सैन साल्वाडोर: मध्य अमेरिका में मौजूद देश अल साल्वाडोर को अब अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। भारी संख्या में भारतीय यात्री यहां आ रहे हैं और इस रास्तें से वे अमेरिका में गैर कानूनी तरीके से प्रवेश कर रहे हैं।
एक खबर के अनुसार, इसी साल 15 जुलाई को लेजेंड एयरलाइंस नामक एक प्राइवेट फ्लाइट के जरिए करीब 300 भारतीय अल साल्वाडोर की राजधानी सैन साल्वाडोर में उतरने की कोशिश किए थे। कुल 18 घंटे की दूर तय कर यह फ्लाइट संयुक्त अरब अमीरात से सैन साल्वाडोर पहुंचा था।
अधिकारियों ने नहीं उतरने दिया भारतीयों को
अल साल्वाडोर के अधिकारियों ने फ्लाइट में सवार इन भारतीयों को अपने यहां उतरने देने से इंकार कर दिया था। खबर के मुताबिक, कुछ यात्रियों ने केबिन क्रू को बताया था कि वे मेक्सिको के जरिए अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने वाले हैं।
फ्लाइट में सवार कुछ और यात्रियों ने बताया था कि वे तिजुआना में छुट्टियां मनाने जा रहे हैं। अल साल्वाडोर में आने वाले कई यात्रियों ने पर्यटक होने का दावा किया था लेकिन वे केवल हफ्ते भर की यात्रा के लिए अपना बैगपैक लेकर यहां पर आए थे जिससे अधिकारियों को उनके दावे पर शक हुआ था।
हाई अलर्ट पर है अल साल्वाडोर
अल साल्वाडोर में दिन पर दिन भारतीय यात्रियों की बढ़ रही संख्या से यहां के अधिकारी हाई अलर्ट पर हैं। अमेरिकी और साल्वाडोर के अधिकारियों ने कई महीने पहले चार्टर उड़ानों के एक पैटर्न की पहचान की थी जो भारी संख्या में भारतीय यात्रियों को अल साल्वाडोर में लाते थे और फिर यहां पर पूरी फ्लाइट को खाली कर देते थे।
अधिकारयों का दावा है कि ये चार्टर फ्लाइट अवैध रूप से यात्रियों को अल साल्वाडोर ला रही हैं और फिर ये लोग यहां से अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश कर रहे हैं।
यात्रियों से पैकेज के जरिए लिया जाता है फीस
इन चार्टर फ्लाइट द्वारा इस यात्रा के लिए बकायदा पैकेज भी जारी किया जा रहा है जिसके लिए भारी फीस भी चार्ज की जा रही है। इस फीस में यूएस-मेक्सिको सीमा तक पहुंचने के लिए उड़ानें, बस की सवारी और होटल में रहना तक का खर्चा भी जोड़ा जा रहा है।
विदेश विभाग के अधिकारी एरिक जैकबस्टीन ने कहा है कि कुछ चार्टर कंपनियां यात्रियों से मोटी रकम लेकर उनकी इसमें मदद कर रही हैं। हालांकि लेजेंड एयरलाइंस का प्रतिनिधित्व करने वाली लिलियाना बकायोको ने इन दावों का खंडन किया है जिसके जरिए 300 भारतीय सैन साल्वाडोर में उतरने की कोशिश की थी।
बाइडन प्रशान ने क्या कदम उठाया है
इसी साल नंवबर में अमेरिका में राष्ट्रपति का चुनाव होने वाला है। अमेरिकी सीमा पर रिकॉर्ड संख्या में गैरकानूनी तरीके से यहां प्रवेश करने वाले यात्रियों की गिरफ्तारियां आगामी चुनावों में राष्ट्रपति जो बाइडन के लिए एक प्रमुख मुद्दा बन गया है।
इसी साल जून में बाइडन प्रशासन ने यह ऐलान किया था कि अगर अमेरिका में निश्चित सीमा से अधिक लोग यहां पर अवैध रूप से प्रवेश करते हैं तो वे उन्हें शरण नहीं देंगे और उन्हें वापस भी भेज देंगे।
अमेरिका के बाहर से आए सबसे बड़े समूह में भारतीय
एक आंकड़े के अनुसार, पिछले साल सीमा पर अमेरिका के बाहर से आए सबसे बड़े समूह में भारतीय नागरिक थे जिनकी संख्या 42 हजार थी। भारतीयों के बाद 15 पश्चिम अफ्रीकी देश ऐसे हैं जहां से भारी संख्या में प्रवासी गैरकानूनी तरीके से अमेरिका में प्रवेश हुए हैं।
यहां से 39 हजार प्रवासी अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश हुए हैं जिनमें सेनेगल और मॉरिटानिया जैसे जगहों से ज्यादातर प्रवासियों ने यहां पर एंट्री ली है। रॉयटर्स और कोलंबिया पत्रकारिता जांच ने तस्करी के दो नए रास्तों का खुलासा किया है।
ऐसे जाते हैं भारतीय अवैध रूप से अमेरिका
पहला रास्ता पश्चिम अफ्रीका से शुरू होता है जिसमें यात्री निकारागुआ की फ्लाइट के लिए 10 हजार डॉलर (करीब आठ लाख 35 हजार रुपए) का भुगतान करते हैं। निकारागुआ के बाद वे जमीन के रास्ते से अमेरिका में प्रवेश करते हैं।
दूसरा रास्ता मध्य अमेरिका से शुरू होता है जहां पहुंचने के लिए यात्री चार्टर उड़ानों का सहारा लेते हैं और इसके लिए उनसे 72 हजार से 96 हजार डॉलर (60 से 80 लाख रुपए) चार्ज किया जाता है। दूसरा रूट भारतीय यात्रियों द्वारा ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है।
क्या कहते हैं ताजा आंकड़े
सीमा शुल्क और सीमा गश्ती (सीबीपी) द्वारा जारी एक और आंकड़े के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2023 में 97 हजार भारतीयों ने अवैध रूप से अमेरिका में घूसने की कोशिश की थी और उनका सामना अमेरिकी सीमा एजेंटों से हुआ था। इस संख्या में 30 हजार से अधिक केवल उत्तरी सीमा से प्रवेश करने की कोशिश की गई थी।
ताजा आंकड़ों की अगर बात करें तो अक्टूबर 2023 और फरवरी 2024 के बीच अमेरिका-कनाडा सीमा पर लगभग 14 हजार भारतीयों को गैरकानूनी तरीके से अमेरिका में प्रवेश करते हुए पाया गया है।