नई दिल्ली: ईरान में सख्त हिजाब कानून लागू है। हिजाब नहीं पहनने को लेकर महिलाओं को प्रशासन की ओर से ही मारपीट और पताड़ना तक का सामना करना पड़ता है। लेकिन अब एक ऐसा वीडियो सामने आया है, जिसे लेकर विवाद मच गया है। लोग सवाल उठा रहे हैं। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के नेतृत्व वाली कट्टरपंथी इस्लामी सरकार पर हिजाब और इस्लामी कानूनों को लेकर पाखंड करने के आरोप लग रहे हैं।
दरअसल, यह पूरा विवाद खामेनेई के एक करीबी सहयोगी की बेटी की शादी को लेकर है, जिसमें दुल्हन स्ट्रैपलेस गाउन पहने नजर आ रही है। शादी का एक वीडियो सोशल मीडिया के जरिए सामने आया है, जिसके बाद खामेनेई के आलोचकों ने शासन पर उसके कठोर हिजाब संबंधी आदेश को लेकर पाखंड करने का आरोप लगाया है।
पिछले साल का वीडियो
दरअसल, यह वीडियो अली शमखानी की बेटी की 2024 में हुई शादी का है और अब लीक हुआ है। शमखानी ईरान के सबसे वरिष्ठ रक्षा और राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों में से एक हैं और खामेनेई के विश्वासपात्र माने जाते हैं। खामेनेई ने हमेशा से महिलाओं और लड़कियों पर सख्त इस्लामी नियम लागू करने की वकालत की है और इसके खिलाफ बोलने या प्रदर्शन करने वालों पर हिंसक कार्रवाई तक के आदेश दिए हैं।
2022 में जब हिजाब के खिलाफ देशव्यापी विद्रोह ने ईरान को हिलाकर रख दिया था, तब शमखानी ईरान की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद का नेतृत्व कर रहे थे। उस समय विरोध में बड़ी संख्या में महिलाएं सड़कों पर उतर आई थीं और देश के हिजाब नियम के विरोध में अपने सिर के स्कार्फ को जला और फेंक रही थीं।
ईरानी नेता की बेटी की शादी के वीडियो में क्या है?
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में ईरान की एक्सपीडिएंसी काउंसिल के सदस्य एडमिरल शमखानी अपनी बेटी को तेहरान के आलीशान एस्पिनास पैलेस होटल के एक वेडिंग हॉल में ले जाते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसमें दुल्हन फतेमेह, एक लो-कट, स्ट्रैपलेस ड्रेस पहने हुए दिखाई दे रही है, जिनके सिर पर लगभग पारदर्शी घूँघट है और मुश्किल से ही उनके सिर को ढका हुआ है।
वीडियो में शमखानी की पत्नी भी इसी तरह का एक खुला नीला लेस वाला इवनिंग गाउन पहने हुए दिखाई दे रही हैं, जिसके पीछे और बगलें खुली हैं। उन्होंने सिर पर स्कार्फ भी नहीं है। वीडियो में कुछ अन्य महिलाएँ भी बिना हिजाब पहने दिखाई दे रही हैं। वीडियो कुछ ऐसा है, जिसे देखने पर आभास होता कि किसी पश्चिमी शैली के तहत ये सबकुछ हो रहा है।
वीडियो सामने आने के बाद हो रही आलोचना
ईरान में वीडियो के सामने आने के बाद आलोचना हो रही है। शादी में फिजूलखर्ची और दुल्हन सहित उनकी माँ के परिधानों के चयन को लेकर लोग सवाल उठा रहे हैं। एक ऐसा देश जहां ऐसी ड्रेस पहनना एक तरह से मुश्किल है और जहाँ हिजाब अनिवार्य है, वहां एक वरिष्ठ नेता के घर की महिलाएं ऐसा कैसे कर सकती हैं, इसे लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। ईरान में कई दशकों से शालीनता की बात कहते हुए सख्ती से नियमों का पालन लोगों से कराया जाता रहा है। अब आलोचक खामेनेई शासन पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगा रहे हैं।
ईरान की निर्वासित कार्यकर्ता मसीह अलीनेजाद ने एक्स पर लिखा, ‘इस्लामिक गणराज्य के शीर्ष शासकों में से एक अली शमखानी की बेटी ने स्ट्रैपलेस ड्रेस पहनकर एक शानदार शादी की। इस बीच, ईरान में महिलाओं को बाल दिखाने पर पीटा जाता है, और युवा ऐसी शादी करने का जोखिम नहीं उठा सकते।’
उन्होंने कहा कि इस वीडियो ने लाखों ईरानियों को क्रोधित कर दिया है क्योंकि खामेनेई शासन ‘खुद को छोड़कर सभी पर गोलियों, डंडों और जेलों के जरिए इस्लामी मूल्यों को लागू करता है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘खामेनेई के मुख्य सलाहकार अपनी बेटी की शादी का जश्न एक महल जैसे आयोजन में मना रहे थे। वही शासन जिसने महसा अमिनी को उनके बाल दिखाने पर मार डाला, महिलाओं को गाने पर जेल में डाल दिया, लड़कियों को वैन में घसीटने के लिए 80,000 “मॉरिलिटी पुलिस” नियुक्त की, खुद एक आलीशान पार्टी का आयोजन करता है। यह पाखंड नहीं, व्यवस्था है। वे लोगों को शालीनता का पाठ पढ़ाते हैं जबकि उनकी अपनी बेटियाँ डिजाइनर ड्रेस पहनकर परेड करती हैं। संदेश इससे ज्यादा स्पष्ट नहीं हो सकता: नियम आपके लिए हैं, उनके लिए नहीं।’
ईरानी पत्रकार अमीर हुसैन मोसल्ला ने सोशल मीडिया पर कहा कि वीडियो से पता चलता है कि ‘सरकारी अधिकारियों को खुद अपने कानूनों पर कोई भरोसा नहीं है, जिनका वे समर्थन करते हैं, वे बस लोगों का जीवन दयनीय बनाना चाहते हैं।’
वहीं, सोमवार को ईरान के एक सुधारवादी अखबार ‘शार्ग’ ने पहले पन्ने पर शमखानी की तस्वीर ‘घोटालों में दबे’ शीर्षक से छापी।
ईरानी महिला अधिकार कार्यकर्ता एली ओमिदवारी ने विरोध प्रदर्शनों में मारे गए सैकड़ों लोगों को याद करते हुए कहा, ‘उनकी दुल्हन एक महल में है, हमारी दुल्हन जमीन के नीचे दफन है।’
ईरान के रिवॉलूशनरी गार्ड्स से संबद्ध तस्नीम (Tasnim) समाचार एजेंसी ने भी शमखानी की आलोचना की। साथ ही उसने किसी के निजी वीडियो को प्रकाशित करने को अनैतिक भी बताया।
शमखानी ने वायरल वीडियो पर क्या कहा?
शमखानी ने इजराइल पर अप्रैल 2024 के समारोह का वीडियो लीक करने का आरोप लगाया है। ईरान इंटरनेशनल ने उनके हवाले से कहा, ‘लोगों की निजता में सेंध लगाना इजराइल की हत्या का नया तरीका है।’
ईरान इंटरनेशनल के अनुसार पूर्व ईरानी मंत्री एज्जतुल्लाह जरघामी ने शमखानी का बचाव करते हुए कहा है कि उन्होंने अपना सिर नीचे रखा था और समारोह ‘केवल महिलाओं के लिए’ था। जरगामी ने कहा, ‘कुछ महिलाएं पर्दे में थीं और बाकी करीबी रिश्तेदार थीं।’