कोच्चिः मोहनलाल की फिल्म 'एम्पुरान' के निर्माता और कारोबारी गोकुलम गोपालन से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने केरल के कोच्चि कार्यालय में पूछताछ की है। यह पूछताछ उनकी कंपनी श्री गोकुलम चिट्स के कार्यालयों समेत कई ठिकानों पर हुई छापेमारी के बाद की गई है। शुक्रवार को ईडी ने गोकुलम गोपालन से जुड़ी परिसंपत्तियो, खासकर चेन्नई स्थित श्री गोकुलम चिट्स के कार्यालयों की तलाशी ली जहां से 1.5 करोड़ रुपये नकद और कई संवेदनशील दस्तावेज बरामद किए गए।

ईडी के बयान के अनुसार, 4 और 5 अप्रैल को केरल के कोझिकोड और तमिलनाडु के चेन्नई में तीन स्थानों पर छापेमारी की गई। यह कार्रवाई विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा), 1999 के उल्लंघन के आरोपों को लेकर की गई थी। छापों के दौरान 1.5 करोड़ रुपये नकद और संदिग्ध वित्तीय लेनदेन से जुड़े दस्तावेज जब्त किए गए।

गोपालन की कंपनी जांच के घेरे में क्यों?

ईडी की जांच इस खुफिया जानकारी के बाद शुरू हुई कि श्री गोकुलम चिट्स विदेशों में रहने वाले लोगों से चिट फंड के लिए अवैध रूप से पैसे इकट्ठा कर रही थी। इनमें से अधिकांश पैसा नकद में लिया गया, जो भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के नियमों का उल्लंघन है।

जांच में यह भी पाया गया कि कंपनी ने प्रवासी भारतीयों से 371.80 करोड़ रुपये नकद और 220.74 करोड़ रुपये चेक के जरिए जुटाए थे। इसके अलावा कंपनी ने इन लोगों को बड़े पैमाने पर नकद भुगतान भी किए, जो कानूनन प्रतिबंधित हैं।

पहले भी जांच के घेरे में रही श्री गोकुलम चिट्स

श्री गोकुलम चिट्स पहले भी जांच एजेंसियों के रडार पर आ चुकी है। अप्रैल 2017 में आयकर विभाग ने तीन राज्यों में इसके कार्यालयों पर छापेमारी की थी। अधिकारियों का कहना था कि कंपनी ने पिछले पांच वर्षों में 1,107 करोड़ रुपये की आय छिपाई थी, जिसमें वसूली गई डिफॉल्ट राशि और ब्याज शामिल था- संभावित रूप से कर चोरी से बचने के लिए।

गोकुलम गोपालन के खिलाफ ईडी ने यह कार्रवाई ऐसे समय में की है जब उनके द्वारा निर्मित फिल्म 'एल2: एम्पुरान' के कुछ दृश्यों को लेकर विवाद हो रहा है। हाल ही में रिलीज हुई इस फिल्म को केरल में दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं द्वारा आलोचना का सामना करना पड़ा है। हालांकि ईडी ने साफ किया है कि मौजूदा कार्रवाई का फिल्म या उससे जुड़े किसी विवाद से कोई लेना-देना नहीं है, यह केवल फेमा उल्लंघन से जुड़ी जांच है।