वाशिंगटनः अमेरिका और चीन के बीच चल रहे व्यापार युद्ध ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की अगुवाई वाली प्रशासन ने चीन से आने वाले कुछ आयातित उत्पादों पर टैरिफ बढ़ाकर 245 प्रतिशत तक कर दिया है। खास बात यह है कि इस बार यह घोषणा बिना किसी विशेष प्रचार या प्रेस कॉन्फ्रेंस के की गई, जिससे सोशल मीडिया पर यह अटकलें शुरू हो गईं कि कहीं यह टाइपो तो नहीं है।
हालांकि, व्हाइट हाउस की ओर से मंगलवार देर रात जारी एक आधिकारिक बयान में पुष्टि की गई कि चीन द्वारा उठाए गए "प्रतिशोधात्मक कदमों" के जवाब में ये नए टैरिफ लगाए गए हैं। बयान में कहा गया, “अब चीन को अमेरिका में अपने कुछ निर्यातों पर 245 प्रतिशत तक के टैरिफ का सामना करना पड़ेगा।”
245 प्रतिशत शुल्क का आंकड़ा दरअसल अलग-अलग मौजूदा शुल्कों को जोड़कर बना है। यह कोई एक समान कर नहीं है, बल्कि पहले से लागू आयात शुल्कों के ऊपर नए टैक्स जोड़ने से यह दर बनी है। मसलन चीन से आने वाली सिरिंज और सुइयों पर पहले से 100 प्रतिशत शुल्क बाइडेन प्रशासन द्वारा सितंबर 2024 में लगाया गया था, ताकि अमेरिकी निर्माताओं को संरक्षण मिल सके।
अब ट्रंप प्रशासन ने इसमें 20% फेंटेनिल से जुड़ा कर और 125% जवाबी शुल्क भी जोड़ दिया है, जिससे इन उत्पादों पर कुल कर 245% हो गया है। इसी तरह, चीन से आयातित ऊनी स्वेटर पर पहले 16% का सामान्य शुल्क लगता था। इसके बाद बाइडेन प्रशासन ने 7.5% अतिरिक्त शुल्क जोड़ा, और ट्रंप प्रशासन ने उसमें 20% फेंटेनिल टैक्स और 125% जवाबी शुल्क शामिल कर दिया। इस तरह अब इन स्वेटरों पर कुल 168.5% आयात शुल्क लग रहा है।
युद्ध में कोई विजेता नहीं होताः चीन
चीन ने इस पर संयमित प्रतिक्रिया दी है। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा, “टैरिफ और व्यापार युद्ध का कोई विजेता नहीं होता। चीन लड़ना नहीं चाहता, लेकिन डरता भी नहीं है।” उन्होंने अमेरिका से दरों की स्पष्टता को लेकर संपर्क करने की बात भी कही।
व्हाइट हाउस ने अपने बयान में कहा कि यह कदम राष्ट्रीय सुरक्षा समीक्षा के तहत उठाया गया है। चीन ने हाल ही में गैलियम, जर्मेनियम, एंटीमनी जैसे महत्वपूर्ण हाई-टेक मटेरियल्स के निर्यात पर रोक लगा दी थी, जो ऑटोमोबाइल, एयरोस्पेस, सेमीकंडक्टर और रक्षा क्षेत्र के लिए अत्यंत आवश्यक हैं। इसके अलावा चीन ने रेयर अर्थ मेटल्स और मैग्नेट्स के निर्यात को भी सीमित किया है।
'चीन के खिलाफ जारी रहेगी कार्रवाई'
व्हाइट हाउस ने यह भी कहा कि ट्रंप के 'अमेरिका फर्स्ट' व्यापार सिद्धांत के तहत 75 से अधिक देशों से नए व्यापार समझौतों के लिए बातचीत चल रही है। ऐसे में बाकी देशों के लिए टैरिफ फिलहाल स्थगित हैं, लेकिन चीन के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।
पिछले हफ्ते चीन ने भी अमेरिका से आने वाले उत्पादों पर 125 प्रतिशत तक के टैरिफ लगा दिए थे। यह कदम ट्रंप के उस फैसले के जवाब में आया था, जिसमें अमेरिका ने चीन से आयात पर पहले ही 145 प्रतिशत तक का टैरिफ घोषित किया था। अब यह दर और बढ़कर 245 प्रतिशत तक पहुंच गई है।