दिल्ली: ‘आम आदमी पार्टी’ से राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के एक अधिकारी पर उनके साथ मारपीट का आरोप लगाया है। हालांकि इस संबंध में कोई लिखित शिकायत अभी तक उनकी ओर से नहीं दी गई है। न्यूज एजेंसी IANS के अनुसार दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने सीएम हाउस के निजी सचिव विभव कुमार पर मारपीट का आरोप लगाया है।
फिलहाल खबर लिखे जाने तक इस मामले पर मालीवाल की ओर से मीडिया में कोई बयान नहीं आया है और न ही उनके सोशल मीडिया पर किसी तरह की बात कही गई है। आम आदमी पार्टी या मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से भी इस संबंध में कोई बयान अभी तक नहीं आया है। वहीं, इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार सोमवार सुबह मालीवाल खुद सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन गईं लेकिन कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है।
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार डीसीपी (उत्तर) मनोज मीणा ने इस मामले पर बताया, ‘सुबह (सोमवार) 9:34 बजे सिविल लाइंस पुलिस थाने में एक पीसीआर कॉल आई, जिसमें एक महिला ने कहा कि उसके साथ सीएम हाउस में मारपीट की गई है। कुछ देर बाद सांसद मैडम थाना सिविल लाइंस आईं। हालांकि वे बाद में शिकायत करने की बात कहकर चली गईं।’
One PCR call at 9:34 AM has been recieved at PS Civil Lines from a lady saying she has been assaulted at CM House. After some time, MP Madam came to PS Civil Lines, however, she left stating she will give complaint later: DCP (North) Manoj Meena pic.twitter.com/pmOpw6rkaB
— ANI (@ANI) May 13, 2024
फिलहाल मामले के सभी पक्षों की ओर से आधिकारिक बयानों का इंतजार है, लेकिन अभी आईए आपको बताते हैं कि अभी तक इस मामले में क्या-क्या जानकारी सामने आई है।
– पुलिस अधिकारियों के अनुसार सुबह 10 बजे के आसपास दो पीसीआर कॉल आए।
– फोन करने वाले की ओर से बताया गया कि वे स्वाति मालीवाल बोल रही हैं और उनके साथ मारपीट हुई है। उन्होंने केजरीवाल के निजी सचिव विभव कुमार पर मारपीट के आरोप लगाए।
– पहली कॉल में स्वाति मालीवाल ने विभव द्वारा मारपीट का आरोप लगाया और कथित तौर पर दूसरी बार फोन कर उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने पीए विभव कुमार से पिटवाया है।
– प्रोटोकॉल के तहत पुलिस सीएम हाउस के अंदर में नहीं जा सकती। हालांकि पुलिस जब सीएम हाउस पहुंची तो वहां स्वाति मालीवाल नहीं मिली। पुलिस फिलहाल मामले की जांच में जुटी है लेकिन उसे अब तक कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है।