श्रीकाकुलम जिले के प्रसिद्ध वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में भगदड़ मचने से 10 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि एकादशी के अवसर पर मंदिर में भारी भीड़ थी। शुरुआती रिपोर्टों के मुताबिक, मंदिर के मुख्य द्वार पर अत्यधिक भीड़ होने के कारण अचानक अंदरूनी गर्भगृह के पास अफरातफरी फैल गई। भीड़ के धक्कामुक्की में कई श्रद्धालु गिर पड़े और उनके ऊपर से लोग गुजरते चले गए।
मंदिर प्रशासन और पुलिस ने तुरंत राहत अभियान शुरू किया और घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया। जिला कलेक्टर और वरिष्ठ पुलिस अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे चुके हैं और स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि कई घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है, जिससे मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है।
मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) की ओर से जारी बयान में कहा गया, “श्रीकाकुलम जिले के कासीबुग्गा वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में भगदड़ की घटना में कई श्रद्धालु घायल हुए हैं। एकादशी के मौके पर मंदिर में भारी भीड़ उमड़ी थी, जिसके कारण अचानक यह हादसा हुआ। सभी घायलों को तुरंत अस्पताल भेजा गया है। पुलिस बल को घटनास्थल पर तैनात कर दिया गया है।”
राज्य के कृषि मंत्री के. अच्चन्नायडु भी तत्काल मौके पर पहुंचे और मंदिर अधिकारियों से घटना की जानकारी ली। सुरक्षा और बचाव कार्यों के लिए अतिरिक्त पुलिस बल भेजा गया है।
कैसे मची भगदड़, चश्मदीदों ने क्या बताया?
चश्मदीदों ने बताया कि भगदड़ तब शुरू हुई जब भीड़ के दबाव से एक लोहे की रेलिंग टूट गई। रेलिंग टूटते ही लोग गिरने लगे और अफरा-तफरी मच गई। एक बचे हुए श्रद्धालु ने बताया, “सब कुछ कुछ ही सेकंड में हुआ। लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे, कोई कुछ समझ नहीं पाया।”
मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने घटना पर गहरा दुख जताया। उन्होंने लिखा, “श्रीकाकुलम जिले के कासीबुग्गा वेंकटेश्वर मंदिर में हुई भगदड़ की घटना अत्यंत दुखद है। श्रद्धालुओं की मृत्यु हृदयविदारक है। मैं दिवंगतों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता हूं।”
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि घायलों को त्वरित और उचित इलाज मुहैया कराया जाए तथा राहत कार्यों में किसी भी तरह की ढिलाई न बरती जाए।

कासीबुग्गा वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले का एक प्रमुख तीर्थ स्थल है, जहां एकादशी और अन्य धार्मिक अवसरों पर हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।

