नई दिल्लीः एलन मस्क की कंपनी टेस्ला इस साल अप्रैल तक भारतीय खुदरा बाजार में इलेक्ट्रिक व्हीकल (ईवी) लांच कर सकता है। इसकी शुरुआत बर्लिन स्थित प्लांट से आयात के साथ हो सकती है। सीएनबीसी-टीवी18 ने सूत्रों के हवाले से इस बारे में जानकारी दी है।
भारत में इसके शोरूम मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्पलेक्स और नई दिल्ली के एरोसिटी में चिह्नित की गई है। कंपनी की शुरुआती योजना है कि यह भारत में करीब 25 हजार डॉलर (21 लाख रूपये) के करीब इलेक्ट्रिक व्हीकल लाने की तैयारी में है।
इलेक्ट्रिक व्हीकल की मैन्युफैकचरिंग
हालांकि टेस्ला ने इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी है कि वह भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल की मैन्युफैकचरिंग करेगी या नहीं। कंपनी यह योजना बना रही है कि वह भारतीय ओईएम आपूर्तिकर्ताओं से इसके घटक सोर्सिंग बढ़ाएगी। सीएनबीसी-टीवी18 की रिपोर्ट के अनुसार, यह सोर्सिंग 2025 तक एक बिलियन डॉलर यानी एक अरब को पार कर सकती है।
भारत 40 हजार डॉलर से अधिक की आयातित कारों पर 70 प्रतिशत टैक्स लगाता है। हालांकि इससे ऊपर की लक्जरी गाड़ियों के लिए शुल्क कम किया गया है लेकिन अभी तक इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है।
ऑटोमोबाइल सेक्टर के गिर रहे हैं शेयर
भारतीय बाजार में टेस्ला की एंट्री की खबरों के बीच भारतीय ऑटोमोबाइल सेक्टर के दिग्गज महिंद्रा के शेयर में बीते एक सप्ताह से लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। 19 फरवरी को कंपनी के शेयर में 2.2 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
वहीं, बीते एक सप्ताह में इसके स्टॉक में 14.7 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। महिंद्रा के अलावा मारुति सुजुकी और बजाज ऑटो के शेयर में भी गिरावट दर्ज की गई। हालांकि टाटा मोटर्स के शेयर में मामूली वृद्धि दर्ज की गई। टेस्ला की भारत में एंट्री के बाद भारतीय ऑटोमोबाइल सेक्टर में प्रतिस्पर्द्धा बढ़ेगी। भारत में महिंद्रा के इलेक्ट्रिक व्हीकल की अलग-अलग कारों की मांग ज्यादा है।