महाकुंभनगरः प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में श्रद्धालुओं का उत्साह चरम पर है। अब तक के आठ दिनों में 8.26 करोड़ से अधिक लोग त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान कर चुके हैं। मकर संक्रांति के दिन पहले अमृत स्नान में तीन करोड़ पचास लाख से अधिक भक्तों ने पवित्र संगम में डुबकी लगाई थी।
सोमवार को पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी महाकुंभ पहुंचे हैं। वह यहां स्वामी चिदानंद के अरैल स्थित शिविर पहुंचे जहां मोरारी बापू रामकथा सुना रहे हैं। राज्यसभा सांसद सुधा मूर्ति भी तीन दिनों के लिए महाकुंभ में पहुंची हैं। सुधा मूर्ति ने कहा कि मैं बहुत उत्साहित हूं क्योंकि यह ‘तीर्थराज’ है। यह (महाकुंभ) 144 वर्षों के बाद आया है और मैं उत्साहित, आशान्वित और बेहद खुश हूं… मैं यहां तीन दिनों के लिए हूं।
8.26 करोड़ से अधिक लोगों ने किया संगम में स्नान
आंकड़ों के अनुसार, 20 जनवरी को दोपहर 12 बजे तक 28.02 लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके थे, जबकि 10 लाख से अधिक कल्पवास कर रहे हैं। यानी सोमवार 38.02 लाख श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान किया है। मेले की शुरुआत 13 जनवरी को हुई थी। इससे दो दिन पहले 11 जनवरी और 12 जनवरी को क्रमशः 45 लाख और 65 लाख लोगों ने स्नान कर कीर्तिमान रचा था।
पहले दिन पौष पूर्णिमा (13 जनवरी) पर 1.70 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया। अगले दिन मकर संक्रांति (14 जनवरी) के पहले अमृत स्नान के अवसर पर 3.50 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई।
15 जनवरी को तीसरे दिन 40 लाख श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान किया। 16 जनवरी को चौथे दिन 30 लाख से अधिक लोगों ने पुण्य लाभ अर्जित किया। जबकि 17 जनवरी को शुक्रवार को 29.10 लाख श्रद्धालुओं ने स्नान किया, जिनमें 10 लाख कल्पवासी शामिल थे। सरकार का अनुमान है कि महाकुंभ में 45 करोड़ तीर्थयात्री आएंगे।
अग्नि सुरक्षा के कड़े इंतजाम, 53 फायर स्टेशन, 1300 से अधिक फायरमैन
हाल ही में कुंभ क्षेत्र में आग की घटना के बाद, प्रशासन पूरी सतर्कता बरत रहा है। अधिकारियों ने सुरक्षा और व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए व्यापक इंतजाम किए हैं। अग्नि सुरक्षा को लेकर डीजी फायर अविनाश चंद्रा ने मेले के दौरान की गई तैयारियों की जानकारी देते हुए कहा, “महाकुंभ क्षेत्र में अग्नि सुरक्षा को लेकर बेहद गंभीरता से काम किया गया है। कुल 53 फायर स्टेशन और 20 फायर पोस्ट बनाए गए हैं। 1300 से अधिक फायरमैन और 300 से ज्यादा दमकल गाड़ियां तैनात की गई हैं।”
अधिकारियों ने कहा कि प्रयागराज जैसे जिले में जहां सामान्यत: नौ फायर स्टेशन होते हैं, वहीं महाकुंभ में इसका दायरा बहुत बड़ा है। यहां 53 फायर स्टेशन और 1400 से अधिक मैनपावर लगाए गए हैं। हर फायर स्टेशन को इस तरह तैनात किया गया है कि किसी भी घटना के दौरान दमकल गाड़ियां तीन से चार मिनट में मौके पर पहुंच सकें।
आग की घटना: पीएम मोदी और सीएम योगी ने लिया संज्ञान
रविवार को सेक्टर 19 में गीता प्रेस के टेंट में आग लगने की घटना सामने आई। शाम 4:30 बजे तीन रसोई गैस सिलेंडरों में विस्फोट के चलते आग भड़क उठी, जो आसपास के 10 टेंटों तक फैल गई। पुलिस और प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की, और दमकल विभाग ने तेजी से आग पर काबू पा लिया।
घटना के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और अग्निशमन दल के प्रयासों की समीक्षा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मुख्यमंत्री योगी से बात कर घटना की जानकारी ली और प्रशासन को हरसंभव सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोपरि
अधिकारियों का कहना है कि इस बार का महाकुंभ बेहद विशाल और जटिल है। इसके बावजूद हर विभाग यह सुनिश्चित कर रहा है कि श्रद्धालु सुरक्षित वातावरण में अपने धार्मिक अनुष्ठान पूरे कर सकें। अग्नि सुरक्षा के साथ अन्य व्यवस्थाओं पर भी लगातार ध्यान दिया जा रहा है। महाकुंभ के दौरान प्रशासन की प्रतिबद्धता और तत्परता ने इस विशाल आयोजन को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने में बड़ी भूमिका निभाई है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है।