नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एप्पल के सीईओ टिम कुक से 'भारत में उत्पादन न करने' के लिए कहने के बावजूद ऐप्पल के आईफोन बनाने वाली प्रमुख कंपनी फॉक्सकॉन ने कहा कि वह भारत में 1.5 बिलियन डॉलर (12,500 करोड़ रुपये से ज्यादा) के डिस्प्ले मॉड्यूल प्लांट की योजना के साथ आगे बढ़ रही है।

इस सप्ताह की शुरुआत में लंदन स्टॉक एक्सचेंज में एक एक्सचेंज फाइलिंग में, फॉक्सकॉन ने कहा कि वह अपनी भारत की यूनिट इकाई, युजान टेक्नोलॉजीज (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड में से एक में 1.49 बिलियन डॉलर का निवेश कर रही है। यह प्लांट तमिलनाडु में बनने की उम्मीद है, जहाँ फॉक्सकॉन का एक प्रमुख आईफोन प्रोडक्शन बेस भी है।

इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, 'सप्लाई चेन रातोंरात खुद को फिर से स्थापित नहीं करती हैं। एप्पल जैसी बड़ी कंपनियाँ महीनों और वर्षों की रणनीति बनाने के बाद सप्लाई चेन के बारे में निर्णय लेती हैं। एक टिप्पणी इस तथ्य को नहीं बदलने वाली है कि वे भारत में उत्पादन को दोगुना करना चाहते हैं।'

पिछले अक्टूबर में तमिलनाडु सरकार ने चेन्नई से करीब 80 किलोमीटर दूर कांचीपुरम में युजान टेक्नोलॉजी की 13,180 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी दे दी थी। इसलिए उम्मीद है कि फॉक्सकॉन का देश में नया निवेश, जैसा कि उसने स्टॉक एक्सचेंज को सूचित किया है, इसी प्लांट में जाएगा।

गौरतलब है कि एप्पल ने पिछले कुछ वर्षों में चीन से दूर जाते हुए भारत को iPhone उत्पादन के लिए एक प्रमुख बाजार के रूप में माना है। कंपनी वर्तमान में भारत में सभी iPhones का लगभग 15% उत्पादन करती है, और आने वाले वर्षों में इसे बढ़ाकर एक चौथाई करने की योजना है। 

ट्रंप ने पिछले दिनों क्या कहा था?

ट्रंप ने पिछले हफ्ते अमेरिका और कतर के बिजनेस लीडर्स के बीच एक बैठक के बाद कहा था, 'कल टिम कुक के साथ मेरी थोड़ी समस्या थी। मैंने कहा, 'टिम तुम मेरे दोस्त हो, मैंने तुम्हारे साथ बहुत अच्छा व्यवहार किया है, तुम 500 बिलियन डॉलर की घोषणा के साथ यहाँ (अमेरिका में) आ रहे हो, और अब मैं सुन रहा हूँ कि तुम पूरे भारत में निर्माण कर रहे हो। मैं नहीं चाहता कि तुम भारत में निर्माण करो। अगर तुम भारत का ख्याल रखना चाहते हो तो तुम भारत में निर्माण कर सकते हो, क्योंकि भारत दुनिया में सबसे ज़्यादा टैरिफ़ वाले देशों में से एक है...हमने सालों तक चीन में तुम्हारे द्वारा बनाए गए सभी प्लांट को बर्दाश्त किया। हमें तुम्हारे भारत में निर्माण करने में कोई दिलचस्पी नहीं है। भारत खुद का ख्याल रख सकता है।'

हालांकि, ट्रंप टिप्पणियों के बाद, भारत में एप्पल के प्रतिनिधियों ने सरकारी अधिकारियों से कहा था कि उनकी निवेश योजनाओं और देश में धीरे-धीरे इसके विस्तार की योजना में कोई बदलाव नहीं हुआ है। केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पहले कहा था कि भारत से मोबाइल फोन का निर्यात वित्त वर्ष 25 में 2 लाख करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर को पार कर गया है, जिसमें अकेले आईफोन का निर्यात 1.5 लाख करोड़ रुपये का है।