वाशिंगटनः सोमवार का दिन अमेरिकी टेक कंपनियों के लिए भारी साबित हुआ। शेयर बाजार में बड़ी गिरावट के चलते एप्पल (Apple), माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft),  टेस्ला (Tesla), एनवीडिया (Nvidia), गूगल (Google) की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट, अमेजन और मेटा जैसी दिग्गज कंपनियों को 750 अरब डॉलर (65 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा) से ज्यादा का नुकसान झेलना पड़ा। Nasdaq इंडेक्स में 2022 के बाद सबसे बड़ी गिरावट देखी गई।

एप्पल, माइक्रोसॉफ्ट, टेस्ला, एनवीडिया, गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट, अमेजन और मेटा को अमेरिका की 'Magnificent Seven' टेक कंपनियां कहा जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस गिरावट की वजह नए टैरिफ को लेकर बढ़ती चिंताएं हैं, जिससे उन कंपनियों की लागत बढ़ सकती है जो विदेशी पार्ट्स और मैन्युफैक्चरिंग पर निर्भर हैं।

Apple को सबसे बड़ा झटका, 174 अरब डॉलर का नुकसान

सोमवार को शेयर बाजार में आई गिरावट का सबसे बड़ा शिकार एप्पल हुआ। कंपनी के शेयरों में गिरावट के कारण उसका बाजार मूल्य 174 अरब डॉलर (15.17 लाख करोड़ रुपये) घट गया। वहीं, AI चिप निर्माता एनवीडिया के शेयरों में 5% की गिरावट आई, जिससे इसका मार्केट कैप 140 अरब डॉलर (12.20 लाख करोड़) कम हो गया। जनवरी में नई ऊंचाई छूने के बाद से एनवीडिया की वैल्यू लगभग एक तिहाई गिर चुकी है।

Tesla को सबसे अधिक % में गिरावट, शेयरों में 15% की भारी गिरावट

इस गिरावट में टेस्ला को सबसे ज्यादा नुकसान प्रतिशत के हिसाब से हुआ। कंपनी के शेयर 15% गिर गए, जो 2020 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट है। टेस्ला ने अब दिसंबर से अब तक अपनी आधी मार्केट वैल्यू खो दी है और कंपनी के शेयर लगातार गिरते जा रहे हैं। सिर्फ सोमवार को ही टेस्ला का मार्केट कैप 130 अरब डॉलर घट गया।

माइक्रोसॉफ्ट, अल्फाबेट, अमेजन और मेटा को भी झटका

अन्य बड़ी टेक कंपनियों को भी बड़ा नुकसान हुआ। माइक्रोसॉफ्ट और गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट का बाजार मूल्य क्रमशः 98 अरब डॉलर और 95 अरब डॉलर घट गया। वहीं, अमेजन और मेटा ने क्रमशः 50 अरब डॉलर और 70 अरब डॉलर का नुकसान उठाया। अल्फाबेट और मेटा दोनों के शेयरों में 4 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई, जबकि माइक्रोसॉफ्ट और अमेजन के शेयरों में कम से कम 2% की गिरावट रही। टेक्नोलॉजी सेक्टर पर आधारित Technology Select Sector SPDR Fund 4 प्रतिशत से अधिक गिर गया, जिससे यह सुधार क्षेत्र (Correction Territory) में पहुंच गया, क्योंकि इसके शेयर अपने उच्चतम स्तर से 14 प्रतिशत नीचे आ चुके हैं।

सेमीकंडक्टर कंपनियों पर भी पड़ी मार

नए टैरिफ से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले सेमीकंडक्टर निर्माताओं को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा। VanEck Semiconductor ETF पिछले सप्ताह में 3% गिर चुका है और उद्घाटन के बाद से 16 प्रतिशत से अधिक की गिरावट में है, जिसमें सोमवार को ही 5 प्रतिशत की गिरावट आई। Marvell Technology के शेयर 8% लुढ़क गए, जबकि एएसएमएल होल्डिंग और माइक्रोन टेक्नोलॉजी में 6 प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। ब्रॉडकॉम के शेयर भी 5% गिरे।

अमेरिकी राष्ट्रपति ने हाल ही में ताइवान सेमीकंडक्टर मैनुफैक्चरिंग से 100 अरब डॉलर के निवेश की घोषणा की थी, जिसे उन्होंने दुनिया की "सबसे ताकतवर" कंपनी बताया था। सरकार घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री को मजबूत करने की कोशिश कर रही है।