अमेरिकी अधिकारियों ने गुरुवार को दावा किया कि चीन की नई अत्याधुनिक परमाणु पनडुब्बी वुहान के पास वुचांग शिपयार्ड में डूब गई। अमेरिकी अधिकारियों ने बताया है कि यह घटना मई या जून में हुई थी, लेकिन इसे चीनी सरकार ने छिपाने का प्रयास किया। सैटेलाइट तस्वीरों से इस हादसे का खुलासा हुआ। इस घटना की वजह से अमेरिका के साथ समुद्री सैन्य संतुलन बनाने की कोशिशों को बड़ा झटका लगा है।
अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया कि चीन की नई अत्याधुनिक जाउ-क्लास परमाणु पनडुब्बी, जो अपनी एक्स-आकार की स्टर्न की वजह से अधिक कुशल मानी जाती है, वुचांग शिपयार्ड के पास एक डॉक में डूब गई। अमेरिकी रक्षा अधिकारियों के मुताबिक यह घटना मई या जून में हुई थी, जब पनडुब्बी बंदरगाह के पास खड़ी थी। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि हादसे में कोई हताहत हुआ या नहीं। और पनडुब्बी में उस समय परमाणु ईंधन था या नहीं, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह संभावना है। इस पनडुब्बी को बाद में बाहर निकाला गया, लेकिन इसे फिर से संचालन में लाने में कई महीने लग सकते हैं।
More images of the Chinese Navy’s Newest Nuclear-Powered Attack Submarine (Zhou-Class, Type 041), That Sank at a Shipyard in Wuhan
US officials are unsure if the sub contained nuclear fuel at the time of the sinking, but it’s highly likely.
The submarine was eventually salvaged… pic.twitter.com/C0pfkTWdQD
— Indo-Pacific News – Geo-Politics & Defense (@IndoPac_Info) September 27, 2024
अमेरिका ने उठाए सवाल
अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि चीनी प्रशासन ने इस घटना के बाद पानी या आसपास के क्षेत्र में रेडिएशन की जांच नहीं की है। अब तक पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने इस हादसे पर कोई बयान जारी नहीं किया है। गर्मियों में पहली बार इस घटना के संकेत तब मिले जब थॉमस शुगार्ट, सेंटर फॉर ए न्यू अमेरिकन सिक्योरिटी के वरिष्ठ साथी और पूर्व अमेरिकी पनडुब्बी अधिकारी, ने सोशल मीडिया पर उपग्रह तस्वीरों में असामान्य गतिविधियां देखीं।
फ्लोटिंग क्रेनों की गतिविधियों के आधार पर उन्होंने अनुमान लगाया कि कोई दुर्घटना हुई है, हालांकि उन्हें यह नहीं पता था कि यह एक परमाणु-संचालित पनडुब्बी थी। शुगार्ट ने कहा, “कल्पना कीजिए, अगर सैन डिएगो में एक अमेरिकी परमाणु पनडुब्बी डूब जाती और सरकार इसे छिपाने की कोशिश करती, यह बहुत बड़ा मामला होता।”
चीन की सैन्य क्षमता सवालों के घेरे में
नाम न छापने की शर्त पर एक अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने बताया कि इस घटना और इसे छिपाने के प्रयासों ने चीनी सैन्य क्षमता और पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा, “प्रशिक्षण और उपकरणों की गुणवत्ता के अलावा, यह घटना चीन के रक्षा उद्योग की जवाबदेही और पारदर्शिता में कमी को उजागर करती है, जो लंबे समय से भ्रष्टाचार से प्रभावित है। पीएलए नौसेना द्वारा इस हादसे को छिपाने की कोशिश करना असामान्य नहीं है ।”
चीन की सैन्य विस्तार के लिए बड़ा झटका
2022 तक, चीन के पास छह परमाणु-संचालित बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बियां, 6 परमाणु-संचालित अटैक पनडुब्बियां और 48 डीजल-संचालित अटैक पनडुब्बियां थीं। अमेरिकी रक्षा विभाग के मुताबिक, 2025 तक यह संख्या 65 और 2035 तक 80 हो सकती है। लेकिन इस हादसे ने चीन की पनडुब्बी विस्तार योजनाओं को धीमा कर दिया है। हेरिटेज फाउंडेशन के वरिष्ठ शोधकर्ता ब्रेंट सैडलर ने वॉल स्ट्रीट जर्नल को बताया, “नए यार्ड में बनी एक नई परमाणु पनडुब्बी का डूबना चीन की सैन्य योजनाओं के लिए एक बड़ा झटका है।”