जम्मू: जम्मू-कश्मीर में एक आतंकवाद विरोधी अभियान में सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली। इस दौरान उन्होंने लश्कर-ए-तैयबा के कुख्यात आतंकी को मार गिराया। लश्कर आतंकी के पास से बड़ी संख्या में अवैध हथियार बरामद किए। इस अभियान को सफल बनाने के लिए सुरक्षा बलों को विशेष रणनीति के साथ कड़ी मेहनत करनी पड़ी।
पूरे ऑपरेशन को अंजाम देने में नौ घंटे से अधिक का समय लगा। रविवार तड़के इस अभियान के दौरान सुरक्षा बलों को डर था कि आसपास के आवारा कुत्तों के भौंकने से आतंकी को उनकी मौजूदगी का आभास हो सकता है। ऐसे में कुत्तों को शांत रखने के लिए सेना ने एक खास तरकीब अपनाई।
न्यूज एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस को जानकारी मिली थी कि आतंकी उस्मान, श्रीनगर के एक इलाके में छिपा हुआ है। रविवार तड़के जब सुरक्षा बलों और सीआरपीएफ की टीम ने उस पर कार्रवाई की योजना बनाई, तो उन्हें डर था कि आसपास के कुत्तों के भौंकने से आतंकी को उनकी मौजूदगी का आभास हो सकता है।
इस चुनौती से निपटने के लिए पुलिस ने कुत्तों को बिस्किट खिलाए, ताकि वे शांत रहें और ऑपरेशन बिना किसी बाधा के पूरा किया जा सके। सुरक्षा बलों के लिए ये बिस्किट एक महत्वपूर्ण हथियार साबित हुए।
लश्कर-ए-तैयबा का कुख्यात कमांडर था उस्मान
आतंकी का नाम उस्मान था, जो लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) का एक बड़ा कमांडर और सुरक्षा बलों की हिट लिस्ट में शामिल था। पीटीआई के अनुसार, घाटी में उस्मान कई आतंकी घटनाओं को अंजाम दे चुका था और लंबे समय से पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था।
साल 2016-17 के बाद से वह पाकिस्तान से आकर घाटी में सक्रिय हो गया था और आतंक फैलाना शुरू कर दिया था और पिछले साल एक पुलिस अधिकारी की हत्या में भी उसका हाथ था।
शनिवार सुबह-सुबह पुलिस और सीआरपीएफ की टीम ने इलाके को घेर लिया और उस्मान को पकड़ने के लिए सावधानीपूर्वक कदम बढ़ाए। कुछ घंटों बाद उस्मान को भनक लग गई, जिसके बाद उसने पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी।
उसमान के पास एके-47, पिस्तौल और ग्रेनेड भी थे। इस मुठभेड़ के दौरान कुछ ग्रेनेड फटे और एक घर में आग लग गई, जिसे सुरक्षा बलों ने तुरंत काबू में कर लिया ताकि आस-पास के घरों को नुकसान न हो।
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सेना को मुठभेड़ में मिली बड़ी कामयाबी
कई घंटों की मुठभेड़ के बाद पुलिस ने उस्मान को मार गिराया है। इस अभियान में चार सुरक्षाकर्मी भी घायल हुए, उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है।
आतंकवाद के खिलाफ इस सफल अभियान में सुरक्षा बलों की सूझबूझ और रणनीति को एक बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। अगर सुरक्षाबल कुत्तों को शांत करने के लिए बिस्किट का सहारा नहीं लेते, तो शायद यह ऑपरेशन इतनी आसानी से सफल नहीं हो पाता।