नई दिल्ली: फ्री क्लासिफाइड प्लेटफार्म ओएलएक्स के जरिए लोगों के साथ लाखों की ठगी की जा रही है। यह ठगी दिन पर दिन बढ़ती ही जा रही है। ओएलएक्स एक ऐसा प्लेटफार्म जहां पर लोग पुराने सामानों की खरीद और बिक्री करते हैं।
इस प्लेटफार्म का स्कैमर्स फायदा उठाते हैं और यहां पर पुराने सामान को बिक्री करने वालों के साथ ठगी करते हैं। स्कैमर्स ओएलएक्स यूजर्स को झांसा में लेकर उनसे ऑनलाइन पेमेंट करवा लेते हैं और फिर उन्हें ब्लॉक कर देते हैं।
यह फ्रॉड इतना बड़ा है कि दिल्ली साइबर सेल और वारंगल पुलिस कमिश्नरेट द्वारा इस बारे में एक लेख भी लिखा गया है। ऐसे में क्या है यह ओएलएक्स या क्यूआर कोड फ्रॉड और स्कैमर्स कैसे लोगों के साथ करते हैं ठगी, आइए जान लेते हैं। यही नहीं इसकी शिकायत कहां की जाए, इसके बारे में भी जान लेते हैं।
सेना का अधिकारी बनकर फ्रॉड करते हैं स्कैमर्स
ओएलएक्स पर जब एक यूजर अपने पुराने सामानों को बिक्री करने के लिए एक एड डालता है, तब बहुत सारे खरीदार संपर्क करते हैं और उस सामान को खरीदने में इच्छा दिखाते हैं। उन्हीं खरीदारों में कुछ लोग ऐसे होते हैं जो स्कैमर्स होते हैं और वे असली बायर बनकर लोगों के साथ फ्रॉड करने की कोशिश करते हैं।
वे सामान बेचने वाले को मैसेज करते हैं और कहते हैं कि वे उन्हें खरीदना चाहते है। मैसेज में स्कैमर्स खुद को भारतीय सेना का एक अधिकारी या अन्य कोई सरकारी कर्मचारी बताते हैं।
वे कहते है कि वे देश के किसी दुर्गम इलाके में तैनात है इसलिए वे सामान को खुद से नहीं ले सकते हैं और न ही पैसे कैश में दे सकते हैं। इसके बाद वे सामान के लिए एडवांस में ऑनलाइन पेमेंट करने की बात कहते हैं।
ऐसे में जैसे ही सामान बेचने वाले और स्कैमर के बीच डील पक्की हो जाती है तब फ्रॉडर एक नकली स्क्रीनशॉट भेजता है और कहता है कि उसने पेमेंट कर दी है।
क्या है यह ओएलएक्स या क्यूआर कोड फ्रॉड
जब सामान बेचने वाला यूजर स्कैमर्स को कहता है कि उसे किसी किस्म की पेमेंट नहीं मिली है तब वह कुछ तकनीकी समस्या बताकर बात को काट देता है। फिर यूजर को कॉन्फिडेंस में लेकर स्कैमर एक क्यूआर कोड को भेजता है और उसे स्कैन करके पेमेंट करने को कहता है।
यूजर को स्कैमर यह दिखाना चाहता है कि उसने पैसे भेज दिए हैं और किसी कारण पैसे नहीं आए हैं तो इस स्क्रीनशॉट को स्कैन कर पेमेंट करने से उनकी पेमेंट न पहुंचने वाली समस्या का समाधान हो जाएगा।
ऐसे में जैसे ही यूजर उस स्क्रीनशॉट को स्कैन करता है और पिन डालता है उसके खाते से पैसे निकल जाते हैं। जब तक यूजर इस बात को समझता है कि उसके साथ किसी किस्म का फ्रॉड हुआ है, स्कैमर उसके खाते से कई बार पैसे निकाल लेता है। इस तरह के फ्रॉड को ओएलएक्स या क्यूआर कोड फ्रॉड कहते हैं।
ऐसे करें खुद का बचाव
साल 2021 में एक खबर आई थी कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की बेटी के साथ इसी तरह का स्कैम हुआ है। खबर में यह दावा किया गया था कि सीएम की बेटी ने ओएलएक्स पर एक पुराना सोफा बेचने की कोशिश की थी लेकिन उसके साथ 34 हजार की ठगी हो गई थी।
यही नहीं पिछले साल भी एक खबर आई थी कि बेंगलुरु के एक इंजीनियर के साथ भी ऐसा ही फ्रॉड हुआ था और उसके साथ 68 लाख की ठगी हो गई थी।
इस तरह की ठगी से बचने के लिए दिल्ली पुलिस के साइबर सेल ने ओएलएक्स पर पुराने सामानों को बेचने वालों को सतर्क रहने को कहा है। सेल द्वारा लिखे गए पोस्ट के अनुसार, ओएलएक्स पर डील करते समय किसी किस्म के ऑनलाइन पेमेंट न करें।
इस बारे में ज्यादा जानने के लिए आप https://cyber.delhipolice.gov.in/OLX.html और https://warangalpolice.telangana.gov.in/olx-frauds पर भी जा सकते हैं।
यही नहीं अगर खरीदार सामान को खरीदने में जल्दीबाजी दिखाए तो जान लें वे स्कैमर्स हैं। पोस्ट में किसी भी क्यूआर कोड के जरिए पेमेंट न लेने और न ही पैसे भेजने की सलाह दी गई है। इसके अलावा अगर ओएलएक्स पर खरीदार किसी किस्म के एडवांस पेमेंट की बात करे तो आप सतर्क हो जाएं।
फ्रॉड से बचने के लिए आप इस वीडियो को भी देख सकते हैं।
इसी महीने गुरुग्राम पुलिस ने 11 साइबर स्कैमर्स को गिरफ्तार किया था जिन प पूरे भारत में लगभग 14.60 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने का आरोप है। पुलिस को इस गैग के बारे में 4,279 शिकायतें मिली थी और इन पर धोखेबाजों से संबंधित 198 मामलों की पहचान हुई थी।
यहां करें शिकायत
ओएलएक्स पर अगर आपको इस तरह के मैसेज आते हैं या फिर आपके साथ किसी किस्म का ओएलएक्स फ्रॉड हो गया है तो आप इसकी शिकायत भी कर सकते हैं। इसके लिए आप सबसे पहले उस यूजर के बारे में ओएलएक्स को रिपोर्ट कर सकते हैं।
ऐसे स्कैमर्स को ओएलएक्स बहुत ही सख्ती दिखाता है और उन्हें तुरंत ब्लॉक भी कर देता है। यही नहीं आप राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर भी इसकी शिकायत कर सकते हैं। आप पोर्टल के नंबर 1930 पर भी कॉल कर इस बारे में रिपोर्ट कर सकते हैं।
यही नहीं आप पोर्टल के वेबसाइट https://cybercrime.gov.in पर भी जा सकते हैं और वहां शिकायत कर सकते हैं। वहां पर आप वित्तीय धोखाधड़ी के साथ अन्य धोखाधड़ी की भी रिपोर्ट कर सकते हैं।