होता है जो आपकी आय और वित्तीय स्थिति को दर्शाता है। नौकरी न होने की स्थिति में भी, यह दिखाता है कि आप टैक्स सिस्टम का हिस्सा हैं। कई बार स्कूल एडमिशन, रेंट एग्रीमेंट या कानूनी मामलों में यह प्रमाण की तरह काम आता है।

2. बैंक लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए जरूरी

जब आप होम लोन, एजुकेशन लोन या पर्सनल लोन के लिए आवेदन करते हैं, तो बैंक आमतौर पर पिछले 2-3 सालों का ITR मांगते हैं। जीरो इनकम वाले ITR से भी यह प्रक्रिया आसान बनती है, और आपकी साख (क्रेडिट प्रोफाइल) मजबूत होती है।

3. वीजा आवेदन में मददगार

अमेरिका, कनाडा, यूके जैसे कई देशों के वीजा आवेदन में ITR जरूरी दस्तावेजों में शामिल होता है। इससे यह साबित होता है कि आपकी भारत में वित्तीय जड़ें हैं और आप लौटने की संभावना रखते हैं।

4. टीडीएस रिफंड क्लेम करने के लिए अनिवार्य

कई बार बैंक आपकी एफडी या सेविंग्स पर TDS काट लेते हैं, भले ही आपकी कुल आय टैक्स योग्य न हो। ऐसी स्थिति में TDS रिफंड पाने के लिए आपको ITR फाइल करना जरूरी होता है।

5. भविष्य की आय और निवेश के लिए ट्रैक रिकॉर्ड

यदि आप भविष्य में बिजनेस शुरू करते हैं या किसी हाई-वैल्यू प्रॉपर्टी में निवेश करना चाहते हैं, तो आपके पुराने ITR एक फाइनेंशियल ट्रैक रिकॉर्ड के तौर पर उपयोगी होते हैं। इससे आपकी फाइनेंशियल प्रोफाइल पारदर्शी बनती है।

6. सरकारी योजनाओं में पात्रता

सरकारी छात्रवृत्ति, PM आवास योजना, स्टार्टअप सब्सिडी जैसी कई योजनाओं में आवेदन के समय ITR मांगा जाता है। जीरो इनकम का ITR फाइल करके आप यह पात्रता पहले से सुनिश्चित कर सकते हैं।

7. आईटी विभाग से किसी भी विवाद से बचाव

भविष्य में यदि किसी लेन-देन को लेकर आयकर विभाग आपसे स्पष्टीकरण मांगे, तो ITR आपकी सुरक्षा बन सकता है। यह आपके वित्तीय पारदर्शिता और ईमानदारी का प्रमाण होता है।

8. भविष्य में पार्टनरशिप या जॉब में विश्वसनीयता

यदि आप किसी स्टार्टअप, बिजनेस पार्टनरशिप या विदेशी क्लाइंट के साथ काम करना चाहते हैं, तो ITR आपके पेशेवर व्यवहार और जिम्मेदारी को दर्शाता है। कई बार कंपनियां फ्रीलांसरों या कंसल्टेंट्स से भी ITR की मांग करती हैं।

Zero ITR कैसे भरें? आसान स्टेप्स

यदि आपकी कोई आय नहीं है या इनकम टैक्स लिमिट से कम है, फिर भी आप भविष्य के लिए इनकम प्रूफ रखना चाहते हैं, तो Zero ITR फाइल करना एक समझदारी भरा कदम है। इसे आप घर बैठे खुद भर सकते हैं।

जरूरी दस्तावेज: पैन कार्ड, आधार कार्ड, मोबाइल नंबर (OTP के लिए), बैंक डिटेल।

स्टेप बाय स्टेप प्रक्रिया:

  1. इनकम टैक्स वेबसाइट पर लॉगिन करें।

  2. “File Income Tax Return” पर क्लिक करें।

  3. आकलन वर्ष 2024–25 चुनें और ITR-1 (सहज) फॉर्म भरें।

  4. इनकम सभी जगह ₹0 भरें (Salary, House Property, Other Sources आदि)।

  5. कोई टैक्स या रिफंड नहीं दिखेगा – कन्फर्म करें और सबमिट करें।

  6. आधार OTP या नेटबैंकिंग से ई-वेरिफाई करें।

  7. ITR-V डाउनलोड करें – यह भविष्य में इनकम प्रूफ के रूप में काम आएगा।