सना: इजराइल, हमास, हिजबुल्लाह और हूती विद्रोहियों के बीच जारी संघर्ष के कारण पूरे पश्चिम एशिया में तनाव की स्थिति है। एक तरफ इजराइल हिजबुल्लाह के लड़ाकों को निशाना साधते हुए लेबनान में बमबारी और मिसाइले दाग रहा है। वहीं दूसरी ओर इजराइल यमन में हूती विद्रोहियों को टारगेट कर उनके ठिकानों पर हमला कर रहा है।
रविवार को लेबनान में इजराइली हमलों में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। इन हमलों में इजराइल ने हिजबुल्लाह के कुछ और कमांडरों को भी मार गिराने का दावा किया है। इजराइली सेना ने रविवार को कहा है कि उसके दर्जनों लड़ाकू विमानों ने यमन के रास ईसा और होदेइदाह के पावर प्लाटों और बंदरगाहों को टारगेट किया है।
हूती समर्थित मीडिया के अनुसार, इस हमले में एक बंदरगाह कर्मचारी और तीन इंजीनियरों सहित कम से कम चार लोगों की मौत हो गई है। हमले में 33 अन्य लोग भी घायल हो गए हैं।
बंदरगाहों और पावर स्टेशन पर क्यों हमला हुआ है
इजराइल ने हालिया हमलों में हूती विद्रोहियों वाले बंदरगाहों और पावर स्टेशन को निशाना बनाया है। इन जगहों को इजराइल ने इसलिए निशाना बनाया है क्योंकि यह आम लोगों से जुड़ा हुआ है।
देश की लगभग अधिकतर आबादी मानवीय सहायता पर निर्भर है जो इन बंदरगाहों से यमन में प्रवेश होता है। इजराइल का उद्देश्य नागरिकों को पहुंचने वाली मानवीय सहायता के जरिए हूती विद्रोहियों के बल को कमजोर करना है। यमन मामले के एक जानकार ने मानवीय महत्व के लिए यमन के बंदरगाहों को काफी अहम बताया है।
ईरान ने इजराइली हमले निंदा की है
हमलों पर प्रतिक्रिया देते हुए हूती प्रवक्ता नसरुद्दीन आमेर ने एक्स पर कहा है इजराइल के खिलाफ हमले आगे भी जारी रहेंगे। आमेर ने आगे कहा है कि रास ईसा और होदेइदाह के जिन बंदरगाहों को निशाना बनाया गया है वहां के तेल डूपो से पहले ही पेट्रोल को निकाल लिया गया था।
यमन पर हमले को लेकर ईरान ने प्रतिक्रिया भी दी है। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी ने इजराइल पर नागरिक बुनियादी ढांचे को निशाना बनाने को लेकर उसकी निंदा भी की है।
इजराइल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा कि हमले एक संदेश है कि कोई भी जगह इजराइल की पहुंच से बाहर नहीं है। यह दूसरी बार है जब इजराइल ने यमन पर हमला किया है।
इससे पहले इजराइल ने जुलाई में यमन के ड्रोन हमले के जबाव में हमला किया था। जुलाई में यमन से तेल अवीव में भेजा गया ड्रोन एक अपार्टमेंट से टकराया था जिससे एक शख्स की मौत हो गई थी।
अब क्यों इजराइल ने यमन पर किया है हमला
हूती विद्रोहियों ने शनिवार को इजराइल पर मिसाइल से हमला किया था। इन हमलों को जवाब में इजराइल ने रविवार को हमला किया है। हूती विद्रोहियों के हालिया हमले में सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल से इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को निशाना बनाया गया था।
हूतियों द्वारा बेंजामिन नेतन्याहू को उस समय टारगेट किया गया था जब वे अमेरिका से इजराइल के लिए लौट रहे थे और बेन गुरियन हवाई अड्डे पर उतरने वाले थे।
हालांकि इस हमले को इजराइल की एरो लंबी दूरी की मिसाइल रक्षा प्रणाली ने हवा में मार गिराया था। आईडीएफ ने कहा था उसने बैलिस्टिक मिसाइल को हवा में ही नष्ट कर दिया है।
उधर हूती नेता ने कहा था कि इस बैलिस्टिक मिसाइल को बेंजामिन नेतन्याहू के एयरपोर्ट पर उतरते समय हमला करने के लिए टारगेट किया गया था। हूती नेता अब्दुल मलिक अल-हौथी ने कहा है कि हसन नसरल्लाह की मौत बेकार नहीं जाएगी और इसका बदला भी लिया जाएगा।
हूतियों द्वारा पिछले शुक्रवार को भी एक हमला किया था जिसमें तेल अवीव में एक सैन्य लक्ष्य पर बैलिस्टिक मिसाइल और अश्कलोन में ड्रोन से हमला किया गया था। हालांकि इस हमले को भी इजराइल मिसाइल रक्षा प्रणाली ने रोक दी थी।