पटनाः बिहार में जैसे-जैसे चुनावी नतीजे जारी किए जा रहे हैं, महागठबंधन पिछड़ता दिखाई दे रहा है। इस बीच महागठबंधन में शामिल कांग्रेस की तरफ से चुनावी नतीजों को लेकर प्रतिक्रिया आई है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने नतीजों को लेकर चुनाव आयोग पर सवाल उठाए हैं।
पवन खेड़ा ने दावा किया कि बिहार में असली लड़ाई एनडीए और इंडिया गठबंधन के बीच नहीं बल्कि चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और भारत के लोगों के बीच है।
पवन खेड़ा का तीखा हमला
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, शुरुआती रुझानों के सामने आने के बाद खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस अभी भी शुरुआती रुझानों पर नजर रखे हुए है। उन्होंने कहा, “यह तो बस शुरुआत है और हम इंतजार कर रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा – “शुरुआती रुझान बताते हैं कि ज्ञानेश कुमार गुप्ता बिहार की जनता पर प्रभाव डाल रहे हैं। SIR और ‘वोट चोरी’ जैसे मुद्दों के बावजूद जनता ने अदम्य साहस दिखाया है। ज्ञानेश कुमार गुप्ता कितने प्रभावशाली होंगे यह देखना बाकी है। यह मुकाबला भारत के चुनाव आयोग और बिहार की जनता के बीच है।”
खेड़ा ने इस दौरान अपनी बात के लिए एक किताब का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयुक्त प्रधानमंत्री को खुश करने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने एक किताब का भी जिक्र किया। खेड़ा ने ‘टू सर्व विद लव’ किताब का जिक्र करते हुए कहा कि ज्ञानेश कुमार गुप्ता यह किताब पीएम मोदी के लिए लिख रहे हैं।
एनडीए को भारी बढ़त
इस बीच, जैसे-जैसे राजनीतिक बयानबाजी जारी है। लेकिन नतीजों में एनडीए बंपर जीत दर्ज कर रही है, वहीं महागठबंधन पिछड़ता दिखाई दे रहा है।
चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, शाम 5 बजे तक भारतीय जनता पार्टी सर्वाधिक 91 (19 जीत, 72 आगे) सीटों पर जीत की ओर आगे बढ़ रही है। वहीं, जनता दल यूनाइटेड 84 (10 जीत, 74 आगे) सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। जबकि महागठबंधन में राजद सिर्फ 25 (4 जीत, 21 आगे) सीटों पर आगे चल रही है। वहीं कांग्रेस एक सीट जीत चुकी है और 4 पर बढ़त बनाए हुए है।
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बिहार विधानसभा चुनाव की 243 विधानसभा सीटों के लिए इस बार दो चरणों 6 नवंबर और 11 नवंबर को वोटिंग हुई थी। राज्य में एनडीए और महागठबंधन के बीच मुकाबला कहा जा रहा था। हालांकि, एग्जिट पोल्स में एनडीए को बढ़त दिखाई गई थी। लेकिन नतीजों में एनडीए का प्रदर्शन उससे कहीं बेहतर नजर आ रहा है।
असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने भी अच्छा प्रदर्शन किया है। पार्टी 2 सीटों पर जीत हासिल कर चुकी है और 3 पर बढ़त में है। वहीं, मायावती की बहुजन समाज पार्टी ने एक सीट पर बढ़त बना ली है।

