पिछले कुछ सालों में कोरोना और कुछ अन्य कारणों के चलते चीन की इकोनॉमी बहुत हद तक प्रभावित हुई है, लेकिन जनवरी-मार्च तिमाही के आंकड़ों ने चीन को राहत दी है। इसमें 5.3 फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है।
ऐसे में चीन ग्रोथ के इस ट्रेंड को बरकरार रखना चाहता है और इसके लिए चार महीने पहले एक योजना शुरू की है। चीन का मानना है कि उसे इस योजना का लाभ होगा और उसकी अर्थव्यवस्था पटरी पर आएगी।
केवल चीन ही नहीं बल्कि अमेरिकी न्यूज एजेंसी ब्लूमबर्ग को भी इस योजना पर भरोसा है। उसका कहना है कि इसमें चीन की अर्थव्यवस्था को ग्रोथ देने की क्षमता है। ऐसे में क्या है यह योजना और क्या है इसका लक्ष्य, आइए आज के इस लेख में उसे जानने की कोशिश करते हैं।
क्या है चीन की ट्रेड-इन योजना (Trade-In Plan)
आज से चार महीने पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस योजना को शुरू किया था। इस योजना के वजह घरों और कारोबारों में इस्तेमाल होने वाले पुरानी मशीनों को नए से अपग्रेड करने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करना है।
चीन का मानना है कि पुराने उपकरणों को नए से अपग्रेड करने पर प्रदूषण के फैलने पर बहुत हद तक काबू पाया जा सकता है। यही नहीं इससे बाजार में उपभोक्ता वस्तुओं की मांग बढ़ेगी और इस योजना में शामिल कंपनियों के बिक्री में भी इजाफा होगा।
ऐसे में अब चीन लोगों की पुरानी कारें, पुराने फ्रिज और पुरानी वॉशिंग मशीनों जैसे अन्य उपभोक्ता वस्तुओं को नए से अपग्रेड कर उनके रीसाइक्ल पर भी काफी जोर दे रहा है।
इसके लिए पेट्रोकेमिकल्स और स्टील जैसे बड़े और भारी बिजनेस में इस्तेमाल होने वाली मशीनों से लेकर लोगों की रोजमर्रा में यूज होने वाली इलेक्ट्रॉनिक समेत उन सभी पुराने सामानों को नए में अपग्रेड किया जा रहा है।
अपग्रेड पर सरकार से मिल रहा है यह फायदा
इय योजना के तहत नए इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) या अन्य ऊर्जा-बचत वाली कारें को खरीदने पर सरकार लोगों को सब्सिडी भी दे रही है। ऐसे में पुराने सामानों को नए से अपग्रेड करने के पीछे होने वाले सारे खर्च को क्षेत्रीय सरकार उठा रही है। यही नहीं सरकार नए सामानों को खरीदने के लिए उपभोक्ताओं को सब्सिडी, टैक्स छूट और कम दर पर लोन भी मुहैया करा रही है।
आपको बता दें कि चीन के जियांग्सू प्रांत के सूजौ शहर ने 20 अप्रैल को नए कार और उपकरण खरीदने वाले उपभोक्ताओं के लिए भारी सब्सिडी का ऐलान किया है। ऐसे में कारों के लिए 100 मिलियन युआन का ऐलान किया गया है जिसमें हर एक उपभोक्ताओं को छह हजार युआन तक मिल सकता है।
यही नहीं सूजौ शहर ने उपकरणों के लिए 20 मिलियन युआन की सब्सिडी की भी घोषणा की है जिसमें मशीन खरीदने वाले हर उपभोक्ताओं को अधिकतम 15 हजार युआन तक सब्सिडी मिल सकती है।
2027 तक चीन की अर्थव्यवस्था को लाना है पटरी पर
कुछ दिन पहले एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए चीन के राष्ट्रीय विकास और सुधार आयोग के उप प्रमुख झाओ चेनक्सिन ने कहा है कि इस योजना के तहत साल 2023 से 2027 के बीच चीन की अर्थव्यवस्था में बड़ी सुधार लाना भी एक लक्ष्य है।
इसके जरिए उपकरणों में निवेश कर चीन की अर्थव्यवस्था में 25 फीसदी तक का बढ़ावे को भी जोड़ने का टारगेट है। यही नहीं पहले के मुकाबले पुरानी चीजों के रीसाइक्लिंग में भी तेजी लाने की कोशिश की जा रही है।