नई दिल्ली: देश में ऑनलाइन पेमेंट के बढ़ते चलन के कारण पेटीएम काफी लोकप्रिय डिजिटल भुगतान प्लेटफार्म बन गया है। पिछले कुछ सालों में भारत में जितना पेटीएम फेमस हो पाया है, उतना कोई और डिजिटल भुगतान प्लेटफार्म नहीं हो पाया है।
ऐसे में इसकी बढ़ती लोकप्रियता के चलते, इस डिजिटल भुगतान प्लेटफार्म का गलत इस्तेमाल भी शुरू हो गया है। मौजूदा दौर में पेटीएम स्पूफ स्कैम के कारण कई यूजर्स और दुकानदारों ने अपने लाखों रुपए गवां दिए हैं। इस स्कैम के जरिए स्कैमर्स आम यूजर्स के साथ दुकानदारों को निशाना बनाते है और लाखों की ठगी करते हैं।
इंटरनेट पर कई ऐसे एप या वेबसाइट हैं जो पेटीएम स्पूफ स्कैम का हिस्सा बन रहे हैं। गूगल के सख्त नियम, ठगी में शामिल होने और सुरक्षा करणों के चलते इस तरह के एप प्ले स्टोर पर नहीं पाए जाते हैं। ऐसे में इन एप को इंटरनेट पर मौजूद साइटों से इंस्टॉल किया जाता है और फिर बड़ी ही आसानी से यूजर्स और दुकानदारों को निशाना बनाया जाता है।
क्या है यह स्कैम
पेटीएम स्पूफ स्कैम एक ऐसा स्कैम है जिसमें पेटीएम के भुगतान का नकली पेमेंट नोटिफिकेशन बनाया जाता है। इंटरनेट पर मौजूद किसी वेबसाइट से स्कैमर्स पेटीएम स्पूफ एप को अपने फोन में इंस्टॉल करते हैं और उससे एक नकली पेमेंट का नोटिफिकेशन निकाल लेते हैं।
इसके बाद उन्हें जिन्हें भी पेमेंट करना पड़ता है, वे इस नकली पेमेंट नोटिफिकेशन को दिखा देते हैं और कहते हैं कि उन्होंने पेमेंट कर दिया है। पेमेंट पाने वाला यूजर्स या फिर दुकानदार लेनदेन की जांच नहीं करता है और वह ठगी का शिकार हो जाता है।
कैसे करें बचाव
अगर आप यूजर हैं और आप किसी से पेटीएम एप के जरिए पेमेंट ले रहे हैं तो भुगतान करने वाले के पेमेंट नोटिफिकेशन पर भरोसा न करें। जब कभी भी आपको कोई कहता है कि उसने पेटीएम के जरिए आपको पे किया है तो सबसे पहले आप अपना पेटीएम का अकाउंट चेक करें और फिर अपने बैंक खाते के बैलेंस की जांच करें।
अगर आप कोई दुकानदार हैं तो किसी से भी पेमेंट लेने से पहले उसे चेक करें कि आपको वह पैसा मिला है कि नहीं। सभी को पेटीएम एप से पेमेंट लेते समय बहुत ही सावधानी बरतनी चाहिए।
जो लोग कारोबार करते हैं या फिर उनका दुकान है, वे पेटीएम के साउंडबॉक्स 2.0 इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT) आधारित पेमेंट डिवाइस को भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इस डिवाइस के इस्तेमाल पर पेमेंट होने पर आवाज के साथ भुगतान हो जाने का कंफर्मेशन भी सुनने को मिलता है। डिवाइस के जरिए पेमेंट पाने का तरीका काफी सुरक्षित तरीका है।
यहां करें शिकायत
ऑनलाइन फ्रॉड की शिकायतों को आप चक्षु पोर्टल पर दर्ज करा सकते हैं। ऑनलाइन फ्रॉड की रिपोर्टिंग के लिए दूरसंचार विभाग (DoT) ने इस पोर्टल की शुरुआत की है। इस पोर्टल पर आप हर तरह की शिकायतें कर सकते हैं।
चक्षु पोर्टल पर शिकायत दर्ज करने के लिए आप इस लिंक https://sancharsaathi.gov.in/sfc/Home/sfc-complaint.jsp पर क्लिक कर सकते हैं। यही नहीं आप किसी भी किस्म के फ्रॉड को राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर भी दर्ज करा सकते हैं।
आप राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल के नंबर 1930 पर भी कॉल कर रिपोर्ट कर सकते हैं। यही नहीं आप पोर्टल के वेबसाइट https://cybercrime.gov.in/ पर भी विजिट कर अपनी शिकायों को दर्ज करा सकते हैं। आप यहां पर वित्तीय धोखाधड़ी के साथ अन्य धोखाधड़ी को भी रिपोर्ट कर सकते हैं।