वॉशिंगटन: भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील पर जारी चर्चा और टैरिफ को लेकर खींचतान के बीच पीएम नरेंद्र मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच फोन पर बात हुई है। पीएम मोदी ने भी एक सोशल मीडिया पोस्ट के लिए इसकी तस्दीक की है। दूसरी ओर फोन पर बातचीत के बाद ट्रंप ने फिर दोहराया है कि प्रधानमंत्री मोदी ने रूसी तेल खरीद में कमी लाने का आश्वासन दिया है।
दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को दिवाली की शुभकामनाएँ देने के लिए धन्यवाद दिया। साथ ही आतंकवाद से लड़ने के लिए संयुक्त प्रयासों को लेकर आशा व्यक्त की। यह टिप्पणी पाकिस्तान के साथ अमेरिका की बढ़ती नजदीकियों के बीच सामने आई है, जो आतंकवादियों को सुरक्षित पनाहगाह देने के लिए जाना जाता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, ‘राष्ट्रपति ट्रंप, आपके फोन कॉल और दिवाली की हार्दिक शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद। रोशनी के इस त्योहार पर, हमारे दो महान लोकतंत्र दुनिया को आशा की किरण दिखाते रहें और आतंकवाद के खिलाफ एकजुट रहें।’
पीएम मोदी से बातचीत के बाद ट्रंप ने क्या कहा?
प्रधानमंत्री की यह पोस्ट ट्रंप के व्हाइट हाउस में एक विशेष दिवाली समारोह में दीप प्रज्वलित करने और पत्रकारों को यह बताने के कुछ घंटों बाद आई कि उनकी पीएम मोदी से बातचीत हुई है। ट्रंप ने इस दौरान अपने इस दावे को फिर दोहराया कि प्रधानमंत्री ने रूसी तेल आयात कम करने का आश्वासन दिया है और उन्होंने मई में भारत-पाकिस्तान संघर्ष को रोक दिया था।
व्हाइट हाउस में दिवाली के कार्यक्रम में अमेरिका में भारतीय राजदूत विनय क्वात्रा के अलावा एफबीआई प्रमुख काश पटेल, इंटेलिजेंस हेड तुलसी गबार्ड, भारत में नए अमेरिकी राजदूत सर्जियो गोर और भारतीय अमेरिकी कारोबारी नेता शामिल हुए।
ट्रंप ने इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी की प्रशंसा करते हुए उन्हें एक ‘शानदार मित्र’ बताया। उन्होंने कहा कि उनकी मंगलवार को पीएम मोदी से फोन पर बातचीत हुई है। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका ‘कुछ बेहतरीन समझौतों’ पर काम कर रहे हैं, और दोनों देशों के बीच व्यापार और क्षेत्रीय शांति के संबंधों पर जोर दिया गया।
ट्रंप ने पत्रकारों से कहा, ‘मैंने आज ही आपके प्रधानमंत्री से बात की। हमारी बातचीत बहुत अच्छी रही। हमने व्यापार के बारे में बात की। हमने कई मुद्दों पर बात की, लेकिन ज्यादातर व्यापार जगत के बारे में। उनकी इसमें बहुत रुचि है।’
उन्होंने साथ ही अपने पहले के दावे को दोहराया कि प्रधानमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया था कि भारत रूस से ज्यादा तेल नहीं खरीदेगा और वह भी चाहते हैं कि रूस-यूक्रेन युद्ध समाप्त हो।
ट्रंप ने कहा, ‘हमारे बीच बहुत अच्छे संबंध हैं, और वह रूस से ज्यादा तेल नहीं खरीदेंगे। वह रूस और यूक्रेन के युद्ध को भी समाप्त होते देखना चाहते हैं। और जैसा कि आप जानते हैं, वे बहुत ज्यादा तेल नहीं खरीदेंगे। इसलिए, वे इसे और कम करते जा रहे हैं।’
भारत कर चुका है ट्रंप के दावे को खारिज
भारत ने इसी तरह के पहले किए गए दावे को खारिज कर चुका है कि ट्रंप ने रूसी तेल खरीद पर प्रधानमंत्री मोदी से बात की थी। ऊर्जा आयात पर एक अलग बयान में, जिसमें ट्रंप या उनके दावे का जिक्र नहीं था, सरकार ने कहा था कि उसकी निरंतर प्राथमिकता भारतीय उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा करना है।
ट्रंप अब तक दुनिया के कई युद्ध रोकने का दावा कर चुके हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति का मानना है कि भारत के रूसी तेल खरीद को रोकने से मॉस्को के यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में फंडिंग पर असर पड़ेगा और वह जंग रोक देगा।
ट्रंप इससे पहले मई में भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष रोकने का भी दावा कर चुके हैं। भारत ने उस दावे का भी खंडन किया था और कहा था कि पाकिस्तानी कमांडरों द्वारा भारतीय पक्ष से आक्रमण रोकने की अपील के बाद युद्धविराम पर सहमति बनी थी।
ट्रंप ने दिवाली समारोह में फिर से इसकी चर्चा की। उन्होंने कहा, ‘हमने कुछ समय पहले इस बारे में बात की कि पाकिस्तान के साथ कोई युद्ध नहीं होना चाहिए। सच ये है कि इसमें व्यापार शामिल था, तो मैं इस बारे में बात कर पाया। और पाकिस्तान और भारत के साथ हमारा कोई युद्ध नहीं है। यह बहुत अच्छी बात है।’