80 के दशक के मशहूर पंजाबी लोक गायक अमर सिंह चमकीला की चर्चा इन दिनों एक फिल्म के बहाने खूब की जा रही है। फिल्म का निर्देशन इम्तियाज अली ने किया है जिसका नाम भी ‘अमर सिंह चमकीला’ है। नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई इस फिल्म को आलोचकों द्वारा काफी सराही जा रही है। फिल्म की सफलता के बीच निर्देशक इम्तियाज अली ने इस बात का खुलासा किया है कि उन्हें चमकीला की पहली पत्नी गुरमेल कौर के बगल में बैठकर फिल्म देखने से डर लग रहा था।
दरअसल नेटफ्लिक्स पर रिलीज से पहले फिल्म की विशेष स्क्रीनिंग रखी गई थी जहां चमकीला का पूरा परिवार मौजूद था। उनकी पहली पत्नी गुरमेल कौर, उनकी दो बेटियां- अमनदीप कौर और कमलदीप कौर और अमरजोत-चमकीला का बेटा जयमन चमकीला भी साथ में थीं। जूम को दिए इंटरव्यू में इम्तियाज ने बताया कि गुरमेल कौर उनके बगल में बैठी थीं। उन्हें इस बात का डर था कि फिल्म में किसी संवेदनशील दृश्य पर वे बिगड़ न जाएं और हमला न कर दें। इम्तियाज अली ने कहा, ‘गुरमेल मेरे पास बैठी थीं। मैं सोच रहा था कि फिल्म में कुछ संवेदनशील दृश्य हैं। ऐसे में क्या मुझे पीछे जाकर बैठना चाहिए? इससे पहले कि वह मुझ पर हमला करें, मैं पीछे चला जाऊं। लेकिन जब फिल्म खत्म हुई, तो उन्होंने मुझे गले लगा लिया। पूरा परिवार चमकीला के चित्रण से खुश था।’
‘चमकीला एक ग्रे किरदार है, मैंने उसे साफ-सुथरा नहीं दिखाया’
इम्तियाज आगे बताते हैं कि चमकीला एक ग्रे किरदार है और मैंने फिल्म में उसे साफ-सुथरा दिखाने की कोशिश नहीं की है। उन्होंने जीवन में बहुत से ऐसे कार्य किये हैं जिनका मूल्यांकन किया जा सकता है। इसका श्रेय परिवार को जाता है। वे इस बात को जानते समझते थे। उन्होंने ऐसा मुझे कहने से नहीं रोका। इम्तियाज ने बताया कि फिल्म बनाने से पहले उन्होंने गुरमेल कौर से मुलाकात कर चमकीला के बारे में गहराई से जाना। बकौल इम्तियाज- मैंने चमकीला की पत्नी गुरमेल से बात की और बहुत कुछ चमकीला के बारे में जाना। मैंने गुरमेल को ज्यादा फीचर नहीं किया है क्योंकि मेरा फोकस दूसरी चीज पर था। पंजाब के कई परिवारों से फीडबैक मिला। उन लोगों से भी फीडबैक मिले जिन्होंने अखाड़े में चमकीला को लाइव गाते हुए देखा-सुना था।
‘मुझे ऐसी बायोपिक पसंद नहीं जो व्यक्ति की ज्यादा बड़ाई करती हो’
इससे पहले मिड डे को दिए एक इंटरव्यू में इम्तियाज ने कहा था “किसी के जीवन का चित्रण करते समय, आपको तथ्यों को बदलने की नहीं, बल्कि उनके सभी पहलुओं दिखाने की स्वतंत्रता होनी चाहिए। यदि आप उनकी गलतियों को नहीं दिखाएंगे तो फिर उनका महिमामंडन करने का क्या मतलब है? मुझे ऐसी बायोपिक पसंद नहीं हैं, जो उस व्यक्ति की ज्यादा बड़ाई करती हैं।”
8 मार्च 1988 को चमकीला और अमरजोत की हत्या कर दी गई
अमर सिंह चमकीला और उनकी पत्नी अमरजोत कौर की गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। 80 के दशक में पंजाब में सबसे ज्यादा रिकॉर्ड्स चमकीला के ही बिकते थे। लेकिन चमकीला पर हमेशा द्विअर्थी गीत लिखने और गाने का आरोप लगता रहा। इसे लेकर उन्हें कई बार धमकियां भी दी गईं। आखिरकार, 8 मार्च 1988 को पंजाब के मेहसामपुर में उनके प्रदर्शन से पहले उनपर जानलेवा हमला हुआ जिसमें पत्नी अमरजोत और उनके दो अन्य साथियों की मौत हो गई। रिपोर्टों के अनुसार, जिसक वक्त हमला हुआ, अमरजोत कौर गर्भवती थीं।
टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए साक्षात्कार में, चमकीला की बेटी अमनदीप कौर ने बताया कि पिता के निधन के बाद उनकी माँ का स्वास्थ्य बिगड़ने लगा था। हर साल 8 मार्च को उनके पिता की बरसी पर गाँव के लोग उन्हें सम्मान देने के लिए इकट्ठा होते हैं। यह उनके परिवार के लिए एक भावनात्मक क्षण होता है। अमनदीप के मुताबिक, जब चमकीला की हत्या हुई, उनकी उम्र सिर्फ चार साल थी। उनके पास अपने पिता की केवल धुंधली यादें हैं।
फिल्म ‘चमकीला’ के बारे में
‘चमकीला’ एक हिंदी भाषा की बायोपिक ड्रामा फिल्म है, जो पंजाबी लोक गायक अमर सिंह चमकीला के जीवन पर आधारित है। फिल्म का निर्देशन इम्तियाज अली ने किया है, जिन्होंने इसे लव रंजन और अंजुम राजावेल के साथ मिलकर लिखा है। दिलजीत दोसांझ ने चमकीला की भूमिका निभाई है, जबकि परिणीति चोपड़ा उनकी पत्नी अमरजोत कौर की भूमिका में हैं। यह फिल्म चमकीला के शुरुआती जीवन से लेकर उनके करियर के शिखर तक और उनकी हत्या तक के सफर को दर्शाती है। इसके साथ ही फिल्म में उनके संगीत, उनके विवादों और उनके निजी जीवन को भी दिखाया गया है। चमकीला 12 अप्रैल 2024 को ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई थी।