Thursday, October 16, 2025
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अमेरिकाः भारतीय मूल के युवक और उसकी बेटी की हत्या, संदिग्ध गिरफ्तार

वर्जीनियाः भारतीय मूल के सख्श और उसकी बेटी की अमेरिका में गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह वारदात एक सुविधा स्टोर में हुई। घटना वर्जीनिया राज्य में हुई जिससे वहां रहने वाले भारतीयों में दहशत हो गई। वहीं, इस मामले में पुलिस ने एक संदिग्ध की गिरफ्तारी की है।

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, प्रदीप कुमार पटेल और उसकी बेटी वर्जीनिया में लैंकफोर्ड हाइवे पर एकोमैक काउंटी में अपने एक रिश्तेदार के स्टोर पर काम करते थे। घटना के वक्त दोनों वहीं पर काम कर रहे थे।

20 मार्च को हुई घटना

काउंटी शेरिफ कार्यालय को इस संबंध में 20 मार्च सुबह करीब 5 बजकर 30 मिनट पर कॉल आया और गोलीबारी की सूचना दी गई। घटना की जानकारी मिलने पर जब लोग वहां पहुंचे तो उन्होंने पाया कि प्रदीप कुमार को गोली लगी है और वह बेहोश है।

वहीं, इमारत की तलाशी के दौरान उन्हें प्रदीप की बेटी भी मिली, जो गोली लगने से घायल थी। 

पटेल को घटनास्थल पर ही मृत घोषित कर दिया गया जबिक उनकी बेटी को सेंटारा नोरफोक जनरल अस्पताल भेज दिया गया, जहां उसकी मौत हो गई।

पुलिस ने एक संदिग्ध को किया गिरफ्तार

पुलिस ने घटना के दिन घोषणा की थी कि गोलीबारी के संबंध में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। काउंटी शेरिफ डब्ल्यू टॉड वेसेल्स ने कहा कि इस संबंध में 44 वर्षीय एक युवक की गिरफ्तारी की गई। गिरफ्तार किए गए युवक का नाम जॉर्ज फ्रेजर डेवन व्हाइट है और वह ओनानॉक का रहने वाला है। पुलिस ने उसे बिना जमानत के हिरासत में रखा है। 

पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए संदिग्ध व्यक्ति पर कई धाराओं में मामला दर्ज किया गया। उस पर प्रथम श्रेणी की हत्या, प्रथम श्रेणी की हत्या का प्रयास, अपराधी के रूप में बंदूक रखने तथा एक अपराध को अंजाम देने में बंदूक के इस्तेमाल के दो आरोप लगाए गए। हालांकि देर रात हुई इस गोलीबारी का मकसद अभी पता नहीं चल सका है। 

स्टोर के मालिक पारेश पटेल ने वर्जीनिया के एक स्थानीय न्यूज चैनल को इस संबंध में दिए इंटरव्यू में कहा कि मेरे कजिन की पत्नी और उसके पिता सुबह यहां काम कर रहे थे और कुछ लोग यहां आए और गोली मार दी।

उन्होंने आगे कहा “मुझे नहीं पता कि क्या करना है?” वर्जीनिया में हुई यह घटना सोशल मीडिया के माध्यम से वहां रहने वाले भारतीय लोगों के बीच पहुंची। ऐसे में वहां रहने वाले भारतीय और भारतीय मूल के लोग दहशत में हैं। 

अमरेन्द्र यादव
अमरेन्द्र यादव
लखनऊ विश्वविद्यालय से राजनीति शास्त्र में स्नातक करने के बाद जामिया मिल्लिया इस्लामिया से पत्रकारिता की पढ़ाई। जागरण न्यू मीडिया में बतौर कंटेंट राइटर काम करने के बाद 'बोले भारत' में कॉपी राइटर के रूप में कार्यरत...सीखना निरंतर जारी है...
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