बर्न: ब्रिटेन के सबसे अमीर फैमिली में से एक हिंदुजा परिवार पर स्विट्जरलैंड में मानव तस्करी के गंभीर आरोप लगे हैं। यह मुकदमा सोमवार को शुरू हुआ है जिसमें परिवार के चार सदस्यों पर स्विट्जरलैंड में गंभीर जांच भी चल रही है।
इन पर मानव तस्करी, अपने घरेलू कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार और उन्हें कम वेतन देने के आरोप लगे हैं। आरोप के तहत परिवार के सदस्य घरेलू कर्मचारियों को कम सैलेरी देते हैं और इसके मुकाबले अपने पालतू कुत्ते पर ज्यादा खर्च करते हैं।
स्विस अभियोजक ने परिवार पर और भी गंभीर आरोप लगाए हैं जिसे हिंदुजा परिवार के वकील ने नकारते हुए अपना तर्क दिया है। इस मुकदमे के शुरू होने से पहले पिछले हफ्ते परिवार और उनके कर्मचारी के बीच एक और समझौता हुआ था। इस समझौते के कारण तीन वादी परिवार के खिलाफ दीवानी मुकदमा वापस ले लिए गए थे।
परिवार पर कौन से गंभीर आरोप लगे हैं
अभियोजक यवेस बर्टोसा ने कोर्ट में बताया कि जिनेवा झील पर परिवार के विला में काम करने वाले भारतीय घरेलू कर्मचारी को हफ्ते के 18 घंटों काम के लिए केवल सात स्विस फ्रैंक (लगभग £6.19) का भुगतान किया जाता है।
बर्टोसा के मुताबिक, सदस्यों द्वारा यह भुगतान उनके पालतू कुत्ते पर किए गए खर्च के मुकाबले काफी कम है। परिवार अपने पालतू कुत्ते पर सालाना 8,584 फ्रैंक (£7,616) खर्च करता है।
यही नहीं परिवार पर कर्मचारियों को बेहद कम वेतन देना, लंबे समय तक काम करना और उनके पासपोर्ट जब्त करने के भी आरोप लगे हैं। इसके अलावा कर्मचारियों के अपने हिसाब से विला से बाहर नहीं निकालने देने और बिना उनके इजाजत बाहर नहीं जाने देने के भी आरोप लगे हैं।
परिवार से मुआवजा और कोर्ट से उनकी सजा की हुई है मांग
कथित मानव तस्करी और कर्मचारियों के शोषण के आरोप पर अभियोजक यवेस बर्टोसा ने परिवार से कर्मचारियों के मुआवजे लिए 3.5 मिलियन फ्रैंक की भी मांग की है। अभियोजक ने परिवार से अदालत की लागत के लिए एक मिलियन स्विस फ्रैंक के भी भुगतान करने की बात कही है।
यही नहीं यवेस बर्टोसा द्वारा कोर्ट से परिवार के सदस्यों के लिए साढ़े पांच साल तक की जेल की सजा की भी मांग की गई है।
हिंदुजा परिवार के वकील ने क्या तर्क दिया है
हिंदुजा परिवार का बचाव करते हुए उनके वकील ने तर्क दिया है कि कर्मचारियों को दिए जाने वाले वेतन में उनके रहने के लिए घर और खाना भी शामिल है। वकील ने कर्मचारियों के लंबे समय तक काम करने वाले आरोपों का भी खंडन किया और कहा है कि घर में कर्मचारी और भी गतिविधियों में शामिल होते हैं जिन्हें काम नहीं माना जा सकता है।
बचाव पक्ष ने तर्क दिया कि कर्मचारी बच्चों के साथ काफी देर तक फिल्म भी देखते हैं जिसे हम काम में शामिल नहीं कर सकते हैं।
पूर्व कर्मचारियों ने क्या कहा
परिवार के पक्ष में कुछ पूर्व कर्मचारियों ने भी गवाही दी है और उन्हें एक मिलनसार और प्रतिष्ठित मालिक बताया है। हालांकि इन सभी तर्क और गवाही के बावजूद परिवार पर कर्मचारियों के पासपोर्ट को जब्त करने और उन्हें अपने मर्जी से बाहर नहीं निकलने देने जैसे आरोप अभी भी बने हुए हैं। ये आरोप कथित मानव तस्करी का संकेत देते हैं।
परिवार के इन सदस्यों पर लगे हैं आरोप
हिंदुजा परिवार के जिन चार सदस्यों पर मुकदमा चल रहा है उन में प्रकाश हिंदुजा, उनकी पत्नी कमल, उनका बेटा अजय और अजय की पत्नी नम्रता भी शामिल हैं। इस मुकदमे में परिवार के वरिष्ठ सदस्य प्रकाश और कमल शामिल नहीं हुए थे।
वे खराब स्वास्थ्य का हवाला देकर जिनेवा नहीं आए थे। कोर्ट में बर्टोसा ने कहा है कि बुजुर्ग दंपत्ति दुबई और कान्स में घूम सकते हैं लेकिन फ्लाइट में आधे घंटे बिताकर वे जिनेवा नहीं आ सकते हैं। उन्होंने इसे कोर्ट के प्रति अवमानना बताया है।
कौन है हिंदुजा परिवार
हिंदुजा परिवार ब्रिटेन में सबसे अमीर परिवारों में से एक हैं। इनकी कुल संपत्ति £37 बिलियन से भी अधिक है। परिवार का कारोबार कई देशों में है और ये रियल एस्टेट, शिपिंग, बैंकिंग, मीडिया जैसे 12 विभिन्न क्षेत्रों में अपना व्यवसाय चलाते हैं।
परिवार की संपत्ति में लंदन के व्हाइटहॉल के ओल्ड वॉर ऑफिस में स्थित रैफल्स होटल भी शामिल है जहां एक रात की एक प्रीमियर सुइट के लिए £25,000 का शुल्क चार्ज किया जाता है।