नई दिल्ली:  ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने अपनी सहायक इकाई एएनएस कॉमर्स (ANS Commerce) को बंद करने का फैसला किया है, जिससे इसके सभी कर्मचारियों की छंटनी कर दी गई है। एएनएस कॉमर्स की स्थापना वर्ष 2017 में हुई थी और यह ऑनलाइन व्यापार करने वाले व्यवसायों को मार्केटिंग टूल), भंडारण और अन्य ई-कॉमर्स सेवाएँ प्रदान करता था। फ्लिपकार्ट ने वर्ष 2022 में इसे अधिग्रहित किया था, लेकिन अब परिचालन बंद करने का निर्णय लिया गया है।

कर्मचारियों के लिए पुनर्वास योजना

फ्लिपकार्ट ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि यह निर्णय गहन विचार-विमर्श के बाद लिया गया है। कंपनी सभी कर्मचारियों और ग्राहकों के लिए एक सहज बदलाव सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रभावित कर्मचारियों के लिए आंतरिक अवसर, पुनः नियुक्ति सेवाएँ और मुआवजा पैकेज प्रदान किए जाएंगे। हालाँकि, कितने कर्मचारियों पर इसका प्रभाव पड़ा है, इसकी सटीक संख्या स्पष्ट नहीं है, लेकिन वर्ष 2022 के अंत तक एएनएस कॉमर्स में लगभग 600 कर्मचारी कार्यरत थे।

फ्लिपकार्ट वेंचर्स का नया निवेश

दूसरी ओर, फ्लिपकार्ट वेंचर्स ने अपने फ्लिपकार्ट लीप अहेड (FLA) कार्यक्रम के तीसरे समूह के तहत पाँच नए स्टार्टअप में निवेश की घोषणा की है। इन स्टार्टअप में एक्सपोर्टेल (Xportel), फैक्टर्स.एआई (Factors.ai), एक्सपर्टिया.एआई (Expertia.ai), भारत कृषि सेवा और वीज़ा2फ्लाई (Visa2Fly) शामिल हैं। इस निवेश का उद्देश्य स्टार्टअप इकोसिस्टम में तकनीकी समन्वय को बढ़ावा देना और नवोदित उद्यमों के विकास को गति देना है।

एक्सपोर्टेल एक सीमा-पार ई-कॉमर्स लॉजिस्टिक्स प्लेटफ़ॉर्म है, जो 150 से अधिक देशों में तेज़ अंतरराष्ट्रीय डिलीवरी को सक्षम बनाता है। फैक्टर्स.एआई एक कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) मार्केटिंग इंटेलिजेंस प्लेटफ़ॉर्म है, जो व्यवसायों को डिजिटल विपणन में सहायता करता है। एक्सपर्टिया.एआई एक एआई-संचालित भर्ती मंच है, जो कंपनियों को वैश्विक स्तर पर शीर्ष प्रतिभाओं की पहचान करने और उन्हें नियुक्त करने में मदद करता है।

इसके अलावा, भारत कृषि सेवा एक कृषि-प्रौद्योगिकी कंपनी है, जो फलों की उत्पादन प्रक्रिया को अधिक संगठित और नैतिक बनाने पर केंद्रित है। वहीं, वीज़ा2फ्लाई एक यात्रा प्रौद्योगिकी मंच है, जो वीज़ा आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए डॉक्यूमेंटेशन, प्रोसेसिंग और ट्रैवल असिस्टेंस जैसी सेवाएँ प्रदान करता है।

फ्लिपकार्ट वेंचर्स का यह तीसरा निवेश समूह मुख्य रूप से कृत्रिम बुद्धिमत्ता और डिजिटल तकनीक आधारित समाधानों पर केंद्रित है। इस पहल से स्टार्टअप्स को इनोवेशन के जरिए गति देने और बाज़ार में अपनी स्थिति मजबूत करने में मदद मिलेगी।