मनु वैशाली महज 24 साल की हैं लेकिन उनका आत्मविश्वास गजब का है। वो मंचों पर कविताएं पढ़ती हैं, सोशल मीडिया पर भी खूब एक्टिव रहती हैं। कविताएं उनका प्यार है, तो मंच उनकी जिंदगी। जब उन्होंने कविताएं पढ़नी शुरु की तो उनके पिता ने कविताएं सुनना छोड़ दिया।
एक मिडिल क्लास परिवार से आने वाली मनु वैशाली ने हार नहीं मानी। कविताएं लिखती रहीं, कामयाबी मिली तो परिवार का भरोसा जगा और वो कवि जगत में ही नहीं अपने परिवार की भी आंखों का तारा बन चुकी हैँ। कृष्ण उनके आराध्य देव हैं, रुक्मिणी, बलदाऊ जैसे चरित्रों को आवाज देना उनका पसंदीदा काम। वो आम लोगों की तकलीफ, उनके संघर्षों को आवाज देती हैं, उन सिसकियों को सुनती हैं जिन्हें कई बार अपने लोग भी नजरअंदाज कर देते हैं।
बोले भारत के इस वीडियो में मिलिए मनु वैशाली से।