नई दिल्लीः सांख्यिकी मंत्रालय ने भारतीय परिवारों के खर्च के पैटर्न का अध्ययन कर एक रिपोर्ट पेश किया है। इस रिपोर्ट में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के खर्च की तुलना की गई है। इसमें बताया गया है कि भारतीय परिवार किस चीज पर सबसे अधिक पैसे खर्च करते हैं।
सांख्यिकी मंत्रालय द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट “घरेलू उपभोग व्यय सर्वेक्षण 2022-23” में भारतीय परिवारों के मासिक प्रति व्यक्ति उपभोग व्यय (MPCE) के विभिन्न पहलुओं का विश्लेषण किया गया है। ये आंकड़े दर्शाते हैं कि भारतीय परिवार अपनी आय का सबसे अधिक हिस्सा किन वस्तुओं और सेवाओं पर खर्च करते हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय परिवार सबसे ज्यादा खर्च भोजन पर करते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के लोग भोजन पर कुल 46.38% खर्च करते हैं। जबकि शहरी क्षेत्रों में यह 39.17% है। इनमें से सबसे अधिक खर्च पेय पदार्थों, ताजा खाद्य पदार्थों और प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों पर होता है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में 9.62 प्रतिशत और शहरी क्षेत्रों में 10.64 प्रतिशत है।
इसके अलावा गैर-खाद्य मदों में वे परिवहन, उपभोक्ता सेवाएँ, चिकित्सा, मनोरंजन, टिकाऊ वस्तुओं पर खर्च करते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के परिवार परिवहन पर 7.55 प्रतिशत , चिकित्सा पर 7.13 और टिकाऊ वस्तुओं पर 6.89 प्रतिशत खर्च करते हैं। शहरी क्षेत्रों में गैर-खाद्य मदों का कुल हिस्सा 61 प्रतिशत है, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में यह 53.62 प्रतिशत है। शहरी क्षेत्रों के लोग परिवहन पर 8.59 प्रतिशत खर्च करते हैं।
मनोरंजन और अन्य पर व्यय
खाद्य और गैर-खाद्य के बाद भारतीय परिवार अपनी मासिक आय का एक महत्वपूर्ण हिस्सा मनोरंजन और अन्य सेवाओं पर खर्च करते हैं। रिपोर्ट के अनुसार, ग्रामीण भारतीय परिवार मनोरंजन आदि पर 6.21 प्रतिशत व्यय करते हैं, जबकि शहरी भारतीय परिवार इसपर 6.56 प्रतिशत खर्च करते हैं।
यह रिपोर्ट सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय और राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय (NSSO) ने मिलकर तैयार किया है। मंत्रालय द्वारा यह सर्वेक्षण अगस्त 2022 से जुलाई 2023 के बीच किया गया। आंकड़े देश के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 2,61,746 परिवारों (ग्रामीण क्षेत्रों में 1,55,014 और शहरी क्षेत्रों में 1,06,732) के नमूनों पर आधारित है।
भारतीय परिवारों का खर्च मुख्यतः खाद्य और गैर-खाद्य मदों के बीच विभाजित है, जिसमें शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के बीच अंतर किया गया है। खाद्य पदार्थों में: चावल, गेहूं/आटा, ज्वार, बाजरा, मक्का, रागी, जौ, छोटे बाजरे, दालें, चना, नमक, चीनी, खाद्य तेल शामिल हैं। गैर-खाद्य पदार्थों में- लैपटॉप/पीसी, टैबलेट, मोबाइल हैंडसेट, साइकिल, मोटर साइकिल/स्कूटी, कपड़े (स्कूल यूनिफॉर्म), जूते (स्कूल के जूते आदि) को शामिल किया गया है।