अमेरिका में एक भारतीय छात्र की रहस्यमय हालात में पिछले महीने मौत हो गई। घटना को लेकर दावा किया जा रहा है कि छात्र ‘ब्लू व्हेल चैलेंज’ नामक एक ऑनलाइन गेम खेल रहा था। इस दौरान उसे एक ऐसा काम करने के लिए कहा गया था, जिसमें उसकी जान चली गई।
एजेंसी की खबर के अनुसार अमेरिका के मैसाचुसेट्स विश्वविद्यालय में छात्र 8 मार्च को मृत पाया गया था। एक रिपोर्ट के अनुसार, शुरू में यह कहा जा रहा था कि पहले उसे लूटा गया है और फिर उसकी हत्या कर शव को जंगल में फेंक दिया गया था।
लेकिन अब यह आशंका जताई जा रही है कि उसकी मौत खतरनाक ऑनलाइन गेम ‘ब्लू व्हेल चैलेंज’ के कारण हुई है। दावा है कि उसको यह चैलेंज दिया गया था कि वह अपनी सांस को दो मिनट तक रोक ले।
रिपोर्ट के अनुसार, ऐसे में हो सकता है इसी चैलेंज को पूरा करते हुए उसकी जान चली गई हो। यह गेम क्या और कैसे यह जानलेवा बन गया, इस मुद्दे को यहा समझिए। यह भी जानने की कोशिश करते हैं कि इस गेम को लेकर भारत सरकार ने क्या अहम कदम उठाए हैं।
क्या है यह गेम
‘ब्लू व्हेल चैलेंज’ एक खतरनाक ऑनलाइन गेम है। इस गेम के कारण अब तक कई लोगों की जान जा चुकी है। इस खतरनाक ऑनलाइन गेम में दो लोग होते हैं, जिसमें एक एडमिन (एडमिनिस्ट्रेटर) होता है जो हर रोज खेलने वाले (पार्टिसिपेंट) को एक नया टास्क या काम देता है, जिससे पूरा करने पर खेलने वाले को और भी टास्क दिए जाते हैं।
गेम में 50 स्टेप्स होते हैं, जिसे खेलने वालों को पूरा करना पड़ता है। शुरू में एडमिनिस्ट्रेटर द्वारा गेम खेलने वालों को आसान स्टेप्स दिए जाते है और जैसे-जैसे ये स्टेप्स पूरे होते जाते हैं, यह गेम उतना ही कठिन होते जाता है।
अकसर इस गेम को लेकर यह देखा गया है कि इसे खेलने वालों ने अंत में खुद को नुकसान पहुंचाया है। कई केस में गेम खेलना वाला अपनी जान तक दे देता है। इस गेम को केवल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ही खेला जाता है।
रूस से शुरू हुआ था यह गेम-दावा
बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ‘ब्लू व्हेल चैलेंज’ नामक इस खतरनाक गेम की शुरुआत रूस से हुई थी। पिछले कुछ समय से यह गेम काफी चर्चा में भी रहा है और फिर यह यूक्रेन और यूएस होते हुए भारत भी पहुंचा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, साल 2015 से 2017 के बीच रूस में ब्लू व्हेल चैलेंज के कारण कई जाने गई है। यही नहीं इस गेम ने भारत में भी कई जाने ली हैं। हालांकि गेम के कारण अब तक कितने लोगों की जान गई है, इसका कोई सटीक डाटा अभी तक मौजूद नहीं है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, इस गेम को 2013 में रूस के एक पूर्व अपराधी फिलिप बुडेइकिन द्वारा बनाया गया है। एक अन्य दावे के मुताबिक, अब तक इस गेम के कारण भारत, चीन और अमेरिका के साथ अन्य देशों में 130 लोगों की जान चली गई है।
गेम को लेकर भारत सरकार का क्या रुख है
भारत सरकार ने कई साल पहले ‘ब्लू व्हेल चैलेंज’ पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया था, लेकिन बाद में एक एडवाइजरी जारी कर छोड़ दिया गया था। भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने गेम के शुरू होने के एक साल बाद 2017 में जारी एक एडवाइजरी में कहा, “ब्लू व्हेल गेम (सुसाइड गेम) आत्महत्या के लिए उकसाने वाला है। इसलिए इससे दूर रहें।”
एजेंसी इनपुट के साथ