नई दिल्ली: कोरोना काल के समय महामारी से खुद को बचाने के लिए भारी संख्या में लोगों ने कोविशील्ड और कोवैक्सीन का टीका लिया था। ऐसे में अब इन टीकों के साइड इफेक्ट की भी खबर सामने आने लगी है।
हाल में कोविशील्ड को बनाने वाली ब्रिटिश कंपनी एस्ट्राजेनिका ने वहां की एक कोर्ट में यह यह माना है कि उसके टीकों के कारण कुछ लोगों को गंभीर बीमारी भी हो सकती है। यही नहीं अब भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को लेकर भी खबर सामने आने लगी है। एक रिपोर्ट में कोवैक्सीन के साइड इफेक्ट का भी दावा किया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, जिन लोगों ने कोवैक्सिन को लिया है उनमें करीब एक साल बाद इसके साइड इफेक्ट देखे गए हैं। शोध में शामिल होने वाले लोगों में कई तरह की समस्या देखी गई है जैसे सांस संबंधी इन्फेक्शन, ब्लड क्लॉटिंग और स्किन से जुड़ी समस्या पाई गई है।
रिपोर्ट में क्या खुलासा हुआ
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, बनारस हिंदू विश्वविद्याल (बीएचयू) के शोधकर्ताओं ने यह दावा किया है कि कोवैक्सिन टीका लेने वाले एक तिहाई लोगों में इसके साइड इफेक्ट देखे गए हैं।
इस स्टडी में 926 लोगों को शामिल किया गया था जिसमें से एक तिहाई लोगों ने ‘एडवर्स इवेंट्स ऑफ स्पेशल इंट्रेस्ट’ यानी एईएसआई की सूचना दी है। शोध में शामिल होने वाले अधिक लोगों ने श्वसन तंत्र के ऊपरी भाग को प्रभावित होने की बात कही है।
अध्ययन में सबसे ज्यादा किशोर हुए हैं शामिल
यही नहीं स्टडी में शामिल करीब एक फीसदी लोगों ने स्ट्रोक और गुइलेन-बैरी सिंड्रोम जैसे गंभीर एईएसआई की सूचना दी है। इस अध्ययन में 635 किशोर और 291 वयस्क शामिल हुए थे।
ऐसे में जो युवा इस शोध में शामिल हुए थे उन में ज्यादातर त्वचा, सामान्य और तंत्रिका तंत्र संबंधी समस्या देखी गई है। वहीं वयस्कों में सामान्य, मस्कुलोस्केलेटल और तंत्रिका तंत्र की समस्याएं बहुत आम पाई गई है।
इन लोगों को है ज्यादा खतरा
शोध में यह भी खुलासा हुआ है कि जिन युवाओं और महिलाओं को पहले से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं थी और फिर कोरोना का टीका लेने के बाद उन्हें टाइफाइड तो इन लोगों को ज्यादा खतरा है। अध्ययन में यह भी पाया गया कि जिन लोगों ने कोवैक्सिन के तीन खुराक ले रखा है उन लोगों में एईएसआई का खतरा ज्यादा पाया गया उन लोगों के तुलना में जो लोग केवल दो ही खुराक लिए हैं।