बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए को मिले प्रचंड बहुमत के बाद सरकार गठन की कवायद जारी है। बुधवार को पटना में लगातार बैठकें हुईं, जिनमें प्रमुख दलों ने अपने-अपने विधायक दल के नेता चुने गए। मुख्यमंत्री आवास पर हुई जदयू विधायक दल की बैठक में नीतीश कुमार को सर्वसम्मति से दोबारा नेता चुना गया। वहीं भाजपा ने भी प्रदेश कार्यालय में हुई पार्टी विधायकों की बैठक में सर्वसम्मति से सम्राट चौधरी को नेता और विजय कुमार सिन्हा को उप नेता चुना। यानी इस बार भी बिहार सरकार में नतीश-सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा की तिकड़ी नजर आने वाली है।
नीतीश कुमार ने मंगलवार को ही पुराने मंत्रिमंडल का इस्तीफा सौंप दिया था। बुधवार को नए विधायक दलों के चयन के बाद अब एनडी के संयुक्त नेता के चुनाव की औपचारिकता बाकी है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि दोपहर साढ़े तीन बजे बिहार विधानसभा के सेंट्रल हॉल में अपना नेता चुनेंगे। इसके बाद नीतीश कुमार राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा करेंगे।
रिकॉर्ड 10वीं बार नीतीश लेंगे सीएम पद की शपथ
नीतीश कुमार गुरुवार को गांधी मैदान में 10वीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे, जो एक नया रिकॉर्ड होगा। वहीं अगले कुछ दिनों में कैबिनेट के गठन और विभागों के बंटवारे को लेकर भी निर्णय होने की संभावना है।
पार्टी नेताओं ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि नीतीश बुधवार शाम को राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मुलाकात कर सरकार गठन की प्रक्रिया शुरू करने का अनुरोध करेंगे। उन्होंने निवर्तमान सरकार के प्रमुख के रूप में इस्तीफा दे दिया है और सभी एनडीए घटकों के समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंप दिए हैं। वर्तमान विधानसभा बुधवार को भंग कर दी जाएगी।
इधर भाजपा ने भी अपने विधायक दल की बैठक प्रदेश कार्यालय में की। भाजपा की ओर से फिर से सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को दोहराया गया है। बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी मौजूद रहे। उन्होंने बताया कि सभी नए विधायकों की सहमति से दोनों नेताओं के नाम तय किए गए।
बीजेपी विधायक दल का उपनेता चुने जाने पर विजय सिन्हा ने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व को धन्यवाद कहा। उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के प्रति आभार व्यक्त करता हूं। सम्राट चौधरी ने भी पार्टी के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मुझे इतनी बड़ी जिम्मेदारी देने के लिए मैं पार्टी का शुक्रिया अदा करता हूँ। हम बिहार की प्रगति के लिए काम करेंगे।
शपथ ग्रहण में कौन-कौन आ रहा?
नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 20 नवंबर को होना है। शपथ ग्रहण समारोह गांधी मैदान में होगा, जहां भारी संख्या में लोगों के जुटने की संभावना है। इसी को देखते हुए व्यवस्था का विशेष ख्याल रखा जा रहा है। मंगलवार शाम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार खुद गांधी मैदान पहुंचे थे और मंच, अतिथि बैठने की व्यवस्था तथा सुरक्षा इंतजामों का निरीक्षण किया था।
शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंंत्री नरेंद्र मोदी भी हिस्सा लेंगे। बुधवार को गृह मंत्री अमित शाह पटना पहुंचेंगे। शपथ ग्रहण समारोह के लिए भाजपा ने एनडीए शासित सभी राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्रियों को आमंत्रित किया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और कई केंद्रीय मंत्रियों को भी बुलाया गया है।
सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दो उपमुख्यमंत्रियों सहित करीब 20 मंत्रियों के साथ शपथ लेंगे। मंत्रिमंडल में भाजपा और जदयू के साथ लोजपा (रामविलास), हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) के विधायकों को भी जगह मिलने की संभावना है।
गौरतलब है कि इस बार के चुनाव में एनडीए को प्रचंड जीत मिली है। 243 सदस्यीय विधानसभा में गठबंधन को 202 सीटें मिलीं। भाजपा ने 89 और जदयू ने 85 सीटों पर जीत दर्ज की। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने 29 सीटों पर चुनाव लड़कर 19 सीटें जीतीं और एनडीए की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को पांच और राष्ट्रीय लोक मोर्चा को चार सीटें मिलीं।
विपक्ष में राजद को 25, कांग्रेस को छह, सीपीआई(एमएल)(एल) को दो, सीपीआई(एम) को एक और इंडियन इंक्लूसिव पार्टी (IIP) को एक सीट मिली। एआईएमआईएम ने पांच और बसपा ने एक सीट जीती।

