वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच शांति स्थापित करने के अपने दावे को फिर से दोहराया है। हालांकि, इस बार उन्होंने एक और नई बात कही है। उन्होंने अपने बयान में गिराए गए लड़ाकू विमान की संख्या सात से बढ़ाकर आठ कर दी। उन्होंने कहा कि दोनों परमाणु संपन्न देशों ने मई में तब ‘शांति स्थापित’ की, जब उन्होंने ट्रेड डील रद्द करने की धमकी दी। ट्रंप ने अपने बेतुके दावे को बुधवार को मियामी में अमेरिका बिजनेस फोरम में दोहराया।
ट्रंप दावा करते रहे हैं कि उन्होंने फिर से राष्ट्रपति बनने के बाद 8 संघर्षों को खत्म किया है और इसमें भारत-पाकिस्तान प्रकरण भी शामिल है। भारत-पाकिस्तान संघर्ष के अलावा उन्होंने कोसोवो-सर्बिया और कांगो-रवांडा के बीच जंग रोकने जैसे दावे किए हैं। ट्रंप लगातार खुद को एक वैश्विक शांतिदूत के रूप में फिर से पेश करने की कोशिश करते रहे हैं।
7 नहीं 8 विमान! डोनाल्ड ट्रंप ने क्या कहा
ट्रंप ने कहा, ‘मैं भारत और पाकिस्तान के साथ एक व्यापार समझौते पर बातचीत कर रहा था, और तभी मैंने एक अखबार के पहले पन्ने पर पढ़ा… मैंने सुना कि वे युद्ध करने जा रहे हैं। सात विमान मार गिराए गए, और आठवाँ बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुआ। असल में आठ विमान मार गिराए गए। मैंने कहा, यह युद्ध है, और वे इसमें लगे हुए हैं। वे दो परमाणु संपन्न देश हैं। मैंने कहा- मैं आपके साथ कोई व्यापार समझौता नहीं करूँगा जब तक आप शांति के लिए सहमत नहीं होते।’
ट्रंप ने दावा किया कि दिल्ली और इस्लामाबाद इस तरह की धमकी का विरोध किया और कहा कि उनके संघर्ष का व्यापार समझौतों से कोई लेना-देना नहीं है।
ट्रंप ने कहा, ‘दोनों देशों ने कहा, ‘बिल्कुल नहीं। इसका कोई लेना-देना नहीं है…’ मैंने कहा- इसका सब कुछ लेना-देना है। आप परमाणु शक्ति संपन्न हैं। मैं आपके साथ व्यापार नहीं कर रहा हूँ। अगर आप आपस में युद्ध कर रहे हैं तो हम आपके साथ कोई समझौता नहीं कर रहे हैं।’ उन्होंने आगे बताया कि अगले दिन उन्हें फोन आया कि दोनों देशों के बीच शांति हो गई है।
ट्रंप ने कहा, ‘मैंने कहा- धन्यवाद। आइए व्यापार करें। क्या यह बहुत अच्छा नहीं है? टैरिफ के बिना, यह कभी नहीं होता।’
ट्रंप के दावे का विरोध करता रहा है भारत
भारत हालांकि शुरू से अमेरिकी राष्ट्रपति के दावे का खंडन करता रहा है। भारत ने हमेशा ये कहा है कि 10 मई को पाकिस्तानी कमांडरों द्वारा अपने भारतीय समकक्षों से आक्रमण रोकने की अपील के बाद युद्धविराम हुआ।
हालाँकि, इसके बावजूद ट्रंप अपने दावे को दोहराते रहे हैं। वह मई से ही यह बात कह रहे हैं कि अमेरिका की मध्यस्थता में ‘रात में हुई लंबी बातचीत’ के बाद भारत और पाकिस्तान युद्धविराम पर सहमत हुए हैं। रिपोर्टों के अनुसार, उन्होंने भारत-पाकिस्तान में युद्धविराम को लेकर अपने दावे को कम से कम 60 बार दोहराया है, जबकि भारत ने लगातार वाशिंगटन के किसी भी हस्तक्षेप से इनकार किया है।
भारत ने 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी शिविरों पर हमला किया था, ताकि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों द्वारा 26 नागरिकों की निर्मम हत्या का बदला लिया जा सके। इसके बाद पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई की और फिर दोनों देशों के बीच संघर्ष शुरू हुआ। चार दिनों तक चली गोलीबारी और मिसाइल हमलों के बाद, पाकिस्तान द्वारा युद्धविराम की मांग के साथ, यह संघर्ष रूक गया था।

