नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव आयोग से शिकायत की है। शिकायत में भाजपा ने राहुल पर आरोप लगाया है कि वे चुनावी अभियान के दौरान कथित तौर पर राज्यों के बीच विभाजन के लिए ‘उसका’ रहे हैं।
पार्टी के अनुसार, राहुल संविधान पर भाजपा के रुख के बारे में झूठी और गलत सूचना फैला रहे हैं। इस सिलसिले में भाजपा प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने आयोग से इसकी शिकायत की है।
भाजपा का आरोप है कि राहुल ने छह नवंबर को महाराष्ट्र की एक रैली में पार्टी समेत आरएसएस पर निशाना साधते हुए इन पर संविधान को खत्म करने का आरोप लगाया था।
कुछ और मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, भाजपा ने अपनी शिकायत में राहुल को चुनाव प्रचार से रोकने और उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 353 के तहत एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश देने की मांग की है। हालांकि भाजपा की शिकायत पर राहुल के तरफ से अभी तक कोई भी प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
चुनाव आयोग से भाजपा ने शिकायत में और क्या कहा है
अपनी शिकायत में भाजपा नेता अर्जुन राम मेघवाल ने कहा है कि महाराष्ट्र चुनाव के मद्देनजर राहुल एक बार फिर से झूठ बोल रहे हैं और राज्यों के बीच विभाजन पैदा कर रहे हैं।
मेघवाल के मुताबिक, रैलियों में राहुल संविधान को दिखाकर भाजपा पर एक बार फिर से झूठे आरोप लगा रहे हैं कि पार्टी संविधान को खत्म कर देगी। यह गलत है और इसे रोका जाना चाहिए।
भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने आयोग से यह भी कहा है कि राहुल को कई नोटिस और चेतावनी देने के बाद भी वे पार्टी पर इस तरह के झूठे आरोप लगाते आ रहे हैं और वे ऐसा बार बार कर रहे हैं।
पार्टी ने यह भी कहा है कि महाराष्ट्र में 15 अक्टूबर से आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) लागू होने के बावजूद राहुल इस तरह के बयान देते आ रहे हैं जो न केवल आचार संहिता बल्कि अन्य चुनावी और दंडात्मक कानूनों का उल्लंघन है।
भाजपा ने राहुल के भाषण के विशिष्ट हिस्सों का हवाला देते हुए अपनी शिकायत में कांग्रेस नेता के भारतीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की नियुक्ति प्रक्रिया की आलोचना पर सवाल उठाया है।
पार्टी के अनुसार, राहुल ने अपने चुनावी अभियान में यह दावा किया है कि विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्तियां योग्यता के आधार पर नहीं बल्कि आरएसएस की सदस्यता के मुताबिक होती है। पार्टी का दावा है कि राहुल ने न केवल इन विश्वविद्यालयों की बल्कि भारत के अन्य संस्थानों की नियुक्ति प्रक्रिया पर भी सवाल उठाया है।
राहुल गांधी का बयान “राष्ट्रीय एकता और अखंडता के लिए खतरनाक”-भाजपा
पार्टी का दावा है कि राहुल ने कहा है कि महाराष्ट्र के खर्च पर ऐप्पल आईफोन और बोइंग विमान के निर्माण की सुविधा अन्य राज्यों में हो रही है। भाजपा ने राहुल पर महाराष्ट्र के नवजवानों को भी भड़काने का भी आरोप लगाया है।
अपनी शिकायत में पार्टी ने राहुल के बयान को “राष्ट्रीय एकता और अखंडता के लिए खतरनाक” बताया है और चुनावी लाभ के लिए राज्य, जाति और धार्मिक आधार पर विभाजन पैदा करने का आरोप लगाया है।
भाजपा का दावा है कि राहुल के इस तरह के असत्यापित आरोप विभाजनकारी हैं। पार्टी के अनुसार, महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के दौरान इस तरह के बयान से क्षेत्रीय तनाव को बढ़ावा मिल सकता है।