नई दिल्लीः आम आदमी पार्टी (आप) के नेता संजय सिंह ने पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ हुई बदसलूकी और मारपीट की बात को कबूल किया है। कथित हमले की निंदा करते हुए मंगलवार संजय सिंह ने मीडिया से कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मामले का संज्ञान लिया है और घटना में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
संजय सिंह ने कहा कि कल (सोमवार) सुबह अरविंद केजरीवाल के आवास पर स्वाति मालीवाल मुलाकात करने पहुंची थी। वह ड्राइंग रूम में इंतजार कर रही थी तभी विभव कुमार (अरविंद केजरीवाल के PA) वहां आते हैं और वे स्वाति मालीवाल के साथ बहुत बदतमीजी की और अभद्रता की। इस पूरे मामले की जानकारी स्वाति मालीवाल ने 112 नंबर पर कॉल करके पुलिस को दी।
संजय सिंह ने आगे कहा कि अरविंद केजरीवाल ने पूरी घटना को संज्ञान में लिया है और सख्त कार्रवाई करने को कहा है। संजय सिंह ने स्वाति मालीवाल को आम आदमी पार्टी की पुरानी और वरिष्ठ नेता बताया और कहा कि हम सब उनके साथ हैं।
संजय सिंह के बयान के बाद भाजपा ने क्या कहा?
संजय सिंह के बयान के बाद भाजपा ने स्वाति मालीवाल की चुप्पी पर सवाल उठाए। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि स्वाति मालीवाल महिलाओं की लड़ाई लड़ने की बात कहती हैं। लेकिन वह पार्टी में अपना राजनीतिक लाभ और हानि देखते हुए अब तक चुप हैं। उनका चुप रहना महिलाओं की इज्जत के साथ खिलवाड़ भी है।
सिरसा ने कहा कि हैरानी इस बात की है कि मारपीट की घटना को 30 घंटे से ज्यादा का समय बीत चुका है। लेकिन केजरीवाल ने अभी तक इस पर कुछ नहीं बोला है। सिरसा ने विभव कुमार को आम आदमी पार्टी का सज्जन कुमार, जगदीश टाइटलर और एचकेएल भगत करार दिया। उन्होंने कहा जैसे गांधी परिवार ने इन तीनों नेताओं पर कार्रवाई नहीं की उसी तरह केजरीवाल भी विभव पर कार्रवाई नहीं करेंगे। सिरसा ने विभव को शराब घोटाले का राजदार बताते हुए कहा कि अगर केजरीवाल ने कार्रवाई की तो विभव उनके सारे राज खोल देगा।
‘विभव कुमार को उकसाया किसने, इस तथ्य की भी जांच होनी चाहिए’
सिरसा के अलावा दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने भी स्वाति मालीवाल की चुप्पी पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा, जहां तक स्वाति मालीवाल के स्वभाव की बात है तो वे प्रखर हैं बोलती हैं। अगर वह चुप हैं तो समझ लीजिए उन पर कितना दबाव होगा… देश में अगर किसी भी महिला के साथ अभद्रता होती है तो तुरंत उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए ऐसे दोषियों को छोड़ना नहीं चाहिए। सचदेवा ने यह भी कहा कि विभव कुमार को उकसाया किसने, इस तथ्य की भी जांच होनी चाहिए।
क्या है मामला और दिल्ली पुलिस का क्या है कहना?
स्वाति मालीवाल सीएम से मिलने सोमवार उनके आवास पर गईं। हालांकि, उनके निजी सहायक विभव कुमार ने कथित तौर पर उन्हें सीएम से मिलने नहीं दिया। उसके बाद उनके साथ बदसलूकी की गई और मारपीट भी की गई। जिसकी पीसीआर कॉल दिल्ली के मुख्यमंत्री आवास से ही की गई थी।
इस बीच, दिल्ली पुलिस ने कहा है कि स्वाति मालीवाल ने अभी तक अपनी शिकायत दर्ज कराने के लिए दिल्ली पुलिस से संपर्क नहीं किया है। पुलिस ने कहा कि वह शिकायत के लिए कुछ और समय इंतजार करेगी और अगर स्वाति मालीवाल की ओर से अभी भी कोई शिकायत नहीं मिलती है तो दिल्ली पुलिस उनसे संपर्क कर सकती है।
दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक, पीसीआर कॉल का मतलब आपात स्थिति में पुलिस से मदद मांगना है न कि कोई शिकायत दर्ज करना। शिकायत तभी दर्ज की जाती है जब शिकायतकर्ता पुलिस स्टेशन में लिखित रूप से अपनी शिकायत दर्ज कराता है। स्वाति मालीवाल के मामले में यही चीच है। जब तक लिखित शिकायत दर्ज नहीं की जाती है, दिल्ली पुलिस न तो कोई शिकायत दर्ज कर सकती है और न ही कोई एफआईआर।