राजस्थान पुलिस सेवा (आरपीएस) के वरिष्ठ अधिकारी राजीव दत्ता के खिलाफ एसपी, अजमेर के यहाँ लिखित शिकायत दर्ज करायी गयी है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि राजीव दत्ता ने अपनी पहली पत्नी से हुए दो बच्चों के प्रमाणपत्र में हेरफेर की है। राजीव दत्ता फिलहाल ओम बिरला के विशेष सेवा अधिकारी (OSD) के रूप में तैनात हैं।
यह शिकायत एक अधिवक्ता शेखर मेवाड़ा ने दर्ज करायी है। मेवाड़ा के अनुसार उक्त दोनों बच्चों के प्रमाणपत्र पर राजीव दत्ता के पिता का नाम दर्ज कराया गया है जो गलत है।
शिकायतकर्ता ने एसपी अजमेर के यहाँ दर्ज शिकायत में आरोप लगाया है कि राजीव दत्ता एक सरकारी स्कूल की अध्यापिका और एक मेडिकल स्टोर संचालक के संग मिलकर बच्चों को तस्करी के माध्यम से अजमेर लेकर आए थे।
शेखर मेवाड़ा ने ‘बोले भारत’ से कहा कि उन्होंने पुलिस में एफआईआर दर्ज कराने की कोशिश की थी मगर वह अब तक दर्ज नहीं की गयी है।
शिकायतकर्ता के अनुसार राजीव दत्ता के उससे हुए दोनों बच्चे एक सरकारी स्कूल की अध्यापिका के अजमेर स्थित घर पर रहते हैं। शिकायतकर्ता के अनुसार बच्चों के आधार कार्ड पर उनका पता भी अध्यापिका के निवास स्थान का दिखाया गया है। शिकायतकर्ता के अनुसार दोनों बच्चों के जन्म प्रमाणपत्र पर उनका जन्म वर्ष 2017 दिखाया गया है जबकि उनका जन्म 2015 में हुआ था।
शिकायतकर्ता ने माँग की है कि उन दोनों बच्चों का डीएनए टेस्ट कराकर उनके माता-पिता की पुष्टि की जाए।
मूलतः कोटा निवासी राजीव दत्ता राजस्थान पुलिस सेवा के 2003 बैच के अधिकारी हैं। दत्ता ओम बिरला के पहले लोकसभा अध्यक्ष कार्यकाल में भी उनके ओएसडी रहे थे।
राजीव दत्ता पर वर्ष 1999 में भी एक महिला के उत्पीड़न का आरोप लगा था। उस समय दत्ता राजस्थान के झालवाड़ जनपद में तैनात थे।
पुलिस एसपी के यहाँ की गयी शिकायत पर राजीव दत्ता का पक्ष जानने के लिए ‘बोले भारत’ ने उनसे कई बार सम्पर्क करने का प्रयास किया। दो बार राजीव दत्ता ने आश्वासन दिया कि वह थोड़ी देर बाद कॉलबैक करेंगे मगर अभी तक उनका फोन नहीं आया है। उनका पक्ष आने पर उसे कहानी में अपडेट कर दिया जाए जाएगा।