नई दिल्लीः लोकसभा चुनाव 2024 में कई उम्मीदवारों ने भारी अंतर से जीत दर्ज की है। मध्य प्रदेश की इंदौर लोकसभा सीट पर भाजपा के मौजूदा सांसद शंकर लालवानी ने 10.08 लाख वोटों के अंतर से जीत दर्ज की है, जो मध्य प्रदेश में किसी भी भाजपा उम्मीदवार की सबसे बड़ी जीत है।
दिलचस्प बात यह है कि नोटा दो लाख से ज्यादा वोटों के साथ दूसरे नंबर पर रहा। इंदौर से कांग्रेस के उम्मीदवार अक्षय कांति बाम ने आखिरी समय में अपना नामांकन पत्र वापस ले लिया था। कांग्रेस के उम्मीदवार की अनुपस्थिति में इंदौर में शंकर लालवानी और भाजपा के लिए यह आसान जीत थी।
हालांकि चुनाव के दौरान कांग्रेस समर्थकों ने लोगों से नोटा का विकल्प चुनने के लिए कहा। भाजपा 1989 से इंदौर सीट पर कब्जा जमाए हुए है। लालवानी से पहले भाजपा सांसद सुमित्रा महाजन ने लगातार आठ बार इस पद पर कब्जा किया। महाजन 2014 से 2019 तक लोकसभा अध्यक्ष के रूप में भी काम किया था।
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 240 सीटें जीती हैं। मध्य प्रदेश में सभी 29 सीटों पर जीत दर्ज की है। वहीं गुजरात की सभी 26 सीटों में से 25 पर जीत हासिल की है। उत्तर प्रदेश में 80 में से 33 सीटों पर ही जीत सकी है। इस चुनाव में कई भाजपा उम्मीदवारों ने बड़े अंतर से जीत दर्ज की है।
मध्य प्रदेश समेत अन्य राज्यों के उम्मीदवार हैं जिन्होंने 5 लाख से अधिक वोटों से जीत हासिल की
निर्वाचन क्षेत्र |
उम्मीदवार |
पार्टी |
जीत का अंतर |
इंदौर (मध्य प्रदेश) |
शंकर लालवानी |
भाजपा |
11,75,092 |
धुबरी (असम) |
रकीबुल हुसैन |
कांग्रेस |
10,12,000 |
विदिशा (मध्य प्रदेश) |
शिवराज सिंह चौहान |
भाजपा |
8,21,000 |
नवसारी (गुजरात) |
सीआर पाटिल |
भाजपा |
7,73,551 |
गांधीनगर (गुजरात) |
अमित शाह |
भाजपा |
7,44,716 |
डायमंड हार्बर (पश्चिम बंगाल) |
अभिषेक बनर्जी |
टीएमसी |
7,10,930 |
गौतम बुद्ध नगर (यूपी) |
डॉ. महेश शर्मा |
भाजपा |
5,59,472 |
खजुराहो (मध्य प्रदेश) |
विष्णु दत्त शर्मा |
भाजपा |
5,41,229 |
गुना (मध्य प्रदेश) |
ज्योतिरादित्य सिंधिया |
भाजपा |
5,40,929 |
विशाखापत्तनम (एपी) |
श्रीभारत मथुकुमिली |
टीडीपी |
5,04,247 |
भोपाल (मध्य प्रदेश) |
आलोक शर्मा |
भाजपा |
5,01,499 |
मंदसौर (मध्य प्रदेश) |
सुधीर गुप्ता |
भाजपा |
5,00,655 |
सबसे कम अंतर से जीत
सबसे कम अंतर से जीत के मामले में शिवसेना के रवींद्र वायकर ने मुंबई उत्तर-पश्चिम सीट पर यूबीटी के अमोल कीर्तिकर को 48 वोटों से हराया। मतगणना के दौरान दोनों उम्मीदवारों में कांटे की टक्कर थी। इस चुनाव में अमोल को 4,52,596 वोट और रविंद्र को 4,52,644 वोट मिले।