बेंगलुरु: कर्नाटक के बेंगलुरु में लिक्विड नाइट्रोजन पान खाने से 12 साल की बच्ची की तबियत काफी खराब हो गई है। इस पान को ‘स्मोकी पान’ भी कहा जाता है जिसमें लिक्विड नाइट्रोजन मिला होता है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, एक शादी में सभी को ‘स्मोकी पान’ इस्तेमाल करते देख बच्ची ने भी पान को ट्राई की थी जिसके तुरंत बाद उसके पेट में दर्द शुरू हो गया था। बाद में डॉक्टरों ने बच्ची को सर्जरी करने की सलाह क्योंकि उसके पेट में एक छेद देखा गया था।
यह पहला मामला नहीं है बल्कि लिक्विड नाइट्रोजन मिश्रित ‘स्मोक बिस्किट’ का भी खूब चलन है और लोग इसे खूब पंसद भी करते हैं। पिछले महीने कर्नाटक के एक लड़के का वीडियो वायरल हुआ था जिसमें उसे ‘स्मोक बिस्किट’ का सेवन करते हुए देखा गया है।
दावा है कि इस बिस्किट के खाने से लड़की की मौत हो गई है। बाद में कुछ अन्य रिपोर्ट में यह पता चला था कि बिस्किट खाने के बाद लड़के की हालत काफी खराब हो गई थी जिसे बाद में इलाज कराया और वह ठीक हो गया है।
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हाल ही में दिल्ली के एक बार में 30 साल के शख्स ने तरल नाइट्रोजन-ठंडा पेय पी लिया था जिसके बाद उसके पेट में छेद हो गया था।
इससे पहले साल 2012 में यूके के लैंकेस्टर में एक लड़की ने अपने 18वें जन्मदिन पर लिक्विड नाइट्रोजन कॉकटेल पी ली थी जिस कारण उसके पेट की पूरी परत नुकसान हो गई थी। यह सभी मामले बताते हैं कि आम लोगों के लिए खास कर बच्चों के लिए लिक्विड नाइट्रोजन कितना खतरनाक है।
यही नहीं इसके इस्तेमाल से लोगों को कई बीमारियां भी हो रही है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट
जानकारों ने बताया कि लिक्विड नाइट्रोजन को फूड इंडस्ट्रीज और अन्य इंडस्ट्रीज में इस्तेमाल किया जाता है। उनके अनुसार, ये आम लोगों के इस्तेमाल के लिए नहीं बना है। उनका कहना है कि इस लिक्विफाइड गैस के संपर्क में जो कुछ भी आता है वह जम जाता है।
ऐसे में जब इसे पान या बिस्किट के साथ खाया जाता है तो यह लिक्विफाइड गैस पेट के अंदर चला जाता है और उसके संपर्क में आने वाले हर चीज को जमाने लगता है। लिक्विफाइड गैस के पेट में जाने पर मानव शरीर का कोई भी हिस्सा जम सकता है और शरीर का कोई भी खुला हिस्सा टुकड़ों में टूट सकता है।
उनका मानना है कि इससे लोगों के पेट में जलन, मतली, बेहोशी और ज्यादा सांस लेने पर मृत्यु हो सकती है। एक्पर्ट का कहना है कि लिक्विड नाइट्रोजन को कुछ खानों में यूज किया जाता है लेकिन इसे डायरेक्ट इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
उनका कहन है कि लोगों को इस लिक्विफाइड गैस वाले पान या बिस्किट का सेवन नहीं करना चाहिए। अगर इसका सेवन किया भी जाता है तो इस बात का ध्यान रहे कि लिक्विड नाइट्रोजन पेट में न जाएं और भाप बनकर वह हवा में उड़ जाएं।
क्या कहता है भारतीय कानून
कानून के अनुसार, लिक्विड नाइट्रोजन को केवल फूड सेगमेंट और अन्य कैटेगरि में इस्तेमाल करने की छूट है। हालांकि इस तरीके से खाने वाले सामानों में जैसे पान और बिस्किट में इसे इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
इस तरीके से पान और बिस्किट जैसे सामानों में लिक्विड नाइट्रोजन के इस्तेमाल को लेकर तमिलनाडु सरकार ने सख्ती दिखाई है। इसके लिए कारोबारियों और होटल वालों को चेतावनी भी दी गई है। यही नहीं लोगों को इससे बचने की भी सलाह दी गई है।