Saturday, November 8, 2025
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समस्तीपुर में सड़क किनारे मिलीं हजारों VVPAT पर्चियां, एआरओ निलंबित; राजद ने उठाए सवाल

शुरुआती जांच में पता चला है कि ये पर्चियां पहले चरण के मतदान से पहले हुई मॉक पोल प्रक्रिया में उपयोग की गई थीं। चुनाव आयोग ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं।

समस्तीपुरः बिहार विधानसभा चुनाव के बीच समस्तीपुर जिले में शनिवार को सड़क किनारे हजारों वोटर वेरिफायबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) पर्चियां बिखरी मिली हैं। इस घटना के बाद चुनाव आयोग ने मामले में एफआईआर दर्ज कर लापरवाही के आरोप में एआरओ को निलंबित कर दिया है।

मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि घटना को गंभीरता से लिया गया है, लेकिन यह केवल मॉक पोल पर्चियों से जुड़ी है। उन्होंने स्पष्ट किया कि मतदान प्रक्रिया की अखंडता पर कोई असर नहीं पड़ा है।

सीईसी ने कहा क समस्तीपुर के डीएम को मौके पर जाकर जांच के निर्देश दिए गए हैं। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सभी चुनावी प्रोटोकॉल का पालन सख्ती से हो। लापरवाह एआरओ को निलंबित कर दिया गया है और एफआईआर दर्ज की गई है।

मामला सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र के गुड़मा गांव का है, जहां कूड़े के ढेर में ये पर्चियां पाई गईं। सूचना मिलते ही समस्तीपुर के जिलाधिकारी-सह-जिला निर्वाचन पदाधिकारी रोशन कुशवाहा और पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे। विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशियों को भी निरीक्षण के लिए बुलाया गया। प्रशासनिक टीम ने मौके से सभी पर्चियों को जब्त कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।

जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने बताया कि प्रारंभिक जांच से पता चला है कि ये पर्चियां मॉक पोल के दौरान निकली थीं। मतदान शुरू होने से पहले लगभग 5:30 बजे मॉक पोल किया गया था। यह एक तकनीकी प्रक्रिया है जिसमें मशीनों की कार्यक्षमता जांची जाती है।

चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार, हर मतदान केंद्र पर मतदान एजेंटों की उपस्थिति में मॉक पोल किया जाता है, जिसके बाद पर्चियों को सीसीटीवी निगरानी में नष्ट किया जाता है।

कैसे हुई लापरवाही

सूत्रों के अनुसार, मॉक पोल खत्म होने के बाद एआरओ कुछ देर के लिए मतदान केंद्र से चले गए थे और काम एक कनिष्ठ अधिकारी को सौंप दिया था। उसी दौरान पर्चियों को गलती से बाहर फेंक दिया गया। सुबह करीब 6:12 बजे के सीसीटीवी फुटेज में एक सफाईकर्मी को झाड़ू लगाते हुए दिखाया गया, जिससे अनजाने में पर्चियां बिखर गईं।

समस्तीपुर के एसपी ने कहा, “सरायरंजन थाना क्षेत्र में कुछ कटी और बिना कटी हुई पर्चियां मिलीं। सभी पर्चियों को प्रत्याशियों की मौजूदगी में जब्त किया गया है। यह स्थान डिस्पैच सेंटर से करीब 500 मीटर की दूरी पर है। घटना के बाद प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और संबंधित कर्मियों को निलंबित किया गया है।”

क्या है मॉक पोल प्रक्रिया?

डीएम रोशन कुशवाहा ने बताया कि मतदान से पहले मशीनों की जांच के दौरान मॉक पोल किया जाता है। इसमें लगभग 5 प्रतिशत ईवीएम पर करीब 1,000 वोट डाले जाते हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि मशीनें ठीक से काम कर रही हैं। हर प्रत्याशी के बटन को दबाकर देखा जाता है कि प्रतीक चिन्ह सही तरीके से लोड हुए हैं या नहीं।

उन्होंने कहा कि इसी प्रक्रिया के दौरान बड़ी संख्या में वीवीपैट पर्चियां निकलती हैं। इनमें से कुछ पर्चियां कटी हुई और कुछ बिना कटी हुई पाई गई हैं। जांच चल रही है और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगी।”

समस्तीपुर के स्ट्रॉन्ग रूम में संदिग्धों की एंट्री और CCTV बंद रहने पर मचा हंगामा

वहीं इस घटना को लेकर राजद ने चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल उठाए हैं। पार्टी ने कहा कि समस्तीपुर के सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र में केएसआर कॉलेज के पास ईवीएम से निकली हजारों वीवीपैट पर्चियां सड़क पर फेंकी मिलीं।

राजद ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए पूछा, “ये पर्चियां कब, कैसे, क्यों और किसके आदेश पर फेंकी गईं? क्या ‘चोर आयोग’ इसका जवाब देगा? क्या यह सब उस ‘वोट डकैत’ के इशारे पर हो रहा है, जो बाहर से आकर बिहार में डेरा डाले हुए है?”

वीवीपैट की घटना के बाद राजद ने समस्तीपुर जिले के मोहिउद्दीन नगर विधानसभा क्षेत्र के स्ट्रॉन्ग रूम में कुछ संदिग्ध लोगों के दाखिल होने का आरोप लगाते हुए वीडियो जारी किया। राजद ने चुनाव आयोग से स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है।

यह घटना समस्तीपुर के ब्रजगृह स्थित स्ट्रॉन्ग रूम की बताई जा रही है। राजद द्वारा एक्स पर शेयर किए गए सीसीटीवी फुटेज में कथित तौर पर कुछ लोग स्ट्रॉन्ग रूम के अंदर जाते हुए नजर आ रहे हैं।

राजद ने चुनाव आयोग और बिहार के मुख्य चुनाव अधिकारी को टैग करते हुए कहा कि “स्थिति स्पष्ट की जाए कि ब्रजगृह के अंदर ये संदिग्ध लोग कौन थे और क्या कर रहे थे? जागते रहो, सतर्क रहो। एक बाहरी वोट डकैत बिहार में बैठकर बिहार विरोधी कुछ लोगों के साथ मिलकर लोकतंत्र की जननी बिहार से वोट चोरी करना चाहता है।”

विवाद यहीं तक सीमित नहीं रहा। राजद ने आरोप लगाया है कि समस्तीपुर के स्ट्रॉन्ग रूम में करीब आधे घंटे तक CCTV कैमरे बंद रहे। उन्होंने चुनाव आयोग और स्थानीय प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि अब “बिजली कटने”, “बैटरी डाउन” या “टीवी स्लीप मोड में चला गया” जैसी दलीलों से जनता को बेवकूफ नहीं बनाया जा सकता।

राजद ने कहा, समस्तीपुर के स्ट्रॉन्ग रूम में सीसीटीवी कैमरा आधे घंटे तक बंद रहा। चुनाव आयोग और प्रशासन फालतू बहाने न बनाए। आपकी विश्वसनीयता और शुचिता शून्य है। वोट चोरी के हथकंडे बंद कीजिए।

अनिल शर्मा
अनिल शर्माhttp://bolebharat.com
दिल्ली विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में उच्च शिक्षा। 2015 में 'लाइव इंडिया' से इस पेशे में कदम रखा। इसके बाद जनसत्ता और लोकमत जैसे मीडिया संस्थानों में काम करने का अवसर मिला। अब 'बोले भारत' के साथ सफर जारी है...
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