लखनऊ: पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भाजपा के खराब चुनावी प्रदर्शन के बाद पार्टी के दो बड़े नेताओं संजीव बालियान और संगीत सोम के बीच आरोप-प्रत्यारोप ने एक नया मोड़ ले लिया है। सोम के लेटरहेड पर एक पत्र सामने आया है जिसमें बालियान पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया है। हालांकि, सोम ने अब कहा है कि उन्होंने ऐसा कोई पत्र या प्रेस रिलीज जारी नहीं किया है।
लोकसभा चुनाव में राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण उत्तर प्रदेश में भाजपा को बड़ा झटका लगने और खासकर राज्य के पश्चिमी हिस्से में कई सीटें हारने के बाद से दोनों नेता एक-दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। बीजेपी को पश्चिमी यूपी की सहारनपुर, कैराना, संभल, मुरादाबाद, मुजफ्फरनगर और नगीना सीटों पर हार मिली है।
हार के बाद बालियान ने लगाए थे आरोप
जाट नेता बालियान पिछले दो चुनावों में मुजफ्फरनगर सीट पर जीत हासिल करने में कामयाब रहे थे। वे पीएम नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री भी रहे। इस बार बालियान समाजवादी पार्टी के हरेंद्र सिंह मलिक से हार गए। बाद में बालियान की ओर से आरोप लगाए गए कि सोम ने खुलकर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी को चुनाव लड़वाया। बालियान ने ये भी कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि ‘भाजपा नेतृत्व उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगा जिन्होंने खुले तौर पर समाजवादी पार्टी के लिए प्रचार किया था।’
दूसरी ओर पलटवार करते हुए पूर्व विधायक सोम ने कहा कि वह भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता हैं। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा था, ‘मैं कमल के निशान के लिए काम करता हूं, किसी व्यक्ति के लिए नहीं। पार्टी ने मुझे सरधना सीट पर जीत सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी दी। कठिन परिस्थितियों के बावजूद भाजपा ने सीट जीती। उन्हें (बालियान को) आत्मनिरीक्षण करना चाहिए कि वह चुनाव क्यों हार गए।’
संगीत सोम के नए वायरल लेटर हेड पर क्या लिखा है?
दोनों नेताओं के बीच बयानबाजी के बीच सोम का वायरल हो रहा लेटरहेड चर्चा में है। इसमें आरोप लगाया गया है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री ने केंद्रीय मंत्री के रूप में मोटी कमाई करने के बाद विदेश में संपत्ति में निवेश किया है। इस पत्र में ऑस्ट्रेलिया में एक प्लॉट का भी जिक्र है और दावा किया गया है कि बालियान ने यह प्लॉट अपने परिचित संजीव सहरावत की मदद से खरीदा था।
बालियान ने आरोपों को खारिज कर दिया है। वहीं, सहरावत ने संगीत सोम को मानहानि का नोटिस भेजा है। सहरावत ने एक बयान भी दिया है जिसमें उन्होंने आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि उनका बालियान के साथ ऐसा कोई सौदा नहीं हुआ है। उन्होंने कहा है कि ऐसे आरोपों से उनकी छवि खराब हुई है।
सोम ने अब कहा है कि मंगलवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कोई प्रेस नोट वितरित नहीं किया गया। उन्होंने आरोप लगाया है कि किसी ने साजिश के तहत उनके लेटरहेड के नीचे नोट छपवाया और प्रेस वार्ता में बांटा। मामले की जांच की मांग करते हुए एक पुलिस शिकायत भी दर्ज की गई है। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और संगीत सोम की प्रेस वार्ता के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।