मुंबईः विवादों में आई फिल्म ‘हमारे बारह’ के रिलीज पर से बॉम्बे हाईकोर्ट ने बुधवार रोक हटा दी। अदालत ने कुछ बदलावों के साथ फिल्म को 21 जून को रिलीज करने की अनुमति दी है। न्यायमूर्ति बीपी कोलाबावाला और न्यायमूर्ति फिरदौस पूनीवाला की खंडपीठ ने फिल्म के खिलाफ दायर एक याचिका पर यह आदेश पारित किया। अन्नू कपूर अभिनीत फिल्म ‘हमारे बारह’ की रिलीज रोकने के लिए दायर याचिका में आरोप लगाया गया था कि फिल्म का ट्रेलर इस्लामी मान्यताओं का अपमान करता है।
फैसला देने के लिए पीठ ने देखी फिल्म, की तारीफ
सुप्रीम कोर्ट ने फिल्म की रिलीज पर रोक लगा दी थी और बॉम्बे हाई कोर्ट से याचिका पर जल्द फैसला लेने को कहा था। बॉम्बे हाई कोर्ट की बेंच ने कहा कि उन्होंने फिल्म देखी है और आपत्तिजनक संवाद और दृश्य हटा दिए गए हैं। बॉम्बे हाई कोर्ट ने मंगलवार को सुनवाई में कहा था कि उन्होंने ‘हमारे बारह’ फिल्म देखी है और उसमें मुस्लिम समुदाय के खिलाफ कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है। हालांकि, कोर्ट ने कहा कि कुछ दृश्यों को लेकर उसके कुछ सुझाव हैं।
याचिकाकर्ताओं के वकील फजरुल रहमान शेख ने मीडिया को बताया कि अदालत का मानना है कि फिल्म एक अच्छा सामाजिक संदेश देती है। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट के न्यायाधीशों ने फिल्म देखी, जिसके बाद उनका मानना है कि फिल्म एक अच्छा सामाजिक संदेश देती है और यह वैसा नहीं है जैसा इसे पेश किया गया है… हालांकि हाईकोर्ट ने पाया कि ट्रेलर बहुत आपत्तिजनक था।
हाईकोर्ट ने कहा कि ट्रेलर बहुत आक्रामक था और इसे इस तरह से रिलीज नहीं किया जाना चाहिए था… ट्रेलर और फिल्म का संदेश बहुत अलग हैं। कोर्ट ने याचिकाकर्ता के वकील से यह भी कहा कि “फिल्म देखे बिना टिप्पणी करना गलत है। आप पोस्टर देखकर टिप्पणी कर रहे हैं।”
अदालत ने फिल्म निर्माताओं से यह भी कहा कि उन्हें सावधान रहना चाहिए कि वे क्या पेश कर रहे हैं। वे किसी भी धर्म की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचा सकते।
पीठ ने फिल्म रिलीज के लिए निर्माताओं को कुछ सुझाव दिए। अदालत के सुझावों पर सभी पक्षों ने सहमति जताई। याचिकाकर्ता ने कोर्ट को आश्वस्त किया कि बदलाव के बाद फिल्म की रिलीज का विरोध नहीं करेगा।
फिल्म में निम्नलिखित बदलाव किए जाएंगे। ये बदलाव फिल्म रिलीज होने से पहले किए जाएंगे….
– फिल्म निर्माताओं ने एक संवाद और एक कुरान की आयत को हटाने और फिल्म में दो, 12-12 सेकंड के डिस्क्लेमर लगाने पर सहमति जताई है।
– निर्माताओं ने याचिकाकर्ता की पसंद के दान में 5 लाख रुपये की लागत का भुगतान करने पर भी सहमति व्यक्त की।
– केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) 20 जून, 2024 तक बदलावों के आधार पर फिल्म को फिर से प्रमाणित करने पर सहमत हुआ।
याचिकाकर्ता ने क्या लगाए थे आरोप?
गौरतलब है कि हमारे बारह फिल्म पहले 7 जून, 2024 और फिर 14 जून, 2024 को रिलीज होने वाली थी। लेकिन अजहर बाशा तांबोली नाम के शख्स ने फिल्म के खिलाफ याचिका दायर की थी। याचिकाकर्ता ने दावा किया था कि फिल्म कुरान को विकृत करती है और मुस्लिम समुदाय को अपमानजनक तरीके से चित्रित करती है।
याचिकाकर्ता का कहना था कि यह फिल्म सिनेमाटोग्राफ अधिनियम, 1952 के नियमों और उससे जुड़ी गाइडलाइंस को तोड़ती है। याचिका में यह भी दावा किया गया कि फिल्म को गलत सर्टिफिकेट दिया गया है और अगर इसे रिलीज किया जाता है, तो यह संविधान के अनुच्छेद 19(2) और अनुच्छेद 25 का उल्लंघन होगा।
हटाया गया ट्रेलर
फिल्म के निर्माता वीरेंद्र भगत ने एएनआई को बताया कि ट्रेलर हटा दिया गया है। उन्होंने कहा कि “जो गलतफहमी पैदा करने की कोशिश की गई थी, वह अब खत्म हो गई है… जजों ने फिल्म देखी और कहा कि यह महिला सशक्तिकरण के बारे में है… कोर्ट का मानना था कि आप फिल्म का मूल्यांकन केवल उसके टीजर के आधार पर नहीं कर सकते, दोनों एक दूसरे से बहुत अलग हैं… आपत्तिजनक ट्रेलर हटा दिया गया है।”
फिल्म का निर्माण बीरेंद्र भगत, रवि एस गुप्ता, संजय नागपाल और शिव बालक सिंह ने संयुक्त रूप से किया है और इसका निर्देशन कमल चंद्रा ने किया है। फिल्म में अन्नू कपूर, मनोज जोशी और परितोष त्रिपाठी मुख्य भूमिका में हैं।