भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट, सेंसेक्स 1,400 अंक से अधिक टूटा। Photograph: (IANS)
मुंबई, 28 फरवरी (आईएएनएस)। कमजोर वैश्विक संकेतों और अमेरिकी टैरिफ घोषणाओं के चलते भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार को भारी गिरावट के साथ बंद हुआ। निवेशकों के बीच बिकवाली का दबाव इतना अधिक रहा कि कारोबार के अंत में सेंसेक्स 1,414.33 अंक या 1.90 प्रतिशत की गिरावट के साथ 73,198 पर और निफ्टी 420.35 अंक या 1.86 प्रतिशत की गिरावट के साथ 22,124 पर बंद हुआ। बाजार में चौतरफा मंदी देखने को मिली, जिससे निवेशकों को भारी नुकसान हुआ।
बाजार पूंजीकरण और सेक्टोरल इंडेक्स में भारी गिरावट
तेजी से गिरावट के कारण बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर सूचीबद्ध कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 10 लाख करोड़ रुपये घटकर 383 लाख करोड़ रुपये पर आ गया, जो कि गुरुवार को 393 लाख करोड़ रुपये था। यह गिरावट मुख्य रूप से मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों के भारी नुकसान की वजह से आई। निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स 1,221.55 अंक या 2.49 प्रतिशत की गिरावट के साथ 47,915 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 456 अंक या 3.01 प्रतिशत की गिरावट के साथ 14,700 के स्तर पर पहुंच गया।
सेंसेक्स और निफ्टी में शामिल लगभग सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल निशान में बंद हुए। ऑटो सेक्टर में 3.92 प्रतिशत, आईटी सेक्टर में 4.18 प्रतिशत, एफएमसीजी सेक्टर में 2.62 प्रतिशत, एनर्जी में 2.09 प्रतिशत और इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में 2.07 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। फार्मा और बैंकिंग सेक्टर में भी कमजोरी देखने को मिली। पूरे बाजार में बिकवाली का माहौल बना रहा, जिसके चलते टॉप लूजर्स में टेक महिंद्रा, इंडसइंड बैंक, एमएंडएम, भारती एयरटेल, इन्फोसिस, टाटा मोटर्स, टाइटन, टीसीएस, नेस्ले, मारुति सुजुकी, एचसीएल टेक, अल्ट्राटेक सीमेंट, सन फार्मा, जोमैटो, बजाज फिनसर्व और बजाज फाइनेंस जैसे बड़े नाम शामिल रहे। पूरे बाजार में सिर्फ एचडीएफसी बैंक ही बढ़त के साथ बंद होने में सफल रहा।
अमेरिकी टैरिफ विवाद और बाजार पर प्रभाव
शेयर बाजार में आई इस गिरावट के पीछे मुख्य वजह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा घोषित नए टैरिफ मानी जा रही है, जिससे वैश्विक टैरिफ युद्ध का खतरा बढ़ गया है। निवेशकों ने इस अनिश्चितता के माहौल में सतर्क रुख अपनाया, जिससे भारतीय बाजार में व्यापक स्तर पर बिकवाली देखने को मिली। फरवरी का महीना भारतीय शेयर बाजार के लिए कमजोर रहा है, जहां निफ्टी में 5.89 प्रतिशत और सेंसेक्स में 5.55 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है।
एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ टेक्निकल एनालिस्ट रूपक दे के अनुसार, शुक्रवार को निफ्टी में बड़ी गिरावट देखने को मिली, जिसमें 400 अंक से अधिक की कमजोरी आई। बाजार फिलहाल 21,800-22,000 के स्तर पर मजबूत सपोर्ट ले सकता है। अगर निफ्टी इन स्तरों के ऊपर बना रहता है, तो बाजार में हल्की रिकवरी संभव है। लेकिन यदि यह इन स्तरों से नीचे गिरता है, तो अगली बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है। बाजार की मौजूदा स्थिति को देखते हुए निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
यह खबर आईएएनएस समाचार एजेंसी की फीड द्वारा प्रकाशित है। इसका शीर्षक बोले भारत न्यूज डेस्क द्वारा दिया गया है।