पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव की 243 सीटों के लिए चुनाव आयोग नतीजे जारी कर रहा है। दोपहर तक के रुझानों के मुताबिक, भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यूनाइटेड के नेतृत्व वाला एनडीए गठबंधन बंपर जीत हासिल करता दिखाई दे रहा है। नतीजों में भारतीय जनता पार्टी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। वहीं, जनता दल यूनाइटेड और चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी भी शानदार प्रदर्शन कर रही है। हालांकि, इन सबके बीच राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने जनसुराज पार्टी बनाई और उम्मीदवार उतारे। हालांकि अब तक के नतीजों के मुताबिक, पार्टी का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा।
प्रशांत किशोर ने चुनाव प्रचार के दौरान काफी आक्रमक प्रचार किया। उन्होंने इस दौरान राज्य में पलायन, शिक्षा, बेरोजगारी जैसे प्रमुख मुद्दों को उठाया था। हालांकि, उनके किसी भी उम्मीदवार को जीत मिलती दिखाई नहीं दे रही है। दिलचस्प यह है कि अपनी पार्टी को तीसरे विकल्प के रूप में पेश करने वाले प्रशांत की पार्टी ओवैसी की एआईएमआईएम और बसपा से भी पिछड़ती दिखाई दे रही है।
AIMIM और BSP से पीछे जनसुराज पार्टी
चुनाव आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक, एआईएमआईएम दोपहर 3 बजे तक 6 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। वहीं जनसुराज पार्टी को किसी भी सीट पर बढ़त हासिल नहीं है।
सीमांचल क्षेत्र में एआईएमआईएम ने 2020 की ही तरह बेहतरीन प्रदर्शन को दोहराया है। पार्टी किशनगंज सीट पर कोचाधामन सीट पर 20 हजार से अधिक वोटों से आगे चल रही है। यहां पर पार्टी के मोहम्मद सरवल आलम 21 राउंड की गिनती के बाद बढ़त बनाए हुए हैं।
वहीं पूर्णिया की अमौर सीट पर भी पार्टी करीब 35 हजार सीटों से आगे चल रही है। यहां पर अख्तरुल ईमान 23 राउंड की गिनती के बाद बढ़त बनाए हुए हैं। वहीं, इसी जिले की बायसी सीट पर भी पार्टी को बढ़त हासिल है। यहां पर गुलाम सरवर 13 राउंड की गिनती के बाद 5 हजार से अधिक वोटों से आगे चल रहे हैं।
इस बीच बसपा भले ही कई सीटों पर बढ़त बनाती नहीं दिख रही है लेकिन पार्टी के लिए अच्छी खबर है। रामगढ़ सीट पर बसपा के उम्मीदवार सतीश कुमार सिंह यादव 15 राउंड की गिनती के बाद एक हजार से अधिक वोटों से बढ़त बनाए हुए हैं। वहीं, पार्टी को राज्य में अभी तक करीब 1.52 फीसदी वोट मिला है। ऐसे में पार्टी के लिए इसे खुशखबरी के रूप में देखा जा रहा है।
प्रशांत किशोर के लिए नतीजे रहे निराशाजनक
बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजे जनसुराज संस्थापक प्रशांत किशोर के काफी निराशाजनक रहे हैं। चुनाव से पहले उन्होंने अपनी पार्टी को लेकर भविष्यवाणी की थी कि वह या तो अर्श पर रहेंगे या फर्श पर। उन्होंने कहा था कि पार्टी या तो 10 से नीचे रहेगी या फिर 150 से ऊपर।
वहीं, नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड के लिए पीके ने कहा था कि उनकी पार्टी 25 सीटों से ज्यादा नहीं जीतेगी। उन्होंने यह भी कहा था अगर ऐसा होता है तो वह इस्तीफा दे देंगे।
गौरतलब है कि इस बार विधानसभा चुनाव में बंपर वोटिंग हुई थी। कुल 67 फीसदी से अधिक वोटिंग हुई थी। चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, भारतीय जनता पार्टी अभी 94 सीटों पर आगे चल रही है तो वहीं जनता दल यूनाइटेड 84 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
राष्ट्रीय जनता दल की पार्टी सिर्फ 25 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। वहीं कांग्रेस महज 2 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। राष्ट्रीय जनता दल नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव भी पीछे नजर आ रहे हैं। वहीं, लालू यादव के बडे़ बेटे तेज प्रताप यादव भी लगभग 30 हजार वोटों से पीछे चल रहे हैं।

